कोटा में एक और स्टूडेंट ने किया सुसाइड, 7वीं मंजिल से कूदकर दे दी जान, आरोप- हॉस्टल की वार्डन कर रही थी...

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कोटा में एक और स्टूडेंट ने किया सुसाइड, 7वीं मंजिल से कूदकर दे दी जान, आरोप- हॉस्टल की वार्डन कर रही थी...
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Kota News: राजस्थान के कोटा में छात्रों के आत्महत्या करने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हाल ही में एक 19 वर्षीय छात्रा जिया खंडेलवाल ने सातवीं मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी। जिया कोटा में कॉमर्स की कोचिंग कर रही थी और घटना के समय अपनी मौसी के घर पर थी। उसने राजीव गांधी नगर की एक इमारत से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, जिससे पुलिस विभिन्न पहलुओं से मामले की जांच कर रही है। इस घटना ने एक बार फिर से कोटा में छात्रों की मानसिक स्थिति और आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

कोटा में एक और छात्रा की आत्महत्या

जिया खंडेलवाल, जो गुमानपुरा की निवासी थी और कोटा में कॉमर्स की तैयारी कर रही थी। वह अपनी मौसी के घर गई थी और वहीं से उसने सातवीं मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया। इस घटना के बाद जिया को तुरंत मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुसाइड नोट न मिलने की वजह से पुलिस इस मामले की जांच अन्य कोणों से भी कर रही है। पुलिस अधिकारी मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रहे हैं और इस बात की पुष्टि की जा रही है कि छात्रा ने आत्महत्या क्यों की।

सुसाइड नोट नहीं मिला, पुलिस कर रही अन्य पहलुओं से जांच

पुलिस की जांच में यह पता चला कि जिस इमारत से जिया ने कूदकर जान दी, उसमें तीसरे फ्लोर पर उसकी मौसी रहती हैं। जिया अपने मौसी के घर आई थी और कुछ समय बाद उसने इमारत की सातवीं मंजिल से छलांग लगा दी। पुलिस को घटना की जानकारी रात करीब 8 बजे मिली, जिसके बाद मामले की जांच शुरू की गई। जिया के माता-पिता जो दोनों डॉक्टर हैं, उन्हें इस घटना से गहरा आघात पहुंचा है। हालांकि, आत्महत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।

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मौसी के घर गई थी छात्रा, उसी बिल्डिंग से लगाई छलांग

इस घटना के बाद पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि किसी भी प्रकार की संदिग्ध जानकारी का पता लगाया जा सके। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि जिया के जीवन में कोई तनाव या दबाव था, जिसकी वजह से उसने यह कदम उठाया। हालांकि, सुसाइड नोट न मिलने से पुलिस को मामले में कुछ मुश्किलें आ रही हैं, लेकिन वह हर संभव कोशिश कर रही है कि घटना के पीछे के कारणों का खुलासा हो सके।

माता-पिता दोनों डॉक्टर, आत्महत्या के कारणों का पता नहीं

कोटा, जहां देशभर से छात्र बेहतर भविष्य की उम्मीद में कोचिंग के लिए आते हैं, वहां आत्महत्या की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इस घटना ने एक बार फिर से इस मुद्दे को उजागर किया है कि छात्रों पर पढ़ाई का दबाव और मानसिक तनाव किस हद तक खतरनाक साबित हो सकता है। कोटा में यह कोई पहली घटना नहीं है, जब किसी छात्र ने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाया हो, और यही कारण है कि इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस इस मामले में जल्द ही सच्चाई का पता लगाने की कोशिश कर रही है, ताकि जिया की आत्महत्या के पीछे की असल वजह सामने आ सके।

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