World News: बांग्लादेश में कोहराम बरपा है। प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़कर चली गईं। पूरे ढाका में आगजनी, तोड़फोड़ और लूटपाट के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास से शेख हसीना के ब्लाउज, ब्रा, पैंटी के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। बतख, खरगोश, मुर्गी, मछली, पेंटिंग, कुर्सी, पंखा और सोफे ना जाने क्या क्या लोग लूटकर ले जा रहे हैं।
ढाका में बतख, खरगोश, मुर्गी, मछली, पेंटिंग, कुर्सी, पंखा, सोफा और ब्रा-पैंटी की लूट, अजब गजब Video से पट गया सोशल मीडिया
कोई ऐसा सामान नहीं जो ये दंगाई लूटकर भागते ना दिख रहे हों। हैरानी की बात ये है कि आरक्षण का विरोध करने वाले अंगवस्त्र लूटते दिख रहे हैं। बतख, खरगोश, मुर्गी, मछली, पेंटिंग, कुर्सी, पंखा और सोफे ना जाने क्या क्या लोग लूटकर ले जा रहे हैं।
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06 Aug 2024 (अपडेटेड: Aug 6 2024 6:08 PM)
न्यूज़ हाइलाइट्स
सोफा, कुर्सी तक उठाकर ले गए
‘गणभवन’ में पंखा, वाशिंग मशीन की लूट
चार हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़
ढाका में आगजनी, तोड़फोड़ और लूटपाट
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कोई ऐसा सामान नहीं जो ये दंगाई लूटकर भागते ना दिख रहे हों। हैरानी की बात ये है कि आरक्षण का विरोध करने वाले अंगवस्त्र लूटते दिख रहे हैं। बांग्लादेश के राष्ट्रपिता और पूर्व राष्ट्रपति शेख मुजीबुर्ररहमान की मूर्ति गिराने की वीडियो भी सामने आया था। शेख हसीना के घर में आग लगाते ये वो छात्र हैं जो आरक्षण खत्म करने के लिए प्रदर्शन कर रहे थे। शेख मुजीबुर्ररहमान वो थे जिन्होंने बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई लड़ी।
अब तक की हिंसा में 400 से ज्यादा लोगों की मौत
बांग्लादेश में महीने भर पहले, जून के अंत में विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुए। दरअसल छात्र सरकारी नौकरियों में कोटा सिस्टम खत्म करने की मांग कर रहे थे। लेकिन ढाका विश्वविद्यालय में प्रदर्शनकारियों, पुलिस और सरकार समर्थक कार्यकर्ताओं के बीच टकराव के बाद हिंसा बढ़ गई। इसके बाद सुरक्षा बलों की तैनाती, कर्फ्यू और इंटरनेट शटडाउन के साथ-साथ प्रदर्शनकारियों को दबाने की सरकार की कोशिशों का उल्टा असर हुआ। छात्रों का आक्रोश और बढ़ गया जिसमें जमात समेत कई राजनीतिक धड़ों ने उनका खुल कर समर्थन किया। इस हिंसा में लगभग 400 लोग मारे गए और इसी दौरान हसीना के इस्तीफे की मांग ने जोर पकड़ लिया।
मोबाइल इंटरनेट बंद, ढाका समेत कई जगह कर्फ्यू
हसीना ने कहा था कि जो प्रदर्शनकारी तोड़फोड़ और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने में लगे हैं सुरक्षा बलों को उनके साथ छात्र के तौर पर नहीं बल्कि अपराधियों के तौर पर व्यवहार करना चाहिये। प्रधानमंत्री ने ऐसे सभी प्रदर्शनकारियों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए। इसी बीच एक बार फिर भड़की हिंसा में रविवार को देश भर में सुरक्षा अधिकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं समेत प्रदर्शनकारियों से झड़प में लगभग 400 से ज्यादा लोग और मारे गए।
पूर्व पीएम खालिदा जिया जेल से रिहा
सेना अधिकारियों ने हिंसा को शांत करने की कोशिश में सबसे पहले रविवार को मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया, जबकि ब्रॉडबैंड इंटरनेट को सोमवार को कुछ समय के लिए बंद किया गया। सेना की ओर से लगाया गया कर्फ्यू रविवार रात से जारी है और सोमवार सुबह इसमें इसमें ढाका के बाद कई नए इलाके और जिला मुख्यालय शामिल कर दिये गए।
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