जठेड़ी का इंटरनेशनल कनेक्शन ! विदेश में दूसरे साथी होने की वजह से हवा उड़ाई कि काला विदेश भाग गया !

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जठेड़ी का इंटरनेशनल कनेक्शन !विदेश में दूसरे साथी होने की वजह से हवा उड़ाई कि काला विदेश भाग गया...
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बेशक पुलिस ने संदीप काला को गिरफ्तार कर लिया है , लेकिन उसने बचने की वो सब तरकीबें अपनाई जो उसके लिहाज से जरूरी थी.. यही वजह है कि पुलिस उसे करीब डेढ सालों तक नहीं ढूंढ पाई ... कई राज्यों में उसने अपना ठिकाना बनाया और कइयों के यहां शरण ली... वो भी कुछ कुछ समय के लिए .. इसमें उसका साथ दिया रिवाल्वर रानी ने यानी डॅान अनुराधा ने ...

विदेश में होने का शगुफा छोड़ा.. था देश में ही... काला , दूसरे साथी है विदेश में इस वजह से उसको लेकर हवा उडाई गई, कभी थी सुशील से नजदीकियां

काला को फरारी के दौरान ये शक था कि पुलिस उसका एनकाउंटर कर सकती है. दरअसल, वो 2020 फरवरी में फरीदाबाद से पुलिस वैन से फरार हो गया था.. इस लिहाज से उसने अपना हुलिया और जगह समय समय पर बदला. कई मोबाइल फोन्स का इस्तेमाल किया और सोशल मीडिया से दूरी बनाई.. लेकिन उसका नाम उस वक्त लाइमलाइट में आया, जब दिल्ली में पहलवान सुशील शर्मा की हत्या के मामले में गिरफ्तारी हुई... दरअसल, सुशील कभी जठेड़ी का खास हुआ करता था और उसके भाई की शादी में गया था.. लेकिन कुछ समय से दोनों में दूरियां बढ़ गई थी.. आखिर कैसे नजदीकियां दूरियों में तब्दील हो गई थी.. इसकी अलग कहानी है... पुलिस की मानें तो काला के गुर्गों ने ये शगुफा छोड़ा कि वो विदेश भाग गया है.. ताकि एजेंसियों में गलत जानकारी तैरती रहे.. कभी उसके बैंकाक तो कभी उसके दुबंई में होने की खबरें मीडिया में सुर्खियां बनी... लेकिन पुलिस अधिकारियो के दिमाग में ये बात भी थी कि ये खबर गलत हो सकती है.. इसी वजह से स्पेशल सेल के अधिकारी उसे लगातार खोज रहे थे...

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काला का इंटरनेशनल रैकेट ... एक गैंगस्टर थाईलैंड में, दूसरा कनाडा में और तीसरा लंदन से चला रहा है गिरोह. तो क्या पुलिस कभी इन्हें पकड़ पाएगी ?

दरअसल, काला का साथी वीरेंद्र काला थाईलैंड में है और उसका दूसरा साथी गैंगस्टर गोल्डी बरार कनाडा मैं बैठकर गैंग चल रहा है इसलिए ये हवा उडाई गई कि वो भी विदेश भाग गया है. एक और साथी मोंटी लंदन में है लिहाजा ये बात भी फैलाई जा रही थी कि काला लंदन भाग गया है. इनका गठजोड़ ही पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है..

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10 हजार किलोमीटर का सफर तय किया, कई राज्यों की खाक छानी, सरदार जी बन कर रहा था काला, पुलिस का दावा

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पुलिस की मानें तो वो काला को पकड़ने के लिए गोवा से लेकर हरियाणा, लखनऊ से लेकर बिहार, पंजाब से लेकर मध्यप्रदेश, राजस्थान तक गई ... यानी पुलिस को कुछ न कुछ लीड जरूर मिल रही थी.. वो लगातार उससे जुडे गैंग मैंबर्स से पूछताछ कर रही थी चाहे उसमें लारेंस विश्नाई हो, चाहे दूसरे अपराधी.हो . आखिरकार पुलिस को इस मामले में सफलता मिल ही गई .लेकिन वो समय समय पर अपना हुलिया बदलता रहा . अलग अलग नामों से अलग अलग मकानों में रहा.

तो मीडिया ने काला जठेड़ी को बनाया बड़ा गैंगस्टर, क्या वाकई काला इतना बड़ा गैंगस्टर था.

एक तरफ जहां सुशील की जठेड़ी से दूरियां था, दूसरी ओर एक दिल्ली में एक फ्लैट को लेकर सुशील ने काला के रिश्तेदार सोनू महाल की बुरी तरह से पिटाई कर दी थी.. इसी दौरान उसने सागर धनकड़ को भी बेहरहमी से पीटा थी जिससे उसकी बाद में मौत हो गई थी.. अब सुशील को काला से खतरा बढ गया था बस यही वजह थी काला जठेड़ी अब मीडिया की सुर्खियां बन गया था और आम लोगों में ये दिलचस्पी बढ गई कि आखिर कौन है ये काला . जो सुशील पहलवान के पीछे पड गया है.

फरारी के बाद भी क्राइम करता रहा काला.. पुलिस का दावा..

लेकिन ऐसा नहीं है कि काला कोई छोटा-मोटा अपराधी है.. दिल्ली पुलिस की मानें तो काला के खिलाफ 2020 से लेकर अब तक यानी करीब एक साल में 15 नए मामले दिल्ली में दर्ज हुए है, जिसमें मकोका का मामला भी दर्ज है . इससे पहले यानी 2012 में जब वो गिरफ्तार हुआ था तब उसके खिलाफ 34 मामले में कई राज्यों में दर्ज थे. कुल मामले हुए 50 के आसपास लेकिन फरारी के दौरान दिल्ली के बाहर कितने मामले दर्ज हुए.. ये अभी साफ नहीं है. यानी करीब 8 साल काला जेल में रहा ..

तो क्या जेल से चला रहा था गैंग ?

यानी साफ है कि काला फरारी के समय भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा था और लगातार अपराध को अंजाम दे रहा था.लेकिन क्या पुलिस का दावा सही है या गलत ये तो आने वाले समय में अदालत में पता चलेगा जब तमाम केस ट्रायल पर आएगा..क्या ये बात सच नहीं है कि पुलिस एक के बदले कई मामले अपराधियों पर लाद देती है.. और बाद में अदालत में उसे मुहं की खानी पड़ती है.. ऐसा होता है, लेकिन क्या इस मामले में ऐसा होगा ये अभी नहीं कहा जा सकता..

जो पिछले साल फरवरी से पकड़ में नहीं आ रहा था वो कैसे कल गिरफ्तार हो गया... क्या लारेंस के फोन को ट्रैक कर काला तक पहुंची पुलिस ?

यानी करीब डेढ़ साल के गायब काला कैसे पुलिस तक पहुंच गई .पुलिस लगातार उससे जुडे गैंग मैंबरों से पूछताछ कर रही थी लेकिन काला के बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही है. हाल ही में पुलिस ने लारेंस विश्नोई से भी पूछताछ की थी...लेकिन फिर भी पुलिस के हाथ खाली के खाली थो तो फिर कैसे पुलिस को ये जानकारी मिली कि वो सहारनपुर में मौजूद है.. इसको लेकर स्पेशल सैल के अधिकारी खुल कर कुछ भी नहीं बोल रहे है . क्या स्पैशल सेल के अधिकारियों के पास काला का मोबाइल फोन नंबर था जिसको वो ट्रैक कर रहे थे... या सोशल मीडिया एकाउंट खंगालने जा रहे थे. इसको लेकर भी तमाम बातें है... इस बीच ये बात सामने आ रही है कि लारेंस के फोन को ट्रैक करते हुए पुलिस काला तक पहुंची.. और काला को जेल में फोन मुहैया कराना पुलिस की साजिश का हिस्सा था..

तीन मुख्य गैंगस्टर्स के साथ मिल कर आपराधिक वारदातों को दे रहा था, 150 शूटर, तीन गैंग लीडर विदेश में... तो कितना बडा है नेटवर्क , क्या सब मिल कर काम करते है..?

पुलिस की मानें तो काला के गठजोड़ में पंजाब-हरियाणा का लारेंस विश्नोई, हरियाणा का सूबे गुर्जर और राजस्थान का आनंदपाल शामिल है.. हालांकि आनंदपाल की मौत हो चुकी है और उसकी जगह अनुराधा अपना नेटवर्क चला रही है.. पुलिस ने काला को आनंदपाल की गर्लफ्रेंड अनुराधा के साथ गिरफ्तार किया. अनुराधा को काला रिवाल्वर रानी कहा करता था. आनंदपाल की मौत के बाद अनुराधा काला के संपर्क में आई थी.. तभी से दोनों मिलकर काम कर रहे थे.

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