Delhi Police Officers gets Medals: अच्छी जांच करने के लिए दिल्ली पुलिस के छह अफसरों को मिला गृह मंत्री मेडल 2022
Delhi Police Officers gets Medals:दिल्ली पुलिस के दो आईपीएस अफसरों समेत कुल 6 पुलिस कर्मियों को अच्छी जांच करने के लिए गृह मंत्री मेडल 2022 से नवाजा गया है।
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Delhi Police Officers gets Medals: दिल्ली पुलिस के दो आईपीएस अफसरों समेत कुल 6 पुलिस कर्मियों को अच्छी जांच करने के लिए गृह मंत्री मेडल से नवाजा गया है। ये अफसर है आईपीएस दीपक यादव और आर पी मीणा। इसके साथ साथ एसीपी संजय दत्त, इंस्पेक्टर संजय गुप्ता, अनुज त्यागी और सब इंस्पेक्टर मुनीश कुमार को भी गृह मंत्री अवार्ड से नवाजा गया है।
आईपीएस दीपक यादव ने सब इंस्पेक्टर मुनीश कुमार के साथ मिलकर केंद्र सरकार के राज्य मंत्री को धमकी देने के मामले को सुलझाया था। मंत्री से दो करोड़ रुपए मांगे गए थे। इस मामले में पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले को सुलझाया था। आरोपी व्यक्तियों ने राज्य मंत्री से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी घटना से संबंधित वीडियो अपलोड करने की धमकी देते हुए 2 करोड़ रुपये की मांग की थी। आरोपी कबीर वर्मा, एक बीमा एजेंट, अमित कुमार जो एक कॉल सेंटर चलाता है, अपराध के मास्टरमाइंड को सहयोगियों अश्विनी कुमार, मांझी, निशांत कुमार और प्रभात कुमार के साथ गिरफ्तार किया गया। दीपक यादव उस वक्त डीसीपी नई दिल्ली थे, जब कि मुनीश कमार थाना नार्थ एवेन्यू में तैनात थे।
आईपीएस आर पी मीणा ने 14 घंटों में जेवरात चोरी के एक मामले को सुलझाया था। उस वक्त मीणा डीसीपी साउथ ईस्ट ड्रिस्ट्रिक थे। इसमें 25 किलोग्राम सोना चोरी हुआ था। ये सोना ज्वैलरी शोरूम से 20 जनवरी 2021 को चोरी हुआ था।200 से अधिक कर्मियों को मिलाकर 20 से अधिक टीमों का गठन किया गया था। इन टीमों ने अच्छी तरह से समन्वय किया और निरंतर तकनीकी और वैज्ञानिक जांच की। इससे 14 घंटों के अंदर मामला सुलझा लिया गया था।
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एसीपी संजय दत्त और इस्पेक्टर अनुज त्यागी ने मिल कर ड्रग्स की बड़ी खेप को पकड़ा था। दोनों अफसर उस वक्त स्पेशल सेल में तैनात थे। आरोपी को लंदन से पुलिस लेकर आई थी और गिरफ्तार किया था। आरोपी अमनदीप सिंह और हरप्रीत सिंह को 25.02 किलोग्राम साइकोट्रोपिक ड्रग 'मेफेड्रोन' (म्याऊ-म्याऊ ड्रग्स) के साथ पकड़ा गया था। बाद में, एक अन्य आरोपी हरविंदर सिंह को 24 दिसंबर 2021 को लंदन से भारत लाया गया और इस मामले में गिरफ्तार किया गया। यह मामला एक कैलेंडर वर्ष में स्पेशल सैल की एक ही टीम द्वारा यूके से दूसरा सफल प्रत्यर्पण और संपूर्ण दिल्ली पुलिस के रिकॉर्ड में तीसरा है।
इस्पेक्टर संजय गुप्ता ने आरोपी जितेंद्र गोगी के खिलाफ केस दर्ज किया था। वो उस वक्त स्पेशल सेल में तैनात थे। उस पर मकोका का केस दर्ज किया गया था। कुल 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इसमें पांच के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। आरोपियों से संबंधित 15 करोड़ की प्रापर्टी जप्त की गई थी। दिल्ली और हरियाणा में 'संगठित अपराध सिंडिकेट' चलाने के लिए गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी (अब मृतक) के खिलाफ दर्ज किया गया था।
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