मां ने ही कराया बेटे और बहू का मर्डर, भाई संग मिलकर रची साजिश, अवैध संबंधों के चलते ली जान
Crime News: राजस्थान के करौली जिले में पति-पत्नी की हत्या की साजिश युवक की मां ने ही रची थी। अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होने के डर से मां ने अपने भाई और नौकर के साथ मिलकर अपने बेटे और बहू की हत्या कर दी, क्योंकि दोनों के बीच विवाहेतर संबंध थे।
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Crime News: राजस्थान के करौली जिले में पति-पत्नी की हत्या की साजिश युवक की मां ने ही रची थी। अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होने के डर से मां ने अपने भाई और नौकर के साथ मिलकर अपने बेटे और बहू की हत्या कर दी, क्योंकि दोनों के बीच विवाहेतर संबंध थे।
दरअसल मां को डर था कि अगर बेटे और बहू के अवैध संबंधों का पता चल गया तो उसके परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया जाएगा, इसलिए उसने अपने भाई के साथ मिलकर बेटे और बहू दोनों की हत्या की साजिश रची और वारदात को अंजाम देने के लिए ड्राइवर को शामिल किया। पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात कैला देवी मंदिर से लौटते समय ड्राइवर और मामा ने करौली जिले में सुनसान जगह पर कार में ही विकास और उसकी पत्नी दीक्षा की गोली मारकर हत्या कर दी।
दंपत्ति आगरा (उत्तर प्रदेश) के एक गांव के रहने वाले थे और इसी साल जनवरी में उनकी शादी हुई थी। संबंधित खबर सर्किल ऑफिसर अनुज शुभम ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया, "मां ललिता ने अपने बेटे विकास और बहू दीक्षा को कई बार अवैध संबंधों में रंगे हाथों पकड़ा था। ललिता ने अपनी बहू और बेटे से अवैध संबंध खत्म करने को कहा, लेकिन दोनों ने अपनी गतिविधियां जारी रखीं, इसलिए ललिता ने अपने भाई रामबरन के साथ मिलकर अपने बेटे और बहू की हत्या की साजिश रची।
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पुलिस के मुताबिक, रामबरन ने विकास और दीक्षा की हत्या के लिए पिछले महीने एक सेकेंड हैंड कार और एक पिस्तौल खरीदी थी। वह कार का इस्तेमाल कर उन्हें मारने के लिए उपयुक्त जगह की तलाश में कई जगहों पर गया। साजिश में रामबरन ने अपने ड्राइवर चमन खान को भी शामिल किया। पुलिस ने बताया कि रामबरन और खान ने कई सुनसान और दुर्घटना संभावित इलाकों का सर्वे किया, जिसका वीडियो भी जांच के दौरान रामबरन के मोबाइल में मिला।
करीब छह-सात दिन पहले रामबरन ने खान को अपनी कार से आगरा में विकास के गांव भेजा, जहां खान ने कार से 'दुर्घटना' कर उन्हें मारने की योजना बनाई, लेकिन पुलिस के मुताबिक वह सफल नहीं हो सका। इसके बाद, रामबरन ने उसे एक युवा जोड़े की मदद से आगरा में विकास के गांव भेजा। पुलिस ने बताया कि 29 अक्टूबर को खान योजना के मुताबिक जोड़े के साथ मंदिर के लिए निकला। मंसलपुर के भोजपुर गांव के पास एक सुनसान जगह पर खान ने विकास से, जो उस समय कार चला रहा था, कार रोकने को कहा।
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इसके बाद वह इंजन चेक करने के बहाने कार से बाहर निकला। पुलिस ने बताया कि कुछ देर बाद रामबरन वहां पहुंचा। खान और ड्राइवर रामबरन दोनों ने कार के अंदर विकास और दीक्षा की गोली मारकर हत्या कर दी।
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