साइबर अपराधियों का जाल
Cyber Criminal का फैला जाल, शातिरों की इस करतूत से बिहार के हज़ारों बेरोजगार बन रहे शिकार
शातिरों की करतूत से बेरोजगार लूट रहे, सरकारी वेबसाइट से लूट, cyber crime, unemployed Beltron, cyber criminals Patna Bihar, latest cyber crime crime in Hindi in Crimetak
ADVERTISEMENT
23 Feb 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:14 PM)
Latest Crime News: बिहार की राजधानी पटना (PATNA) में साइबर (CYBER) शातिरों ने अपना जाल फैला रखा है। साइबर अपराधियों (Cyber Criminals) के टारगेट (Target) पर हैं वो बेरोजगार (unemployed) जो नौकरी (job) की किसी भी गुंजाइश को अपने हाथों से दूर नहीं जाने देना चाहते। ऐसे ही बेरोजगारों की तलाश को साइबर अपराधियों ने अपनी कमाई का ज़रिया बना लिया।
ADVERTISEMENT
ताजा मामला बिहार सरकार (Bihar Govt) की वेबसाइट से जुड़ा हुआ है। हुआ ये कि शातिरों ने बेलट्रान (Beltron) की मूल वेबसाइट (website) bsedc.bihar.gov.in में हेरफेर करके एक नई वेबसाइट (website) तैयार कर ली। उस वेबसाइट के जरिए शातिरों ने भोले भाले लोगों को फंसाना शुरू किया और पैसे वसूलने लगे। लेकिन ये बात ज़्यादा दिनों तक छुपी नहीं रह सकी और शातिरों की साज़िश का भंडाफोड़ हो ही गया। खुलासा तब हुआ जब बेल्ट्रान (Beltron) के परियोजना पदाधिकारी जाहिद लतीफ ने शास्त्री नगर थाने में जालसाजों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
सरकारी वेबसाइट की आड़ में लूट
Cyber Crime News: साइबर अपराधियों ने बिहार सरकार से मिलती जुलती साइट बनाकर वैकेंसी निकाली और उसपर नौकरी के लिए आवेदन मांगा. इस साइट के जरिए आवेदन करने वालों से एक तय रकम की डिमांड भी की। डिमांड पूरी होते ही ये शातिर लोग फर्जी नियुक्ति पत्र थमा देते थे। लेकिन जब उस नियुक्ति पत्र को लेकर कोई तय विभाग में जाता तो पता चलता कि वो फरेब का शिकार हो गया।
मामला दर्ज होने के बाद शास्त्री नगर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुर कर दी है। बेल्ट्रॉन की मूल वेबसाइट bsedc.bihar.gov.in है. उधर शातिरों ने इसी नाम से फर्जी वेबसाइट बनाई है, जिसका एड्रेस bsedc. bihar gov.co. in है । मूल वेबसाइट से बिल्कुल मिलती जुलती इस वेबसाइट के झांसे में युवा आकर अपना समय और धन दोनों बर्बाद करते रहे। पुलिस ने युवाओं को सलाह दी है कि इस फर्जी वेबसाइट से बचकर रहें।
पुलिस को शातिरों की तलाश
Bihar Cyber Crime News:इस मामले पर बेलट्रान के पदाधिकारी का कहना है कि बेलट्रान में किसी तरह की अभी वैकेंसी नहीं निकाली गई है। आधिकारिक बयान मिल जाने के बाद ही पुलिस की साइबर सेल की मदद से शातिरों की तलाश में जुट गई है।
पुलिस फर्जी वेबसाइट के आईपी एड्रेस की तलाश करके शातिरों तक पहुंचने की कोशिश में लगी है। उधर, फर्जी वेबसाइट पर हजारों युवाओं ने अपना प्रोफाइल अपलोड कर नौकरी के लिए आवेदन किया है। बेलट्रान के सहारे बेरोजगारों से करोड़ों रुपये की वसूली का ये मामला समय रहते पता चल गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
ADVERTISEMENT