भारत से पंगा लेने वाले कनाडा पीएम जस्टिन ट्रूडो की हो गई विदाई, पद से दिया इस्तीफा
Canada PM Justin Trudeau: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। ट्रूडो के इस्तीफे के कई कारण बताए जा रहे हैं। इनमें भारत के साथ रिश्तों में आई खटास को भी अहम मुद्दा माना जा रहा है।
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Canada PM Justin Trudeau: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। ट्रूडो के इस्तीफे के कई कारण बताए जा रहे हैं। इनमें भारत के साथ रिश्तों में आई खटास को भी अहम मुद्दा माना जा रहा है। वो लगभग 9 साल तक प्रधानमंत्री रहे थे। उनका इस्तीफा देने के बाद, जब तक नया प्रधानमंत्री नहीं चुना जाएगा, तब तक वो कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में काम करते रहेंगे। ट्रूडो के इस्तीफे के कई कारण बताए जा रहे हैं। इनमें भारत के साथ रिश्तों में आई खटास को भी अहम मुद्दा माना जा रहा है, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगातार की जा रही आलोचना और पार्टी में बढ़ते विवाद को शामिल किया जा रहा है।
कनाडा पीएम ने दिया इस्तीफा
डोनाल्ड ट्रंप ने जब अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव जीता था, तब उन्होंने ट्रूडो को अमेरिका का 51वां राज्य का गवर्नर कहकर मजाक उड़ाया था। इसके अलावा, ट्रूडो ने कनाडा में खालिस्तानी नेता की हत्या के मामले में भारत पर आरोप लगाए थे, लेकिन वो इस बारे में कोई ठोस सबूत नहीं पेश कर पाए। इस सब के बीच, पार्टी में उनकी लोकप्रियता काफी कम होने लगी और उनके खिलाफ आंतरिक विवाद बढ़ता चला गया, जिसे देखते हुए उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला लिया।
भारत के साथ कैसे थे संबंध ?
इस्तीफा देने के बाद, ट्रूडो ने कहा कि "कनाडा की लिबरल पार्टी हमारे देश और लोकतंत्र के इतिहास में एक महत्वपूर्ण संस्था है। एक नया प्रधानमंत्री और पार्टी का नेता देश के मूल्यों और आदर्शों को अगले चुनाव में आगे बढ़ाएगा। मुझे इस प्रक्रिया को होते देख खुशी होगी।" उन्होंने आगे कहा कि "हमें 2021 में तीसरी बार चुनाव में जीत मिली थी, ताकि हम कोविड महामारी के बाद अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकें और कनाडा के हितों को दुनिया में आगे बढ़ा सकें। हम इसी काम को जारी रखेंगे।"
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भारत से पंगा लेना पड़ा भारी
जस्टिन ट्रूडो 2015 से कनाडा के प्रधानमंत्री थे, और अब उनके इस्तीफे के बाद लिबरल पार्टी में नए नेता की तलाश शुरू हो गई है। उनके इस्तीफे के बाद, कनाडा में जल्द चुनाव होने की संभावना भी बढ़ गई है। पहले, ट्रूडो ने इस्तीफा देने से मना कर दिया था, लेकिन पार्टी ने उन पर इस्तीफा देने का दबाव डालते हुए चेतावनी दी थी कि अगर उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया तो उन्हें पद से हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अब लिबरल पार्टी को नए प्रधानमंत्री के रूप में कार्यवाहक नेता का चयन करना होगा। बात करे भारत के साध संबंध की तो पिछले कुछ वक्त से भारत और कनाडा के रिश्तों में कड़वाहट आ चुकी है. कनाडा में खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि हत्या में भारतीय एजेंट्स के शामिल होने के सबूत हैं.भारत ने इस आरोप से इनकार कर दिया था लेकिन इसके बाद से दोनों देशों के बीत के संबंध बद से बदतर हो गए।
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