ये दिल दहला देने वाली घटना बिहार के समस्तीपुर की है. दुनिया में जन्म लेने के बाद एक बच्ची ने अभी रोना भी नहीं सीखा था कि उसके मुंह पर टेप चिपका दिया गया. उसका जुर्म सिर्फ इतना था कि मां की कोख में 9 महीने बिताने के बाद जन्म बेटी के रूप में लिया.
मेरा क्या कसूर : जन्म के कुछ घंटे बाद ही बिटिया के मुंह पर टेप लगाया, बोरी में डाला और पानी से भरे गड्ढे में फेंक दिया
Bihar crime news A few hours after birth, the girl's mouth was taped, put in a sack and thrown into a pit filled with water.
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09 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:02 PM)
फिर उसे प्लास्टिक की बोरी में डालकर पानी से भरे गड्ढे में फेंक दिया गया. मुंह पर टेप इसलिए लगाया था कि वो रो ना सके. लेकिन भूख से परेशान बच्ची बोरी में बंद होने के बाद भी हाथ-पैर चलाती रही. तभी वहां से गुजर रही एक महिला की नजर पड़ी. उसने बोरे को बाहर निकाला तो बच्ची को देख भौचक रह गई.
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महिला ने तुरंत बच्ची के मुंह से टेप हटाया. वो रोने लगी. इस महिला ने उसे गोद में चिपका लिया. लेकिन उसकी हालत खराब देखते हुए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया. वहां डॉक्टरों ने बताया कि कुछ देर और हो जाता तो बच्ची को बचाना मुश्किल था. लेकिन अब बच्ची की हालत स्थिर है.
तड़के 5 बजे बच्ची मिली
ये मामला समस्तीपुर के गोपालपुर पंचायत के वार्ड-12 के झउड़ी गांव का है. रोजाना की तरह 8 अगस्त रविवार की सुबह करीब 5 बजे आशा देवी अपने पशुओं को देखने जा रहीं थीं. घर से कुछ दूरी पर ही गड्ढे में पानी भरा है.
उसी में प्लास्टिक की बोरी में कुछ हलचल देखकर आशा देवी वहां पहुंचीं. बोरी के अंदर से बच्चे की चीखने जैसी हल्की आवाज भी आ रही थी. चूंकि सुबह का वक़्त था इसलिए आवाज उन तक पहुंच भी गई. इसलिए तुरंत उन्होंने बोरी को गड्ढे से बाहर निकाला और खोला तो उसमें नवजात बच्ची मिली.
नवजात के मिलते ही जुटी भीड़
नवजात बच्ची के मुंह पर टेप चिपका हुआ देख वो समझ गईं कि जानबूझकर किसी ने उसे मारने के इरादे से गड्ढे में फेंका था. इस बारे में उन्होंने अपने घरवालों को जानकारी दी. कुछ देर बाद में ही पूरे गांव में ये ख़बर फैल गई. काफी संख्या में लोग वहां जुटे और पास के सरकारी अस्पताल में उसे ले जाया गया. वहां बच्ची का चेकअप किया गया और उसे नए कपड़े पहनाए गए.
जन्म के कुछ घंटे बाद ही फेंका गया
गांव के स्थानीय सरकारी सामुदायिक अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची को देखकर ये साफ है कि उसका जन्म कुछ घंटे पहले ही हुआ था. जन्म के बाद ही उसके मुंह पर टेप लगाकर बोरी में भरकर फेंक दिया गया. लेकिन ये पता नहीं चल पाया कि वो असल में किसके परिवार की बच्ची है.
हालांकि, इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है. गांव और आसपास के इलाके में हाल में गर्भवती महिलाओं की जानकारी जुटाई जा रही है. वहीं, बाल कल्याण अधिकारी नौशाद रजा ने बताया कि बच्ची की देखरेख की जा रही है.
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