UP Crime News: उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक एजेंट को शामली जिले में गिरफ्तार किया है। एसटीएफ के सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि आईएसआई से मिलकर एक षड्यंत्र के तहत हथियार इकट्ठा करके देश की एकता, अखंडता और सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश करने के आरोप में शामली जिले के निवासी तहसीम उर्फ मोटा को मुजफ्फरनगर जिले के बुढ़ाना इलाके से बुधवार को गिरफ्तार किया गया।
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा से पहले आतंकी साजिश नाकाम, एसटीएफ ने शामली से आईएसआई एजेंट को किया गिरफ्तार
UP Crime: यूपी एसटीएफ ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक एजेंट को शामली जिले में गिरफ्तार किया, कार्रवाई STF के इंस्पेक्टर अनिल कुमार के नेतृत्व में हुई।
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जांच में जुटी पुलिस
11 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 11 2024 7:25 PM)
ISI का सक्रिय एजेंट शामली से गिरफ्तार
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उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने पिछले साल दो अगस्त को जाली नोट बरामद करके इमरान नामक व्यक्ति और फिर 16 अगस्त को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के साथ मिलकर हथियार इकट्ठा करके माहौल खराब करने के आरोप में कलीम नामक अपराधी को गिरफ्तार किया था। सूत्रों ने बताया कि इन दोनों ही मामलों में तहसीम उर्फ मोटा फरार था तथा सूचना मिलने पर बुधवार को एसटीएफ की एक टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
2 भाई भी आतंकी संगठन से जुड़े
सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एजेंट तहसीम ने बताया कि उसका भाई कलीम पाकिस्तान आता जाता है तथा वहां उसके आईएसआई के कुछ लोगों से जान पहचान थी। सूत्रों के अनुसार, उसने बताया कि उन लोगों ने उसे लालच दिया था कि वह सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए अपने लोगों को तैयार करे और भारत में दंगे-फसाद करने और देश में ‘शरीयत कानून’ को लागू करके उसे इस्लामी राष्ट्र बनाने के लिए काम करे तो इसके लिए उसे काफी धन दिया जाएगा।
शामली में एसटीएफ ने छापा मारा
एसटीएफ के दावे के मुताबिक, गिरफ्तार आईएसआई एजेंट ने यह भी बताया कि वह और उसका भाई कलीम जाली मोबाइल सिम कार्ड हासिल कर व्हाट्सऐप से पाकिस्तान में आईएसआई के एजेंट दिलशाद उर्फ मिर्जा से संपर्क में थे और उसे संवेदनशील सूचनाएं भेजते थे। सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ शामली थाने में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।
(PTI)
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