Video: मुख्तार अंसारी की मौत से पहले की आखिरी फोन कॉल, मुख्तार ने उमर से क्यों कहा 'BODY चली जाती है रूह रह जाती है'

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Mukhtar: मुख़्तार ने कहा हम बैठ नहीं पा रहे हैं, उठ नहीं पा रहे हैं, मौत से पहले बेटे उमर को आया था मुख्तार अंसारी का ये आखिरी कॉल।

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Mukhtar Ansari Audio: बांदा में मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम खत्म हो गया। अब डॉक्यूमेंटेशन की कार्यवाही हो रही है। डॉक्यूमेंटेशन की कार्यवाही के बाद मुख्तार के शव को वाहन में रखा जाएगा और वाहन गाजीपुर के लिए रवाना होगा। मंगलवार देर शाम बांदा मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज होने के बाद मुख्तार अंसारी ने बेटे अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत और छोटे बेटे उमर अंसारी से बात की थी। तब भी मुख्तार ने बताया था कि उसको बेहोशी हो रही है और उससे चला बी नहीं जा रहा है।

UMAR ANSARI TO MUKHTAR ANSARI : पापा, आप ठीक हैं ?

MUKHTAR ANSARI : हां बाबू, हम ठीक हैं

UMAR ANSARI : बस अल्लाह ने बचा लिया .. रमजान का पाक महिना चल रहा है

MUKHTAR ANSARI : बेहोशी TYPE हो जा रहे हैं .. कमजोरी लग रही है

UMAR ANSARI : मैंने देखा न्यूज में आप कमजोर हो गए है .. हम कोर्ट में है .. मुलाकात की परमिशन करवा रहे हैं .. दरोगा UNCLE भी करवा रहे है .. अगर परमिशन मिली तो आएंगे मिलने

MUKHTAR ANSARI : हम बैठ नहीं पा रहे हैं .. हम उठ नहीं पा रहे हैं

UMAR ANSARI : जहर का असर दिख रहा है .. सब जहर का असर है .. हिम्मत कर के पापा फोन कर लिया कीजिए .. आपकी आवाज सुनकर अच्छा लगा

MUKHTAR ANSARI : हां बाबू .. BODY चली जाती है .. रूह रह जाती है

UMAR ANSARI : हिम्मत रखिए .. अभी हज करना है .. कोई और रहता तो मर गया होता अब तक

MUKHTAR ANSARI : हम खड़े नहीं हो पा रहे हैं .. WHEEL CHAIR के सहारे पर है

UMAR ANSARI : जल्द आप सेहतमंद होंगे

MUKHTAR ANSARI : आज आए थे तो बेहोश हो गए

UMAR ANSARI : WASHROOM जा रहे हैं या नहीं आप?

MUKHTAR ANSARI : 10 दिन से WASHROOM नहीं हो पा रहा है

UMAR ANSARI : मैं आपके लिए जमजम लेकर आऊंगा .. खजूर लेकर आऊंगा .. फल लेकर आऊंगा।

गौरतलब है कि मुख्तार की मौत पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। इस बीच गाजीपुर और मऊ समेत आसपास के जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि अंसारी के शव को काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा जो अंसारी परिवार के आवास से करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित है। सूत्रों ने बताया कि इसी कब्रिस्तान में मुख्तार के मां-पिता की कब्र हैं। मुख्तार का शव देर शाम तक यहां लाये जाने की संभावना है।

हम बैठ नहीं पा रहे हैं, उठ नहीं पा रहे

माफिया से नेता बना अंसारी बांदा जेल में बंद था। उसकी बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से बृहस्पतिवार को मौत हो गयी थी। मुख्तार अंसारी को बृहस्पतिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई थी।

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