Delhi News: ‘धोखाधड़ी’ की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी समूह की कंपनियों के शेयर ‘धड़ाम’

Delhi: अमेरिका की निवेश जांच कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि अडाणी समूह दशकों से ‘खुल्लम-खुल्ला शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’ में शामिल रहा है।

CrimeTak

25 Jan 2023 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:35 PM)

follow google news

Delhi News: अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में बुधवार को जोरदार गिरावट आई। अमेरिका की निवेश जांच कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि अडाणी समूह दशकों से ‘खुल्लम-खुल्ला शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’ में शामिल रहा है। यह रिपोर्ट आने के बाद समूह के कंपनी के शेयर नीचे आ गए।

बीएसई पर अडाणी ट्रांसमिशन का शेयर 8.87 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,511.75 रुपये पर बंद हुआ। इसके अलावा, अडाणी पोर्ट और एसईजेड का शेयर 6.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 712.90 रुपये पर आ गया।

अडाणी टोटल गैस का शेयर 5.59 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,668.15 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुआ, जबकि पांच-पांच प्रतिशत की गिरावट के साथ अडाणी विल्मर 544.50 रुपये और अडाणी पावर 261.10 रुपये पर बंद हुआ। अडाणी ग्रीन एनर्जी के शेयर 3.04 प्रतिशत गिर गए और समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर में 1.54 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

अडाणी द्वारा हाल ही में अधिग्रहण की गई अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी के शेयर में भी बीएसई में लगभग सात प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जबकि उसकी मीडिया फर्म न्यू दिल्ली टेलीविजन (एनडीटीवी) के शेयर मे पांच प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। तीस शेयर वाला बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 773.69 अंक की गिरावट के साथ 60,205.06 अंक पर बंद हुआ।

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडाणी परिवार के नियंत्रण वाली ‘मुखौटा इकाइयों’ के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। ये कंपनियां कैरेबियाई और मॉरीशस से लेकर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) तक में है। इसमें दावा किया गया है कि इन इकाइयों का उपयोग भ्रष्टाचार, मनी लांड्रिंग और कर चोरी को अंजाम देने के लिये किया गया।

साथ ही समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के धन की हेराफेरी के लिये भी इसका उपयोग किया गया। यह रिपोर्ट अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के 20,000 करोड़ रुपये के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) के आवेदन के लिये खुलने से ठीक पहले आई है। कंपनी का एफपीओ 27 जनवरी को खुलकर 31 जनवरी को बंद होगा। अडाणी समूह ने कहा है कि रिपोर्ट को लेकर तथ्यों की पुष्टि के लिये उससे कोई संपर्क नहीं किया गया और यह अचंभित और परेशान करने वाला है।

बंदरगाह से लेकर ऊर्जा क्षेत्र में काम कर रहे समूह ने कहा, ‘‘रिपोर्ट कुछ और नहीं बल्कि चुनिंदा गलत और निराधार सूचनाओं को लेकर तैयार की गयी है और जिसका मकसद पूरी तरीके से दुर्भावनापूर्ण है। जिन बातों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गयी है, उसे भारत की अदालतें भी खारिज कर चुकी हैं।’’

समूह ने रिपोर्ट के समय को लेकर भी सवाल उठाया है। उसने कहा कि एफपीओ से ठीक पहले जारी रिपोर्ट से साफ पता चलता है कि दुर्भावनापूर्ण इरादे से इसे लाया गया है जिसका मकसद अडाणी समूह के साख को बट्टा लगाना है।

    यह भी पढ़ें...
    follow google newsfollow whatsapp