Jammu Kashmir Terror Attack: जम्मू कश्मीर में एक बार फिर आतंक सिर उठाता महसूस हो रहा है। सोमवार को आतंकियों ने कठुआ जिले में हमला किया। आतंकियों के इस हमले में एक जेसीओ समेत पांच जवान शहीद हो गए, जबकि पांच जवान जख्मी हो गए, जिन्हें देर रात पठानकोट के मिलिट्री अस्पताल में रेफर कर दिया गया है।
सेना के ट्रक पर ग्रेनेड से हमला, Hi Tech हथियारों से लैस आतंकियों का पांच दिन में दूसरा अटैक, सुरक्षा बल पर अंधाधुंध फायरिंग, पांच जवान शहीद
Big Terror Attack: जम्मू कश्मीर में एक बार फिर आतंकियों ने सेना और सुरक्षा बल के काफिले को अपनी बदनियति का निशाना बनाया। घात लगाकर किए गए इस हमले में भारतीय सुरक्षा बल के पांच जवान शहीद हो गए। कठुआ में ये हमला उस वक़्त हुआ जब सुरक्षा बल की टुकड़ी सर्च ऑपरेशन कर रही थी। बताया जा रहा है कि इलाके में छुपे आतंकी आधुनिक हथियारों से लैस हैं।
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• 08:33 AM • 09 Jul 2024
न्यूज़ हाइलाइट्स
कठुआ में Search Operation के वक्त हमला
आधुनिक हथियारों से लैस हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी
आतंकी हमले में एक JCO समेत पांच जवान शहीद
Search Operation के वक्त हमला
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असल में ये हमला उस समय हुआ जब सुरक्षा बल की एक टुकड़ी लोहाई मल्हार ब्लॉक के माछेड़ी इलाके में दोपहर के वक़्त सर्च ऑपरेशन कर रहे थे। आतंकी वहां पहले से ही घात लगाए बैठे थे। अचानक हुई फायरिंग से जब तक सुरक्षा बल के जवान संभल पाते तब तक गोलियों ने फारवर्ड लाइन के दस जवानों को गोलियां लग गई। इसके बाद सेना ने पूरा इलाका घेर लिया और एनकाउंटर शुरू हो गया।
आधुनिक हथियारों से लैस आतंकी
सेना के सूत्रों से पता चला है कि इस हमले में तीन आतंकी शामिल हैं जिनके पास आधुनिक हथियार हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ये आतंकी हाल के ही वक्त में सरहद को लांघकर घुसपैठ करके पहुँचे हैं। हालांकि सुरक्षा बल पर हुए हमले के लिए कश्मीर टाइगर्स नाम के आतंकी संगठन ने ले ली है लेकिन सेना के सूत्रों से पता चला है कि ये संगठन दरअसल पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद की ही एक शाखा है, जो इन दिनों कश्मीर में सक्रिय है।
अभी 24 घंटे पहले ही जम्मू कश्मीर में सेना ने एक ऑपरेशन के तहत छह आतंकियों को मार गिराया था। उस ऑपरेशन में भी दो जवान शहीद हो गए।
हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी
ये ऑपरेशन असल में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के खिलाफ बताया जा रहा है जिसमें पाकिस्तान से ताल्लुक रखने वाला आतंकी संगठन का एक स्थानीय कमांडर भी मौजूद था। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में 6 और 7 जुलाई को मुदरघम और चिन्निगम फ्रिसल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच फायरिंग हुई थी। अधिकारियों के मुताबिक मारे गए आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन के थे। इसी बीच कश्मीर टाइगर्स ने सेना पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली उसका एक पोस्ट सामने आया।
अपनी KT-213 नाम की उस पोस्ट में लिखा गया है कि
कठुआ के बडनोटा में भारतीय सेना पर हैंड ग्रेनेड और स्नाइपर गन से हमला किया है। यह डोडा में मारे गए 3 मुजाहिदीन की मौत का बदला है। जल्द ही और ज्यादा हमले किए जाएंगे। ये लड़ाई कश्मीर की आजादी तक चलती रहेगी।
घात लगाकर सेना के ट्रक पर हमला
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकियों ने पांच दिनों के भीतर दूसरी बार कायराना हमले को अंजाम दिया। आतंकियों ने सेना के ट्रक पर घात लगाकर हमला किया। दरअसल, सोमवार की शाम आतंकियों ने सेना के वाहन पर हमला कियाष इस दौरान आतंकियों ने सेना की गाड़ी पर ग्रेनेड फेंका और अंधाधुंध फायरिंग भी की। शुरुआत में 6 जवान घायल हो गए, जिसमें 2 की हालत गंभीर बताई गई। इसके बाद चार जवानों की शहादत की खबर आई। कुछ समय बाद एक और जवान शहीद हो गया।
रात में आतंकियों की तलाश
हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों की तलाश के लिए सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। देर रात तक सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों को कोई सफलता नहीं मिल सकी। सर्च ऑपरेशन जारी है। जंगल के अंदर आतंकी हमले की सटीक जगह का पता लगाया जा चुका है। सूत्रों के मुताबिक हमले में 2 से 3 आतंकी शामिल हो सकते हैं। उम्मीद है कि आतंकियों के साथ उनके स्थानीय समर्थक भी थे, जिन्होंने उन्हें रास्ता बताने में मदद की। आतंकियों का मकसद ज्यादा से ज्यादा जवानों को हताहत करने का था।
सर्च ऑपरेशन में पैरा कमांडो
सेना की पैरा कमांडो यानी एसपीएल फोर्स को कठुआ के दूरदराज के माचिन्डी-मल्हार क्षेत्र में हवाई मार्ग से उतारा गया। उन्हें काउंटर ऑपरेशन में तैनात किया गया है। ताकि उन आतंकवादियों के खिलाफ समय पर असरदार काउंटर ऑपरेशन पक्का किया जा सके जो आतंकवादी भाग रहे हैं और इलाके से बाहर निकलने की फिराक में हैं।
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