अंकुर चतुर्वेदी/संतोष शर्मा/समर्थ श्रीवास्तव के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
Budaun Double Murder: 'आज मैंने अपना काम पूरा कर दिया...', बोलते हुए भागा साजिद, ये लिखा है FIR में!
Budaun Double Murder: यूपी के बदायूं में हुए बच्चों के मर्डर से कई सवाल खड़े हो गए हैं।
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Budaun Double Murder FIR Details
20 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 20 2024 1:35 PM)
Budaun Double Murder FIR Details: यूपी के बदायूं में हुए बच्चों के मर्डर से कई सवाल खड़े हो गए हैं। साजिद और जावेद ने आयुष (13) और आहान (6) नाम के मासूमों को घर में घुसकर मौत के घाट उतार दिया था।
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मृतक बच्चों के पिता विनोद कुमार ने इसको लेकर एफआईआर दर्ज करवाई है। FIR के मुताबिक, 19 मार्च को साजिद और जावेद घर में घुसे थे।
FIR में ये लिखा है - शिकायतकर्ता विनोद कुमार
कल पौने 7 बजे हमारे घर के सामने नाईं की दुकान करने वाला साजिद, पुत्र बाबू, नि० ग्राम - सखानूँ, थाना अलापुर अपने भाई जावेद के साथ मोटर साइकिल पर आये। साजिद मोटर साइकिल से उतरकर मेरे घर के अन्दर आया। उस समय घर पर मेरी पत्नी श्रीमती संगीता देवी व मेरी माता श्रीमती मुन्नी देवी तथा मेरे तीन छोटे बच्चे, जिनके नाम क्रमशः 1- आयुष प्रताप उम्र 13 वर्ष, 2- पीयूष प्रताप उम्र 9 वर्ष और 3- आहान प्रताप उम्र 6 वर्ष मौजूद थे। साजिद ने घर आकर मेरी पत्नी से कहा कि मेरी पत्नी की डिलीवरी होनी वाली है। आज रात्रि 11 बजे का समय दिया गया है। उस समय साजिद का भाई जावेद मोटर साइकिल लिये बाहर खड़ा था। साजिद ने मेरी पत्नी से 5000 रुपए मांगे। मेरी पत्नी ने कहा कि अभी लाकर देती हूँ, तभी साजिद ने मेरे बीच वाले लड़के से पुड़िया लाने को कहा। पीयूष पुड़िया लेने चला गया फिर साजिद ने मेरी पत्नी से कहा पता नहीं आज मेरा मन घबरा रहा है, थोड़ा छत पर घूम लेता हूँ।
मेरे छोटे लड़के पीयूष को अपने साथ ऊपर लेकर चल दिया तथा मेरे बडे़ लडके आयुष से पानी लाने को कहा और उसने अपने भाई जावेद को भी अन्दर बुला लिया। ये चारों जावेद, साजिद तथा मेरे दो लडके आयुष और आहान उनके साथ ऊपर चले गये। मेरी पत्नी श्रीमती संगीता पैसे लेने अन्दर घर में चली गई तब मेरी पत्नी अन्दर से पैसे लेकर बाहर आई तो साजिद व जावेद जीने से उतर रहे थे। साजिद व जावेद के हाथों में खून से सनी हुई छुरी थी और उन्होंने मेरी पत्नी को देखते ही कहा कि आज मैंने अपना काम पूरा कर दिया है। उनके हाथ में छुरी देखकर मेरी पत्नी एकदम घबराकर चिल्लाई तो मोहल्ले के काफी लोग आ गये, जिन्होंने उनको पकड़ने की कोशिश की, लेकिन जावेद भाग गया। साजिद को भीड़ ने पकड़ लिया। फिर मेरी पत्नी ने ऊपर जाकर देखा तो मेरे दोनों लड़के खून में लथपथ थे तथा उनकी मृत्यु हो चुकी थी। तभी मेरा लड़का बाहर से पुड़िया लेकर आ गया। जावेद ने मेरे पुत्र पीयूष को भी जान से मारने की नीयत से छुरी से वार किया जिससे उसके हाथ मे गंभीर चोट आयी। वहाँ मौजूद जनता ने साजिद को पुलिस के हवाले कर दिया। मौके पर काफी भीड़ आ गई थी तथा भीड़ का आक्रोश था। भीड का तथा अन्धेरे का फायदा उठाकर आरोपी वहां से भाग गया। मेरी पत्नी व मेरी माता के अलावा मौहल्ले के अन्य काफी लोगों ने भी देखी है। साजिद व जावेद से मेरी कोई दुश्मनी नहीं थी। मुझे पता नहीं इन दोनों ने मेरे बच्चो की हत्या क्यों की? मेरे बच्चों की लाश घर पर है।
विनोद कुमार
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