बमबाज गुड्डू मुस्लिम की कहानी, धोखेबाजी खून में है, पुलिस खोजती है तो मजदूर बन गांव में छुप जाता है
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Guddu muslim story : बमबाज गुड्डू मुस्लिम की कहानी, ISI एजेंट से लेकर कैसे बड़े बड़े गैंगस्टर से रखा लिंक. जानिए पूरी कहानी.
Guddu muslim story : बमबाज गुड्डू मुस्लिम की कहानी, ISI एजेंट से लेकर कैसे बड़े बड़े गैंगस्टर से रखा लिंक. जानिए पूरी कहानी.
Guddu Muslim Story : बमबाज गुड्डू मुस्लिम की कहानी. जिसे अब एक नया नाम मिला है. गुड्डू मुस्लिम (Guddu Muslim) बमबाज है और ईमान का दगाबाज है. अभी वो फरारी काट रहा है. कहा जाता है कि जब भी किसी वारदात को अंजाम देकर गुड्डू भागता है तो वो गांव में छुप जाता है. वहां पर वो मजदूर बनकर बिल्कुल गरीब
आखिर ऐसा क्यों कहा जा रहा है. जानते हैं गुड्डू मुस्लिम की पूरी कहानी. गुड्डू मुस्लिम 15 साल की उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था. छोटी-मोटी चोरियां करते करते बाहुबलियों के साथ जुड़ता गया और बम बनाना शुरू कर दिया, बम बनाने में और फेंकने में इतना मशहूर हो गया कि प्रदेश में होने वाले अपराधिक मामलों में गुड्डू मुस्लिम का नाम जुड़ने लगा. लगभग दो दशक तक बड़े माफियाओं के साथ काम किया जिसमें से प्रकाश शुक्ला मुख्तार अंसारी, धनंजय सिंह, और अभय सिंह का भी नाम शामिल है.
जरायम यानी अंडरवर्ल्ड की दुनिया में वह गुड्डू बमबाज है जो बंदूक से निशाना नहीं लगाता झोले में बम लेकर फेंकता है. उमेश पाल की हत्या में इस कुख्यात अपराधी ने बेखौफ होकर बम फेंका था जिसमें एक पुलिसकर्मी की जान चली गई थी. गुड्डू मुस्लिम वह बेरहम चेहरा है इंसान है जब बम फेकता है तो इंसानियत भूल जाता है. फिलहाल गुड्डू मुस्लिम की तलाश यूपी पुलिस की एसटीएफ कर रही है. गुड्डू मुस्लिम अतीक अहमद का खास सूटर है और वह उसका सारा नेटवर्क संभालता है जो बमबाज गुड्डू के नाम से जाना जाता है.
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पाकिस्तानी ISI से भी जुड़ चुका है नाम
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करने वाला प्रवेश टाटा जाली नोटों की तस्करी के लिए जाना जाता था. एक परवेज नामक शख्स के लिए गुड्डू बम बनाने लगा और परवेज ने ही उसकी मुलाकात बिहार के चर्चित माफिया उदय भान सिंह से करवाई. इसके बाद वह यूपी से बिहार पहुंचकर उदय भान सिंह के साथ काम करने लगा. 2001 में अतीक अहमद से मुलाकात के बाद वाह अतीक अहमद का खास बन गया. उसके बाद गुड्डू मुस्लिम कई बार पुलिस के हाथों चढ़ा और अतीक अहमद ने उसे बेल दिलवाई. कहा जाता है की गुड्डू मुसलिम फरारी के समय शहर की जगह गांव भागता है और आम मजदूर की तरह रहता है. इसलिए ओ जल्द पकड़ में नहीं आता है.
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हर बाहुबली से जुड़ा गुड्डू का नाम
Guddu Muslim Story : गुड्डू मुस्लिम. वो नाम है जो यूपी के हर चर्चित बाहुबली नेता से जुड़ा है. आप चाहे जिस बाहुबली का नाम ले लीजिए. बाहुबली धनंजय सिंह हो या अभय सिंह. श्रीप्रकाश शुक्ला हो या फिर अतीक अहमद. इन सभी नामों में एक ही चीज कॉमन है. वो है गुड्डू मुस्लिम. इस गुड्डू मुस्लिम की पैदाइश इलाहाबाद की है. स्कूली दिनों से ही ये रंगबाज बन गया. इसके कदम स्कूल से ज्यादा बाहर गुंडागर्दी में जमे रहते थे. लूटपाट करने से लेकर रंगदारी में भी इसके पैर जम चुके थे. घरवालों को समझ में आ गया कि अगर इसे सुधारना है तो इलाहाबाद से दूर भेजना होगा.
इसलिए उसे लखनऊ भेज दिया. सोचा वहीं पर वो पढ़ाई कर लेगा. बदमाशी छोड़ देगा. लेकिन अब वो यूपी की राजधानी लखनऊ पहुंच गया था. और गुंडागर्दी में इलाहाबाद से भी आगे बढ़ गया. लखनऊ यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान ही उसकी मुलाकात यूपी के दो बाहुबली नेता अभय सिंह और धनंजय सिंह से हो गई. ये दोनों बाहुबली अभय और धनंजय आपसे में अच्छे दोस्त थे. चूंकि गुड्डू भी बदमाशी और रंगबाजी का पुराना खिलाड़ी था. इसलिए इनसे जल्दी ही दोस्ती गहरी गई.
उसी समय धनंजय सिंह पर एक टीचर की हत्या का केस चल रहा था. इस केस में गुड्डू का नाम भी जुड़ा. लेकिन सबूत नहीं मिल पाया. अब इसमें भले सबूत नहीं मिला लेकिन इस बात का प्रूफ मिल गया कि गुड्डू अब दोनों बाहुबली का खास आदमी बन चुका है. कल तक रंगदारी और लूटपाट करने वाला गुड्डू मुस्लिम अब मर्डर भी करने लगा था. इस पर मर्डर के 2-2 केस चलने लगे थे. एक केस तो संतोष सिंह के मर्डर का था. जिसकी धनंजय सिंह से खटपट हो गई थी. फिर इसी गुड्डू मुस्लिम ने उसी संतोष की गाड़ी में बैठकर पीने को कोल्ड ड्रिंक दी. उसे पीते ही संतोष की कुछ देर बाद मौत हो गई. क्योंकि उस कोल्ड ड्रिंक में जहर मिला हुआ था. ऐसे और भी ना जाने कितने कत्ल इसी गुड्डू के नाम पर जुड़ते गए.
श्री प्रकाश शुक्ला का खास आदमी बन गया था गुड्डू मुस्लिम
Guddu Muslim Story : कहते हैं कि एक समय ऐसा भी आया जब ये गुड्डू मुस्लिम यूपी के डॉन श्री प्रकाश शुक्ला का खास बन गया. फिर तो गुड्डू ने श्री प्रकाश शुक्ला को ही अपना गुरु मान लिया. छोटी वारदात से लेकर बड़े वारदात सभी में गुड्डू का ही नाम आने लगा. अब श्री प्रकाश शुक्ला के संरक्षण में गुड्ड देखते ही देखते रियल एस्टेट का बड़ा माफिया बन गया. करोड़ों की संपत्ति पर कब्जा करने लगा. यहां तक कि वो जाली नोटों की तस्करी से भी जुड़ गया. ISI एजेंट के संपर्क में आ गया.
कहते हैं कि गुड्डू मुस्लिम का नाम 2005 में राजू पाल हत्याकांड में भी था. इसने भी खूब गोलियां बरसाईं थीं. लेकिन शुरू में इसका नाम सामने नहीं आया था. करीब 2 साल बाद फिर से मामले में कड़ाई से जांच की गई तब इसका नाम जोड़ा गया था. अब ये पिछले कई साल से अतीक अहमद के लिए काम कर रहा है. वो अतीक का सबसे खास आदमी है. इसने जब उमेश पाल की गाड़ी पर बम बरसाए तो उसका वीडियो काफी वायरल हुआ. गुड्डू ने घर के बाहर और गली में भी बम फेंके. जिस तरह से वो झोले से बम निकालकर फेंक रहा था उसे सोशल मीडिया पर खूब वायरल किया गया. लेकिन अभी गुड्डू मुस्लिम कहां है. किस जगह छुपा है. ये कोई नहीं जानता. यूपी पुलिस उसी की तलाश में जुटी हुई है.
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