UP Gorakhpur : IIT इंजीनियर मुर्तुजा को फांसी की सजा, गोरखनाथ मंदिर के बाहर PAC जवानों पर किया था हमला

UP Gorakhpur temple attack accused Ahmed Murtuja Abbasi News : IIT इंजीनियर मुर्तुजा को फांसी की सजा, गोरखनाथ मंदिर के बाहर PAC जवानों पर किया था हमला

CrimeTak

30 Jan 2023 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:35 PM)

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Gorakhpur Murtuja Case : गोरखनाथ मंदिर के बाहर सुरक्षाकर्मियों पर बांके से हमला करने वाले आरोपी इंजीनियर मुर्तुजा को एएनआई कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है. देश के खिलाफ जंग छेड़ने का दोषी मानते हुए NIA कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है. लखनऊ एनआईए स्पेशल कोर्ट ने इस सजा का ऐलान किया है.

कौन है अहमद मुर्तुजा अब्बासी?

Who is Ahmed Murtuja Abbasi : अहमद मुर्तुजा अब्बासी का परिवार बेहद नामी रहा है. मुर्तुजा अब्बासी के दादा जिला जज हुआ करते थे. जबकि पिताजी अधिवक्ता थे. परिवार के लोगों का कहना है कि इस घटना के पीछे पुलिस का ही बड़ा हाथा है.

क्योंकि 3 दिन पहले ही पुलिस ने 36 लाख के बकाए के रूप में कोर्ट नोटिस का हवाला देते हुए अहमद मुर्तुजा को खोज रही थी. लेकिन उस नोटिस में क्या था. ये पता नहीं चल पाया है. चूंकि वो पहले से मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गया था. ऐसे में नोटिस की वजह से वो पहले से ज्यादा हाइपर हो गया. इसके बाद ही वो ना जाने कैसे मंदिर के पुलिसवालों के पास पहुंचा और फिर हमला कर दिया.

पहले प्रयास में IIT में सिलेक्ट हुआ था मुर्तुजा

Who Is Ahmad Murtaza Abbasi : IIT से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है. उस युवक का नाम है अहमद मुर्तुजा अब्बासी. वो गोरखपुर के एक नामी परिवार से आता है. परिवार का दावा है कि पिछले कुछ समय से उसकी मानसिक हालात ठीक नहीं है. दसवीं और 12वीं में वो स्कूल टॉपर रहा है. 12वीं में इसके 92% नंबर आए थे.

पहले प्रयास में IIT में सिलेक्ट हो गया था. साल 2015 में इसने IIT से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी. इसके बाद तुरंत उसकी अच्छी नौकरी भी लग गई थी. लेकिन बाद में मानसिक रूप से परेशान होकर उसने नौकरी छोड़ दी थी. घटना से तीन दिन पहले वो मुंबई से गोरखपुर आया था.

पिता ने मुर्तुजा अब्बासी की बताई पूरी कहानी

Ahmed Murtuja Abbasi Life Story : पिता ने बताया कि अहमद मुर्तुजा अब्बासी के जन्म के बाद हमलोग मुंबई चले गए थे. वो काफी इंटेलिजेंट था. साथ ही साथ जल्दी घबरा भी जाता था. लेकिन हमलोग उसकी इस परेशानी को कभी समझ नहीं पाते थे. हमने उसको इग्नोर किया. क्योंकि वो पढ़ने में बहुत अव्वल था. खेलने कूदने में बहुत अच्छा था. फुटबॉल और टेनिस का अच्छा प्लेयर रहा है.

बैडमिंटन भी खेलता था. वो हमेशा क्लास में टॉप करता था. मुंबई के स्कूल में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट दोनों में उसने टॉप किया था. स्कूल के बोर्ड पर उसका नाम कोई भी देख सकता है.

2008 में उसने 10वीं में टॉप और फिर 2010 में बारहवीं की थी. बारहवी में 92 प्रतिशत नंबर आए थे. इसके बाद उसने तुरंत IIT परीक्षा दी और पहले प्रयास में ही अच्छी रैंक लाया. जिसके बाद आईआईटी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की.

आईआईटी मुंबई में केमिकल इंजीनियरिंग की. केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद उसे 2015 में डिग्री मिल गई. इसके बाद उसकी एक कंपनी में तुरंत नौकरी भी लग गई. जिसे जानकर हम लोगों को बहुत खुशी हुई थी. लेकिन आईआईटी की पढ़ाई के दौरान भी बीच-बीच में सबकुछ छोड़कर वो घर आ जाता था.

वो काफी अकेलापन महसूस करता था. तब उसकी खराब मानसिक हालत की जानकारी हुई. फिर वो डिप्रेशन में आने लगा था. फिर अचानक उसने नौकरी से रिजाइन कर दिया. उसने कहा कि मुंबई में रहना पापा हमारे बस का नहीं है. उसने ये भी कहा कि मुझे यहां अच्छा नहीं लग रहा है. इसके बाद वो कुछ ऐप डिवेलपमेंट पर काम करने लगा था. लेकिन उससे भी निराश था.

गोरखपुर की क्या है पूरी घटना?

Gorakhpur Temple Attack News : गोरखनाथ मंदिर के बाहर सड़क किनारे ही मुर्तुजा ने पुलिसवालों पर हमला किया था. रविवार 3 अप्रैल की शाम करीब 7 बजकर 20 मिनट पर अटैक हुआ. करीब 15 मिनट तक वहां आसपास खूब हंगामा हुआ.

आखिर में एक पुलिसकर्मी की सूझबूझ से दबोच लिया गया. लोगों का कहना है कि हाथ में बांका लेकर ये युवक 'अल्लाह हू अकबर' का नारा लगा रहा था. वो पुलिसवालों से ये कह रहा था कि ''मैं चाहता हूं कि तुम लोग मुझे गोली मार दो।''

इस घटना को लेकर पुलिस एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मीडिया को एक बयान दिया है. उनके अनुसार, आरोपी अहमद मुर्तुजा के पास से कई संदिग्ध ऐसी चीजें मिलीं है जो किसी बड़ी साजिश की तरफ इशारा कर रहीं हैं. इसलिए इसमें आतंकी एंगल हो सकता है या नहीं.

इस बारे में जांच की जा रही है. एटीएस और एसटीएफ की टीमें जांच कर रहीं हैं. वहीं, यूपी प्रशासन का कहना है कि जिन दो पीएसी और एक पुलिसकर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की और घायल हो गए. उन तीनों बहादुर जवानों को 5-5 लाख का इनाम दिया जाएगा.

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