Shraddha Case : किचन में मिले खून के निशान, मर्डर वाले दिन आफताब ने श्रद्धा के बैंक खाते से निकाले थे 50 हजार

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Shraddha Case : किचन में मिले खून के निशान, मर्डर वाले दिन आफताब ने श्रद्धा के बैंक खाते से निकाले ...
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Delhi Shraddha Murder Case : दिल्ली के छतरपुर में श्रद्धा मर्डर केस में पुलिस को अब अहम सबूत मिले हैं. जिस कमरे में आफताब ने श्रद्धा की हत्या की थी उसके किचन में खून के निशान मिले हैं. इसके साथ ही पुलिस ने पूरी घटना के सीन को रीक्रिएट (Crime Scene) भी किया. क्राइम सीन रीक्रिएशन के जरिए इस सनसनीखेज मर्डर मिस्ट्री की एक-एक बारीकियों को समझने की कोशिश की गई. इस दौरान ही पुलिस आरोपी आफताब के बताए हुए स्थान पर फॉरेंसिक जांच भी कर रही थी. उधर, बैंक डिटेल्स में पता चला है कि 18 मई को ही आफताब ने श्रद्धा के बैंक अकाउंट से 3 ट्रांजैक्शन किए थे. इसमें सबसे बड़ा ट्रांजैक्शन 50 हजार रुपये का था. जिसे श्रद्धा के खाते से आफताब ने अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए थे.

उसी दौरान किचन से खून के निशान मिले. बाथरूम से भी ब्लड मिलने के निशान है. अब इसकी डीएनए जांच भी कराई जाएगी. जिससे ये पुष्टि हो सकेगी कि खून के ये निशान श्रद्धा के ही थे. असल में इसके लिए पहले पता लगाया जाएगा कि खून इंसान का है या नहीं. अगर वो इंसानी खून निकला तो श्रद्धा के पिता के डीएनए सैंपल से मैच कराया जाएगा. अगर सबकुछ मैच कर गया तो आफताब के खिलाफ मर्डर में ये अहम सबूत साबित होगा.

 इससे पहले, सोमवार यानी 14 नवंबर की रात में ही पुलिस टीम आरोपी आफताब को उसके रूम पर ले जाकर सीन रीक्रिएट कराया था. उस दौरान ये पता चला कि आफताब ने श्रद्धा के सीने पर बैठकर दोनों हाथ से उसका गला दबाया था. मौत होने के बाद श्रद्धा की लाश को बाथरूम में ले गया था. जब वो लाश को टुकड़ों में काटता था तब उसके शॉवर को चालू रखता था. ताकी खून तुरंत निकलता रहे.

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इस तरह खून को सीवेज में बहा देता था. रात के वक्त ही बॉडी के टुकड़े करता था जिससे किसी को कोई भनक नहीं लगे. 18 मई को हत्या करने के बाद अगले 5 जून तक वो रात के 2 बजे श्रद्धा के बॉडी पार्ट्स को बैग में रखकर जंगल में ले जाकर फेंक देता था. इस तरह करीब 18 दिनों तक उसने ऐसे ही श्रद्धा के कटे हुए शरीर को अलग-अलग इलाकों में फेंकता रहा.  

क्या है श्रद्धा मर्डर केस

 Delhi Shraddha Murder : इस मर्डर की शुरुआत होती है मुंबई से. साल 2018. उस समय श्रद्धा 25 साल की और आफताब अमीन 27 साल का था. दोनों की मुलाकात बंबल डेटिंग ऐप से हुई थी. यहीं से दोनों की दोस्ती हुई. फिर प्यार करने लगे. दोनों कॉल सेंटर में उस समय नौकरी करते थे. श्रद्धा से आफताब ने इमोशनल दोस्ती की. फिर दोनों ने एक साल में तय किया कि लिव-इन में रहेंगे. साल 2019 से दोनों लिव इन में रहने लगते हैं. इसके लिए मलाड में ही किराए का एक कमरा ले लिया. इधर, मां ने विरोध जताया. तब श्रद्धा ने कहा था कि....

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मैं 25 साल की हो गई हूं और मुझे मेरे फैसले लेने का पूरा अधिकार है. मुझे आफताब अमीन पूनावाला के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहना है. मैं आज से आपकी बेटी नहीं समझो.

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ये बात कहकर ही श्रद्धा अपने घर से सामान लेकर जाने लगी थी. माता-पिता दोनों ने काफी उसे समझाया था. लेकिन वो नहीं मानी. दोनों एक साथ लिव-इन में रहने लगे. इधर, मां-बाप परेशान. खुद की बेटी खोज खबर उसके वॉट्सऐप स्टेटस. फेसबुक और इंस्टाग्राम से अपडेट लेते थे.

इस तरह एक साल का वक्त निकला. श्रद्धा की मां सुमन परेशान रहने लगी. और आखिरकार 23 जनवरी 2020 को सुमन की मौत हो गई. सुमन की मौत पर 4 साल पहले से अलग रहने वाले उनके पति और एक साल से लिव-इन में रहने वाली बेटी श्रद्धा भी आखिरी बार वहां पहुंचे थे. पर बात नहीं हुई. फिर सुमन की मौत के करीब 15 दिनों बाद बेटी से पिता की फोन पर बात हुई थी. तब उसने बताया था कि आफताब उसे परेशान करता था. इसका विरोध करने पर आफताब ने माफी मांग ली थी. जिसके बाद श्रद्धा फिर से उसी के साथ रहने पर राजी हो गई थी.

कत्ल करने के लिए मुंबई से दिल्ली आया

 Mumbai Delhi Murder Mystery : पुलिस की पूछताछ में पता चला कि 8 मई 2022 को मुंबई से दोनों दिल्ली आए थे. पहली बार दोनों पहाड़गंज के होटल में रुके थे. इसके बाद सैजदुल्लाजाब के हॉस्टल में रुके थे. फिर कुछ दिनों तक दोस्त के साथ रहे थे. इसके बाद गूगल से लोकेशन तलाशते हुए छतरपुर में किराए का फ्लैट लिया था. यहां आने के 10 दिनों बाद ही आफताब ने श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या कर दी. इसके बाद लाश को कमरे में ही 24 घंटे तक रखे रहा.

अब वो लाश को ठिकाने लगाना चाहता था. लेकिन लाश को कैसे बाहर ले जाता. दिल्ली में आफताब के पास कार भी नहीं थी. अकेले लाश को कैसे ठिकाने कैसे लगाता. इसलिए सोचा कि अब उसे कई टुकड़ों में काटकर ठिकाने लगाया जाए. अब ऐसा करने के लिए उसने अपने पुराने फूड ब्लॉगर वाला तरीका चुना. मार्केट में जाकर पहले आरी खरीदी. फिर 300 लीटर वाला एक फ्रिज ले आया. साथ में कई रूम फ्रेशनर भी ले आया.

ये सबकुछ लाकर उसने कमरे में बाथरूम में लाश को रखकर आरी से कई टुकड़े काटे. हाथ और पैर को दर्जनों टुकड़ों में काटा. फिर उसे प्लास्टिक में पैककर फ्रिज में रखा. रूम फ्रेशनर को बार-बार कमरे में डालता था. ताकि कमरे से बदबू ना आए. इस तरह उसने 18 दिनों तक यानी 5 जून तक श्रद्धा के 35 टुकड़ों में लाश को ठिकाने लगाते रहा. यहां से वो बैग में डालकर उसके शव को टुकड़ों को रोजाना रात में महरौली के जंगल से लेकर अलग-अलग इलाकों में फेंकता रहा. जब तक उसने फ्रिज में लाश रखी रही उस दौरान तक ये जोमैटो से ऑनलाइन खाना मंगाकर उसी फ्रिज में रखता था. उसी में से निकालकर खाना भी खाता था. और श्रद्धा की लाश के टुकड़े भी रखता था.

श्रद्धा की मौत से जुड़ी अब तक के बड़े अपडेट

 

पुलिस ने आफताब और श्रद्धा के बैंक अकाउंट की डिटेल भी खंगाली है. इस दौरान पता चला है कि 18 मई को श्रद्धा के बैंक अकाउंट से आफताब ने 3 बार ट्रांजैक्शन किए थे. उस दिन आफताब ने 50 हजार रुपये अपने अकाउंट में श्रद्धा के खाते से ट्रांसफर किए थे.

जिस बंबल डेटिंग ऐप से आफताब और श्रद्धा की दोस्ती और फिर मुलाकात हुई थी, उसका डेटा पुलिस निकाल रही है. इसके लिए डेटिंग ऐप से रिपोर्ट मांगी गई है. ये पता लगाया जाएगा कि आफताब की आईडी से कितनी लड़कियों से संपर्क किया गया और कौन लड़की उससे हाल में मिली थी.

जिस तरह से आफताब लगातार पूरी घटना को लेकर पुलिस को गुमराह करता रहा. अभी तक श्रद्धा का सिर कहां है. उसकी भी जानकारी नहीं मिल पाई है. इसके साथ ही क्या हत्या की साजिश कई महीने से कर रहा था या फिर अचानक मर्डर किया. इसकी जानकारी के लिए नारको टेस्ट भी कराने की तैयारी है.

 

श्रद्धा की हत्या के बाद किसी लड़की को आफताब कमरे पर ले आया था. वो लड़की कौन थी. क्या उस लड़की के आने पर भी श्रद्धा की डेडबॉडी के टुकड़े कमरे में रखे थे. इन सभी सवालों का भी पुलिस पता लगा रही है.

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