41 साल जानवरों की बीच रहा तब तक ज़िंदा था, इंसानों के बीच आते ही हो गई मौत
real life tarzan dies due to liver cancer
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हो वैन लैंग (Ho Van Lang) नाम का असल ज़िंदगी का टार्जन जो अब तक वियतनाम के जंगलों (Vietnam forest) में रहता था, परिंदे और जानवर उसके दोस्त थे और जंगल की वनस्पति उसका खाना थे। लैंग ने अपनी ज़िंदगी में अपने पिता को छोड़कर कभी किसी दूसरे इंसान को ही नहीं देखा था। उसे इंसानी सभ्यता, पहनावा, खान-पान के बारे में पता ही नहीं था, मगर साल 2013 में जब उसके बारे में लोगों को पता चला, तो उसे उसके पिता के साथ इंसानों के बीच लाया गया। मगर दुर्भाग्य ये है कि पहले लैंग के पिता इंसानी सभ्यता में एडजस्ट नहीं कर पाए और उनकी हालत बिगड़ती चली गई और महज 8 साल में लैंग ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया।
ऐसा नहीं था कि लैंग जंगल में रहने के दौरान बीमारी थे, बल्कि वो तो जंगलों में बेहद स्वस्थ जीवन बिता रहे थे, लेकिन इंसानों के बीच आने के महज 8 साल में लैंग के लिवर कैंसर हो गया और उसी से उनकी मौत हो गई। आखिर ऐसा क्या हुआ कि लैंग और उसके पिता जंगल के वासी बने, ये कहानी दिलचस्प है।
जंगल कैसे पहुंचे?
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आपने फिल्मों में तो टार्जन या मोगली की फिल्में देखी होंगी, ये ऐसे किरदार थे जो अपना ज़्यादातर जीवन जंगलों में जानवरों के बीच रहकर गुजारते थे। उन्होंने कभी दूसरे इंसानों को नहीं देखा था, मगर ये सिर्फ किरदार नहीं हैं क्योंकि रियल लाइफ में भी लैंग जैसे लोग टार्जन की ज़िंदगी जीते हैं। हो वैन लैंग अपने पिता के साथ वियतनाम के जंगलों में रहता था, उसके पिता हो वैन थान (Ho Van Thanh) एक वियतनामी सिपाही थे जो वियतनाम युद्ध (Vietnam War) के दौरान अपने छोटे से बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए जंगलों में छुपने के लिए आ गए थे। हो वैन थान की पत्नी और दो दूसरे बच्चों की एक बम धमाके में मौत हो गई थी। तब से ही बाप-बेटे जंगलों में रहने लगे थे, लैंग ने तो जीवन में कभी किसी दूसरे इंसान को ही नहीं देखा था।
जानकारों का मानना है कि उनकी मौत इंसानी दुनिया में आने के बाद हुए बदलाव के कारण हुई है, उन्होंने कहा कि लैंग प्रोसेस्ड खाना खाने लगे थे और शराब का भी सेवन करने लगे थे। इसके अलावा उनके तौर तरीके भी जंगल की तुलना में काफी अलग हो गए थे, यही उनकी मौत की वजह बनी।
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