वेब सीरीज ‘असुर’ देख कर किया डबल मर्डर, दो साल तक की घर की रेकी, 40 पुलिस वाले 500 सीसीटीवी से खुला ये राज़!

ADVERTISEMENT

UP Meerut Double Murder: मेरठ के स्पोर्ट्स कारोबारी व पत्नी के मर्डर केस में सनसनीखेज खुलासा हुआ है पुलिस ने मास्टरमाइंड एलएलबी के छात्र को गिरफ्तार किया है।

social share
google news

मेरठ से उस्मान चौधरी की रिपोर्ट

UP Meerut Double Murder: मेरठ में 10 अगस्त को स्पोर्ट्स व लोहा कारोबारी डी के जैन और उनकी पत्नी की हत्या हो गई थी। जहां बदमाशों ने सुबह घर में घुसकर घनकुमार जैन और उनकी पत्नी को गोली मारी थी और उनके छोटे बेटे को बंधक बनाकर दूसरे कमरे में बंद कर दिया। घटना के बाद बदमाशों ने घर में लूटपाट को अंजाम दिया और फरार हो गए। इस डबल मर्डर की घटना के बाद शहर में हड़कंप मचा गया वहीं मामला लखनऊ तक जा पहुंचा। जहां पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले को विधानसभा में उठाया और उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। मामला विधानसभा में उठा तो उत्तर प्रदेश सरकार ने मेरठ पुलिस को सख्त दिशा निर्देश दिए।  

इस तरह पकड़े गए कातिल

इस वारदात के बाद जिले के पुलिस कप्तान ने डबल मर्डर और लूट के खुलासे के लिए पुलिस की 10 टीमें बनाई थीं। सभी टीमों को अलग अलग टास्क दिया गया था। पुलिस टीमों ने मुखबिरों की मदद ली। पूरे जिले के 500 सीसीटीवी कैमरे कंगाल डाले और फिर पुलिस को सफलता मिली। मेरठ के एसपी रोहित सिंह ने बताया कि घटना के बाद 10 टीम जिसमें 40 पुलिसकर्मी लगातार घटना का खुलासा करने के लिए लगे हुए थे और 500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज जो रास्ते में थे उनको देखा गया जिसके बाद बदमाशों की पहचान की गई। लगातार काम कर सीसीटीवी, इलैक्ट्रानिक सर्विलांस व स्थानीय मुखबिरी के आधार पर 48 घण्टे के अन्दर घटना का सफल अनावरण कर दिया गया और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। शनिवार को मेरठ पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी 25 साल के प्रियांक शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। प्रियांक एलएलबी 3rd ईयर का छात्र है और जबकि उसका दूसरा साथी यश शर्मा की उम्र 24 साल है वो आठवीं पास है और मिस्त्री का काम करता है। पुलिस ने दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही लूट का लाखों रुपए का माल बरामद कर लिया है। 

ADVERTISEMENT

ADVERTISEMENT

 

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

 

40 टीमों ने खंगाले 500 सीसीटीवी

दोनों आरोपियों ने खुलासा किया है कि साल 2020 में उन्होंने वेब सीरीज "असुर" देखी थी। करीब 100 से ज्यादा वेब सीरीज देखने के बाद उनके मन में भी इसी तरह की वारदात का विचार आया। जिसके बाद उन्होंने घटना को अंजाम देने के लिए एक घर को चिन्हित किया और 2 साल तक इस घर पर निगाह रख रेकी करते रहे। पुलिस ने बताया कि डीके जैन का घर आरोपियों ने इसलिए चिन्हित किया क्योंकि उनके लिए यहां घटना को अंजाम देना आसान था। घर में दो बुजुर्ग रहते हैं जिनमें बुजुर्ग महिला सुबह मन्दिर चली जाती है घर के अन्य सदस्य मॉर्निंग वॉक पर चले जाते हैं और बच्चे स्कूल चले जाते थे। प्रातः 07.30 बजे से लेकर लगभग 08.15 बजे तक घर में कोई नहीं आता-जाता था तथा दरवाजे खुले रहते थे। दूधवाला भी आकर सीधे घर में चला जाता था और दूध स्वयं ही किचन में रखकर बाहर आ जाता था। इसके अतिरिक्त दरवाजा खुला होने के कारण बाहर से ही बेडरूम तक दिखाई देता था। इसलिए इस घर को चिन्हित किया गया। घर चिन्हित करने के बाद प्रियांक द्वारा बच्चों के स्कूल की रैकी की गयी तथा स्कूल आने का समय गर्मी और सर्दी का नोट किया गया।

ADVERTISEMENT

असुर समेत 100 वेब सीरीज देखीं

गाँधी पार्क के आसपास रैकी कर पार्क में आने व जाने का समय सर्दी व गर्मी के हिसाब से जानकारी की गयी । रास्ते में कई बार उनका पीछा करके घर से निकलने का मार्ग का एवं पार्क तक पहुचने में लगने वाले समय की जानकारी की गयी ।इसके बाद दिसम्बर 2022 जनवरी, फरवरी 2023 में घर के आसपास लगातार रैकी की गयी तथा प्रत्येक सोमवार को जब बाजार बन्द रहता है, तब घर के सामने सडक पार दुकान के बरामदे में बैठकर मकान की कई सप्ताह तक निगरानी की गयी और घर में आने जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के विषय में जानकारी की गयी। इसी दौरान प्रियांक द्वारा उस ने यशु को लूट में मिलने वाले सामान में आधा हिस्सा देने का लालच देकर उसे भी घटना में शामिल होने के लिये तैयार किया गया । इस के बाद तीन माह में घटना के लिए आने व घटना के बाद भागने के मार्ग पर बीस से अधिक बार दोनों अभियुक्तों द्वारा भ्रमण कर ऐसा मार्ग चिन्हित किया गया जिसमें सीसीटीवी कैमरे की नजर में कम से कम आये। आने व जाने के लिए कैन्ट एरिया चुना गया क्योंकि शहर के अन्य हिस्सों की तुलना में कैन्ट क्षेत्र में कैमरों की संख्या कम है।  

 

लूटे गए जेवर व कैश बरामद

 

दो साल तक की व्यापारी के घर की निगरानी

पुलिस से बचने के लिए यू-ट्यूब पर देखकर घटना के दौरान बाइक का नम्बर प्लेट बदला गया, ग्लव्ज प्रयोग किये गये, मुँह पर मॉस्क लगाया गया और हेलमेट का प्रयोग किया गया । बाइक पर नम्बर प्लेट बदलने के दौरान ओएलएक्स पर देखकर इसी मॉडल की बाइक का नम्बर प्रयोग किया गया ताकि ऐप पर चैक करने पर यही बाइक प्रदर्शित हो । यू-ट्यूब पर ही उक्त अभियुक्तो द्वारा तिजोरी काटने के लिए ग्राइन्डर का प्रयोग करना सीखा गया तथा वर्ष 2022 में बागपत अड्डे के पास से ग्राइन्डर खरीदा गया । घटना से एक दिन पूर्व भी अभियुक्त प्रियांक द्वारा पीडित के घर में जाकर किराये पर कमरा लेने के बहाने से अन्दर भी रैकी की गयी थी। वारदात के दिन पूर्व योजना के अनुसार दोनों पूरी तैयारी से पूर्व निर्धारित मार्ग से 07.25 बजे पीडित के घर पहुचे और लूटपाट व हत्या की वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने घटना को अंजाम देने के लिए पहले "असुर " वेब सीरीज देखी और उसके बाद एक घर को चिन्हित किया और दो साल तक उन्होंने घर की रेकी की।

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜