CBI News : पंजाब के जालंधर के पूर्व पुलिस कमिश्नर रहे कुलदीप सिंह चहल पर अब सीबीआई का शिकंजा कस सकता है. असल में इस आईपीएस अफसर पर भ्रष्टाचार का आरोप है. PTI की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने भ्रष्टाचार और कदाचार के एक कथित मामले में शुक्रवार को जालंधर के पूर्व पुलिस आयुक्त कुलदीप सिंह चहल (Kuldeep Singh Chahal) से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के तौर पर कार्यकाल के दौरान कथित भ्रष्टाचार और कदाचार को लेकर चहल के खिलाफ जांच जारी है। अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित की सिफारिश पर अधिकारी के खिलाफ प्रारंभिक जांच शुरू की थी।
भ्रष्टाचार के मामले में CBI ने जालंधर के पूर्व पुलिस आयुक्त कुलदीप सिंह चहल से पूछताछ की
CBI ने भ्रष्टाचार और कदाचार के एक कथित मामले में शुक्रवार को जालंधर के पूर्व पुलिस आयुक्त कुलदीप सिंह चहल से पूछताछ की।
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IPS Kuldeep Singh Chahal (Facebook Photo)
04 Aug 2023 (अपडेटेड: Aug 4 2023 9:30 PM)
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चंडीगढ़ सीबीआई ऑफिस में सुबह 11 बजे से पूछताछ
उन्होंने बताया कि चहल को चंडीगढ़ स्थित एजेंसी कार्यालय में बुलाया गया और शुक्रवार को पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर दो बजे तक उनसे पूछताछ की गई। भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 2009 बैच के अधिकारी चंडीगढ़ में प्रतिनियुक्ति पर थे और पिछले साल दिसंबर में उन्हें उनके मूल कैडर पंजाब में वापस भेज दिया गया था, जबकि केंद्र शासित प्रदेश में उनका तीन साल का कार्यकाल पूरा होने में 10 महीने का समय बाकी था।
राज्यपाल को लिखे पत्र में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चहल को समय से पहले मूल कैडर में भेजे जाने और हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी को कार्यभार सौंपने पर आश्चर्य व्यक्त किया था। पुरोहित ने कहा था कि मान ने चहल को मूल कैडर में भेजे जाने के संबंध में उन्हें लिखने से पहले ‘‘तथ्यों का पता नहीं लगाया’’। राज्यपाल ने कहा था कि अधिकारी के खिलाफ कदाचार की शिकायतें मिलने के बाद उन्हें उनके मूल कैडर में वापस भेज दिया गया। उन्होंने 28 नवंबर को चहल को हटाने के अपने फैसले से पंजाब के मुख्य सचिव को भी अवगत कराया था। मान ने चहल को समय से पहले मूल कैडर में वापस भेजे जाने और चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) का कार्यभार हरियाणा कैडर के एक आईपीएस अधिकारी को दिए जाने पर सवाल उठाया था, जिसके एक दिन बाद पुरोहित ने मान को पत्र लिखा।
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