Mohammed Zubair Arrest : तो क्या सरकार के खिलाफ लिखने की मिली सजा ? विपक्षी नेताओं का दावा

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Mohammed Zubair Arrest : तो क्या सरकार के खिलाफ लिखने की मिली सजा ? विपक्षी नेताओं का दावा
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श्रेया चटर्जी/हिमांशु मिश्रा/अरविंद ओझा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

Mohammed Zubair Arrest : ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर को सोमवार को गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन उसकी गिरफ्तारी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। एक तरफ कई राजनेता उसकी गिरफ्तारी का विरोध कर रहे है, जब कि editors guild ने भी उसकी गिरफ्तारी की निंदा की है। पुलिस ने उस पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप है। वहीं कई राजनेताओं का साफ साफ कहना है कि उसे सरकार के खिलाफ बोलने की सजा मिली है।

क्या मामला है ?

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2018 में मोहम्मद जुबैर ने अपने ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की। इस तस्वीर में 'हनुमान होटल' लिखा हुआ था। जुबैर ने जो तस्वीर शेयर की थी, वो असल में 1983 में आई ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म किसी से न कहना का स्क्रीन ग्रैब थी। इस तस्वीर को शेयर करते हुए जुबैर ने लिखा था, '2014 से पहले: हनीमून होटल। 2014 के बाद: हनुमान होटल।' जुबैर के इस ट्वीट पर @balajikijain नाम के ट्विटर हैंडल से आपत्ति जताई गई थी। @balajikijain ने खुद को हनुमान भक्त बताया है। @balajikijain ने 19 जून को शिकायत करते हुए लिखा था, 'हमारे भगवान हनुमान जी को हनीमून से जोड़ना हिंदुओं का सीधा अपमान है क्योंकि वो ब्रह्मचारी हैं। कृपया इस आदमी के खिलाफ कार्रवाई करें।'

इस शिकायत पर 20 जून को दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने जुबैर के खिलाफ FIR दर्ज की। केस दर्ज होने के 7 दिन बाद 27 जून की शाम को जुबैर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया। उन्हें एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

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जुबैर के अकाउंट में इतने रुपए कहां से आए ?

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साइबर सेल से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि जुबैर के अकाउंट में तीन महीने में 50 लाख रुपये से ज्यादा की रकम आई है। पुलिस अब इस सारे ट्रांजेक्शन की जांच करेगी।

जुबेर के खिलाफ आईपीसी की धारा 153A (दो समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और धारा 295A (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर कोई काम करना) के तहत केस दर्ज किया गया है।

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