हिंदू लड़के को गौ तस्कर समझकर मार डाला, 20 km पीछा कर मारी गोली, मैगी खाकर लौट रहा था आर्यन मिश्रा, ब्राह्मण लड़के की हत्या

Aryan Mishra Murder Case: 23 अगस्त की रात को दिल्ली-आगरा हाईवे पर गदपुरी टोल के पास 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है,

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02 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 2 2024 7:55 PM)

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Aryan Mishra Murder Case: 23 अगस्त की रात को दिल्ली-आगरा हाईवे पर गदपुरी टोल के पास 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान आदेश, कृष्णा, वरुण, और अनिल कौशिक के रूप में हुई है. ये सभी आरोपी गौरक्षक बताए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि आरोपियों ने लगभग 20 किलोमीटर तक कार का पीछा किया और पशु तस्कर समझकर उसमें बैठे लोगों पर गोलीबारी कर दी.

इस गोलीबारी में आर्यन को गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड पर लिया है. पुलिस ने गदपुरी टोल पर लगे सीसीटीवी के जरिए आरोपियों की पहचान की है. सीसीटीवी में कार का पीछा करते हुए आरोपियों का वीडियो कैद हो गया था. पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि 23 अगस्त की रात आरोपियों को किसी मुखबिर से सूचना मिली थी कि फॉर्च्यूनर और डस्टर कार में कुछ पशु तस्कर शहर में रेकी कर रहे हैं और जहां भी उन्हें पशु मिल रहे हैं, वे उन्हें उठाकर ले जा रहे हैं.

गो-तस्कर समझकर की फायरिंग

सूचना मिलने पर चारों आरोपी डस्टर और फॉर्च्यूनर कार को ढूंढने लगे. फरीदाबाद के पटेल चौक पर उन्हें एक डस्टर कार दिखाई दी, जिसे उन्होंने रोकने की कोशिश की, लेकिन कार चालक ने गाड़ी नहीं रोकी और तेजी से भागने लगा. इसके बाद आरोपियों ने कार का पीछा किया. डस्टर कार में बैठे हर्षित और शैंकी पर पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिससे उन्हें शक हुआ कि या तो दूसरे पक्ष के लोग हमला करने की फिराक में हैं या फिर सादी वर्दी में क्राइम ब्रांच उन्हें गिरफ्तार करने आई है. इस डर से उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी और कार की गति बढ़ा दी. इसे देखकर आरोपियों को शक हुआ कि वे वास्तव में पशु तस्कर हैं और उन्होंने कार पर फायरिंग शुरू कर दी.

आर्यन मिश्रा को गोली लगी

 फायरिंग में एक गोली गाड़ी के पिछले शीशे को तोड़ते हुए ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बैठे आर्यन मिश्रा की गर्दन में लगी. इसके बाद हर्षित ने कार को रोक दिया। कार रुकते ही आरोपियों ने दूसरी गोली आर्यन के सीने में मार दी, जब आरोपियों ने देखा कि गाड़ी में आर्यन, शैंकी, शैंकी का छोटा भाई हर्षित और दो महिलाएं थीं, तो वे समझ गए कि उन्होंने गलतफहमी में किसी और को गोली मार दी है. इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए.

इलाज के दौरान आर्यन की मौत

 24 अगस्त को आर्यन की मौत इलाज के दौरान एक निजी अस्पताल में हो गई. इस मामले में मृतक आर्यन के पिता ने पुलिस को लिखित में शिकायत दी थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की. सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान की गई और उन्हें उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया और पुलिस ने उन्हें दो दिन की रिमांड पर लिया.

चार आरोपी गिरफ्तार

19 वर्षीय आर्यन मिश्रा 12वीं का छात्र था और वह अपने परिवार के साथ एनआईटी पांच नंबर में किराए के मकान में रहता था. 23 अगस्त को रात करीब 9:30 बजे आर्यन अपने मकान मालिक श्वेता गुलाटी, उनके बेटे हर्षित, शैंकी और एक पड़ोसी महिला के साथ बड़खल मेट्रो के पास मॉल में मैगी खाने के लिए गया था. मैगी खाने के बाद रात करीब 11:30 बजे जब वे वापस घर लौट रहे थे, तभी यह घटना हुई.

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