Video: महाराष्ट्र 300 करोड़ की ड्रग्स तस्करी केस, ड्रग माफिया व उसके भाई को यूपी पुलिस ने दबोचा, भाग रहा था नेपाल
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UP Crime News Drug: एसटीएफ व महाराष्ट्र पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने बहराइच के रास्ते नेपाल देश भागने की फिराक में दो अंतराष्ट्रीय मार्फीन तस्करों को गिरफ्तार किया।
UP Crime News Drug: एसटीएफ व महाराष्ट्र पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने बहराइच के रास्ते नेपाल देश भागने की फिराक में दो अंतराष्ट्रीय मार्फीन तस्करों को गिरफ्तार किया।
UP Crime News Drug: महाराष्ट्र के बाराबंकी में फरार चल रहे दो तस्करों को जो सबसे बडे़ ड्रग माफिया है. उसको और उसके छोटे भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, आपको बता दे कि महाराष्ट्र की पुणे क्राइम ब्रांच टीम ने 4 अगस्त को नासिक के पास 300 करोड़ की 150 किलो एमडी ड्रग्स बरामद की थी. जिसके दोनों तस्कर अभिषेक बिलास बालकवड़े और भूषण अनिल पाटिल मौके पर फरार हो गए थे. जिसके बाद उन दोनों को अब पुलिस हिरासत में ले लिया गया है.
दोनो भाई नेपाल फरार होने की फिराक में थें. जिन्हें लखनऊ की एसटीएफ व महाराष्ट्र पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने बहराइच के रास्ते नेपाल देश भागने की फिराक में दो अंतराष्ट्रीय मार्फीन तस्करों को नगर कोतवाली क्षेत्र में बहराइच मोड़ के पास मंगलवार की शाम को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने अपना नाम व पता अभिषेक बिलास बालकवड़े पुत्र बिलास बालकवड़े निवासी- फ्लैट नम्बर 8 विजय एनएक्स टाकली रोड नासिक महाराष्ट्र व भूषण अनिल पाटिल पुत्र अनिल पाटिल निवासी- अक्षरधरा फ्लैट नम्बर 301, मातोश्री नगर, नासिक, महाराष्ट्र बताया.
क्राइम ब्रांच पुलिस का बयान
क्राइम ब्रांच पुणे के सहायक पुलिस आयुक्त सुनील ताम्बे ने बताया कि महाराष्ट्र में पिछलों दिनों हुई 150 किलो एमडी ड्रग्स जो कि तीन सौ करोड़ की है. उसके मुख्य आरोपी जनपद लखनऊ में मौजूद हैं व नेपाल भागने की फ़िराक मे हैं. साथ ही इनके द्वारा षडयंत्र करके महाराष्ट्र के सबसे बड़े ड्रग माफिया ललित पाटिल को पुलिस हिरासत से 02-10-2023 को फरार भी कराया गया है.
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पूछताछ में उगले कई राज
साथ ही बताया की भूषण अनिल पाटिल ड्रग माफिया ललित पाटिल का सगा छोटा भाई है व अभिषेक बिलास बालकवड़े ललित पाटिल के ड्रग्स नेटवर्क का मुख्य प्रबंधक है। दोनों ने बताया की वह दोनों ललित पाटिल के साथ साल 2014 से पब बार व रेव पार्टियों में प्रयोग की जाने वाले ड्रग का निर्माण कर रहे थे। इस कार्य के लिए पहले औरंगाबाद में फिर पुणे व नासिक में इन लोगो द्वारा कारखाना लगाया गया था। साल 2020 में ललित पाटिल के गिरफ्तार होने के बाद ललित के ही इशारे पर उसके भाई भूषण अनिल पाटिल व प्रबंधक अभिषेक बिलास बालकवड़े द्वारा पूरे गिरोह की कमान संभाल ली गयी।
नेपाल भागने से पहले गिरफ्तार
04 अगस्त 2023 को मुम्बई में 150 किलो एमडी ड्रग की रिकवरी में ललित पाटिल व अन्य गिरोह के सदस्यों का नाम आने के बाद भूषण अनिल पाटिल, अभिषेक बिलास बालकवड़े द्वारा षडयंत्र करके ललित पाटिल को पुलिस हिरासत से फरार करवा दिया गया। पूछने पर यह भी बताया की उनको एमडी ड्रग बनाने के लिए कच्चा माल नासिक जिले के शिवजी शिंदे द्वारा दिया जाता है। साथ ही वह एक किलो एमडी ड्रग ललित के तय खरीदारों को डेढ़ करोड़ रूपए प्रति किलो के पैसो में बेचते थे और कमाए हुए पैसे को मुम्बई के अभिजीत नामक सुनार से सोने में दलवा देते है। उनके द्वारा 10 महीने में 8 किलो सोना खरीदा गया है और महाराष्ट्र में ही अलग अलग स्थानों पर छुपा कर रखा गया है। आज ललित के ही कहने पर नेपाल भागने की फिराक में थे।
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Note : ये खबर क्राइम तक में internship कर रही निधि शर्मा ने लिखी हैं।
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