कर्नाटक में अब चुनाव प्रचार थम गया है। 10 तारीख को यहां वोट डाले जाएंगे। और 13 तारीख को EVM में बंद उम्मीदवारों की क़िस्मत का फैसला होगा । ये बात सब जानते हैं...इसमें कुछ भी नया नहीं है। बात ये भी जानते हैं कि कर्नाटक में कुल 2560 उम्मीदवार चुनाव के दंगल में ताल ठोंक रहे हैं। लेकिन ये बात शायद बहुत कम लोग जानते होंगे कि कर्नाटक के चुनाव के मैदान में अपनी क़िस्मत आजमाने उतरे तमाम उम्मीदवारों में कितने दागी है और कितने ऐसे जिनके खिलाफ सख्त धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। अब चूंकि चुनाव प्रचार थम चुका है, ऐसे में मीडिया और सोशल मीडिया से सामने आने वाली सूचना ही कर्नाटक में लोगों को अपना अपना मत डालने के लिए प्रेरित भी करेगी और उन्हें उकसाएगी भी।
कर्नाटक के चुनावी मैदान में सबसे ज़्यादा करोड़पति उम्मीदवार, इतने candidates हैं दफा 302 के आरोपी
Election Watch Report: कर्नाटक के चुनावी मैदान में किस्तम आजमा रहे 391 उम्मीदवारों के दामन में दाग हैं। जबकि सबसे ज़्यादा करोड़पति प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे हैं।
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सांकेतिक तस्वीर
09 May 2023 (अपडेटेड: May 9 2023 8:46 AM)
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लेकिन कौन कौन से उम्मीदवार का दामन साफ है और किसने अपने दामन में लगे दागों को सफेद खाकी से छुपा लिया है...ये समझना और जानना शायद मतदाताओं का पहला हक भी है।
तो चलिए हम आपको बताते हैं कि इस बार कर्नाटक के चुनाव में कितने उम्मीदवारों की सफेद खाकी पर गुनाहों के काले दाग भी हैं।
कर्नाटक चुनाव को लेकर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी एडीआर की एक रिपोर्ट के सामने आने के बाद जो खुलासा हुआ है उसने कई सियासी पार्टियों के पसीने निकाल दिए हैं। पता चला है कि इस बार भारतीय जानता पार्टी ने सबसे ज़्यादा दागी उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है। यानी बीजेपी ने सबसे अधिक अपराधी किस्म के उम्मीदवारों को चुनाव का टिकट दिया है। वहीं कर्नाटक के चुनाव में भारतीय जानता पार्टी को बराबर की टक्कर देने के इरादे से मैदान में उतरी कांग्रेस भी ज़्यादा पीछे नहीं है।
खुलासा हुआ है कि चुनाव के मैदान में 2560 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाने उतरे हैं, जिन्हें लोग अपना अपना वोट देकर विधान सभा में भेजेगी। लेकिन इन ढाई हजार से ज़्यादा उम्मीदवारों में से 391 ऐसे उम्मीदवार हैं जिनके खिलाफ मुकदमें दर्ज हैं लेकिन 254 ऐसे प्रत्याशी हैं जिनके खिलाफ में गंभीर और आपराधिक मामले दर्ज हैं। और उनमें भी चार तो ऐसे हैं जिनके खिलाफ हत्या जैसे संगीन मामलों के मुकदमे दर्ज हैं और 25 ऐसे उम्मीदवार हैं जिनके खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज यानी दफा 307 का मुकदमा दर्ज है।
भारतीय जनता पार्टी यानी BJP के दागी उम्मीदवारों की उस सूची में 23 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने कोई न कोई महिलाओं के खिलाफ अपराध किया है और उसकी बाकायदा शिकायत भी की गई है। एडीआर की रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि बीजेपी ने 83 यानी 37 फीसदी आपराधिक किस्म के लोगों को टिकट देकर चुनाव के मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने 220 उम्मीदवारों की अपनी सूची में से 59 ऐसे लोगों को उतारा है जिनका दामन संगीन इल्जामों से दागदार है। कांग्रेस का ये प्रतिशत 27 बैठता है जबकि चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रही तीसरी पार्टी जेडी (एस) के 29 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं।
चुनाव के मैदान में उतरे उम्मीदवारों ने अपना अपना हलफनामा जो चुनाव आयोग में जमा किया है उसमें दर्ज सच की गवाही है कि 2560 उम्मीदवारों में से 391 ने खुद अपने अपने हलफनामों में अपने अपने अपराधों का किस्सा भी दर्ज किया है।
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक इस बार चुनाव के मैदान में अपनी किस्मत आजमाने उतरे बीजेपी के 93 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। जबकि गौर करने वाली बात ये है कि चुनाव में हर उम्मीदवार के पास औसतन 7.54 करोड़ की प्रॉपर्टी है। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक की विधानसभा चुनावों में 56 ऐसी सीटें भी हैं जिन्हें बेहद संवेदनशील माना गया है।
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