Death, Drugs & Dawood: सोनाली फोगाट का दाऊद कनेक्शन (Dawood Connection)। ये सुनकर आप भी चौंक रहे होंगे। लाजमी भी है क्योंकि कहां दाऊद जो हिन्दुस्तान की सरहद से दूर दूसरे मुल्क में बैठकर अपनी डी कंपनी (D-Company) चला रहा है, जबकि टिकटॉक (Tic Tok) स्टार सोनाली फोगाट (Sonali Fogat) की मौत रहस्यमयी हालात में गोवा में हुई।
सोनाली की मौत के पीछे दिखा दाऊद का हाथ? डी कंपनी का ये खास 'भाई' देखता है ड्रग्स का धंधा
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01 Sep 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:25 PM)
और अभी तक जो कुछ भी सामने आया है उसके मुताबिक यही कहा जा रहा है कि सोनाली की मौत के पीछे है ड्रग्स की ओवरडोज़। और जबसे सोनाली फोगाट की मौत की खबर सामने आई है बस तभी से एक ड्रग्स का नाम सभी की जुबान पर छाया हुआ है और वो है मेटामफिटामाइन यानी MDMA।
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लेकिन देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी NIA के सबसे ताज़ा डोजियर पर यकीन किया जाए तो हिन्दुस्तान में फैला MDMA, LSD और केटामाइन ड्रग्स के सिंडीकेट को दाऊद गैंग की डी कंपनी ही कंट्रोल करती है। इन दिनों सबसे ज़्यादा डिमांड वाली ये तीनों ड्रग्स देश के अलग अलग शहरों में खासतौर पर दिल्ली मुंबई, बैंगलुरू और गोवा जैसी जगहों पर इस ड्रग्स की सप्लाई और उसकी तस्करी की सारी ज़िम्मेदारी दाऊद इब्राहिम के छोटे भाई अनीस इब्राहिम के कंधों पर है।
और भारत में ड्रग्स का सिंडीकेट अनीस इब्राहिम के इशारे पर ही काम करता है। NIA की ताजा रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ड्रग्स के इस धंधे से डी कंपनी बड़ा मुनाफा कमाती है और उसकी ये कमाई कई दूसरे ग़ैरक़ानूनी धंधों को चलाने के काम भी आती है।
Death & Drugs : ताज़ा खुलासा ये है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी NCB ने दो साल के दौरान मुंबई और उसके आस पास के इलाक़ों से क़रीब दो हज़ार करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी है जिनमें ज़्यादातर यही तीन ड्रग्स हैं। ड्रग्स की तस्करी और उसकी खेप को एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाने के इल्ज़ाम में NCB ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।
खुलासा ये भी है कि दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी 2.0 का सेटअप तैयार करने में लगी हुई है। और उसके इस नए प्रॉजेक्ट को हवा और हवाला से पैसा न सिर्फ ड्रग्स का सिंडीकेट पहुँचा रहा है बल्कि अल क़ायदा और जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन भी मदद कर रहे हैं।
असल में NIA ने इसी साल फरवरी के महीने में पकड़े गए दाऊद के सबसे खास सिपहसालार छोटा शकील के रिश्तेदार सलीम फ्रूट को पकड़ा था। और उसने जांच एजेंसी के सामने कुबूल किया था कि दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी किस तरह से कॉरपोरेट की तरह अपनी कंपनी का विस्तार करना चाहती है और उसके लिए उसने डी कंपनी 2.0 का कन्सेप्ट तैयार किया है।
Sonali Death & Drugs: उसी सलीम फ्रूट ने ये भी बताया कि किस तरह अनीस इब्राहिम के इशारे पर मुंबई और उसके आस पास के इलाक़ों में ड्रग्स और गोल्ड की स्मगलिंग का काम चल रहा है। और इस धंधे से मिलने वाले पैसे को आतंकी संगठन की मदद के लिए डायवर्ट करने का एक पूरा नया सैटअप है।
सलीम फ्रूट के खुलासे पर यकीन किया जाए तो हिन्दुस्तान में ड्रग्स के धंधे को फैलाने और उसके लिए ज़रूरी सहूलियतें जुटाने के साथ साथ आतंकी संगठनों तक पैसा पहुँचाने में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का रोल बेहद अहम है। ISI हिन्दुस्तान के छोटे शहरों के भटके हुए नौजवानों को ड्रग्स की स्मगलिंग के धंधे में लगाने के लिए बाकायदा ट्रेनिंग तक देती है। और उन लड़कों को ट्रेनिंग देने का काम कोई और नहीं खुद अनीस इब्राहिम की देख रेख में पूरा किया जाता है।
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