पाकिस्तान के ग्वादर में मुहम्मद अली जिन्ना की एक मूर्ति को बम धमाके से नष्ट कर दिया गया। पाकिस्तान में ये वारदात वहां की प्रतिबंधित बलूच लिबरेशन फ्रंट ने की, और उन्होंने बाकायदा इस हमले की जिम्मेदारी भी ली है। आपको बता दें कि ये शहर पाकिस्तान के साथ-साथ चीन के लिए भी अहम है क्योंकि चीन ने यहां अरबों डॉलर का निवेष कर रखा है। जिन्ना की ये प्रतिमा इस साल की शुरुआत में मरीन ड्राइव पर लगाई गई थी, जिसे ग्वादर में सेफ एरिया माना जाता है। लेकिन बावजूद इसके बलूच लिबरेशन फ्रंट के आतंकियों ने इसे धमाके से उड़ा दिया।
पाकिस्तान में ही महफूज़ नहीं है 'जिन्ना', आतंकियों ने उड़ा दी 'कायद-ए-आज़म' की मूर्ति
jinnah statue blew up in gwadar pakistan
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27 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:06 PM)
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सूत्रों के मुताबिक ये हमला जिन्ना की मूर्ति के नीचे एक विस्फोटक उपकरण रखकर किया गया, जिसमें 'कायद-ए-आज़म' मुहम्मद अली जिन्ना की मूर्ति पूरी तरह से टूट गई। बलोच रिपब्लिकन आर्मी के प्रवक्ता बबगर बलोच ने बाकायदा ट्विटर पर विस्फोट की जिम्मेदारी ली है। ग्वादर के उपायुक्त रिटायर्ड मेजर अब्दुल कबीर खान के हवाले से कहा गया कि मामले की उच्चतम स्तरीय जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि विस्फोटक लगाकर जिन्ना की प्रतिमा को नष्ट करने वाले पर्यटकों के रूप में क्षेत्र में घुसे थे। उनके मुताबिक अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन एक-दो दिन में जांच पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने कहा, 'हम मामले को सभी कोणों से देख रहे हैं और जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।' जिन्ना 1913 से लेकर 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान की स्थापना तक ऑल इंडिया मुस्लिम लीग के नेता रहे। इसके बाद 1948 में निधन होने तक वह पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल रहे।
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