ओडिशा एक्सीडेंट में 280 लोगों ने गवाई जान, सोशल मीडिया पर इस्तीफे की मांग पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कही ये बात
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Odisha railway accident- भारतीय रेलवे ओडिशा में 1981 के बाद हुए इस भयानक बड़े रेल हादसे का नया अपडेट।
Odisha railway accident- भारतीय रेलवे ओडिशा में 1981 के बाद हुए इस भयानक बड़े रेल हादसे का नया अपडेट।
Odisha railway accident: भारतीय रेलवे ओडिशा में 1981 के बाद हुए इस भयानक बड़े रेल हादसे का नया अपडेट (new update) जहां बालासोर (balasore) में कोरोमंडल से आ रही ट्रेन पटरी से उतर गई और ट्रेन का इंजन मालगाड़ी पर जा भिड़ा। इतना ही नहीं जहां तीसरा ट्रैक बदला वहीं यशवंतपुर एक्सप्रेस (yesvantpur express) वे की तरफ जाते समय ट्रेन पटरी पर पड़ी बोगियों से टकरा गई. जानिए इसमें सुरक्षाबलों का क्या कहना है।
एनडीआरएफ (NDRF team) सुरक्षा बलों के पुलिस महानिदेशक के डायरेक्टर जनरल (director of general) 'अतुल करवाल' का कहने हैं, 'एनडीआरएफ (SDRF team) पहली टीम है, जो हादसे के सवा घंटे बाद ही मौके पर पहुंची थी। जिसके बाद उन्होंने तुरंत 8 और टीमों को मौके पर बुलाया। साथ ही 300 रेस्क्यू टीम भी और एसडीआरएफ भी वहां मदद के लिए उपलब्ध हैं। लोगों के सही सलामत बाहर निकाले जाने और अस्पताल की सुविधा के अलावा मैन-पॉवर और जरूरत की चीजों पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है।''
इसके अलावा अतुल करवाल ने कहा है कि चूंकि बड़ा हादसा है तो, लोगों को निकालने में चोट लग सकती है, इसलिए काम सहजता से किया जा रहा है। हमारी पुरी कोशिश रहेगी कि हम आज रात अंधेरे होने से पहले सबकी मदद कर पाए और आखिरी लाईव विकटीम और बोडीस को भी जल्द से जल्द कवर कर पाएंगे।
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UP के मुख्यमंत्री ने भी घटना पर दुख जताया
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM yogiadityanath)ने भी ओडिशा के बालासोर के पास शुक्रवार शाम हुए भीषण हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने कहा, "इस घटना में जहां करीब 280 यात्रियों की मौत हुई है और 900 से अधिक लोग घायल हुए हैं. यह संख्या 300 तक जा सकती है। इसमें जिन लोगों ने अपने परिजनें को खोया, उन्हें उत्तरप्रदेश की और यूपी के शासन की ओर से, साथ ही उत्तरप्रदेश (uttarpradesh) की जनता की तरफ़ से अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हूँ। घायलों के जल्द ही ठीक होनें की भी कामना करता हूँ।
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चश्मदीद गवाह
तीन ट्रेनों की टक्कर में जहां अब तक करीब 280 लोगों की मौत हो चुकी है. तो वहीं 900 से ज्यादा लोग घायल हैं। वहीं पढ़िए मौके पर मौजूद हमारी रिपोर्ट्स की अहम जानकारि... जहां उन्होंने बताया कि एक चश्मदीद ने कहा ''ट्रेन के हालात से भी बदतर अंदर के लोगों की हालत थी। जहाँ किसी का हाथ नहीं, तो किसी की खोपड़ी। लोगों के शरीर के हिस्से खून से लथपथ थे। एक दूसरों को देख सभी चिख, चिल्ला रहें थे"।
रेल मंत्री का बयान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (railway minister) ने भी स्थिति को समझते हुए लोगों से बात की और कहा, यह बेहद चौंकाने वाली और दुखद घटना है. इसमें हर जगह से मोबिलाइजेशन किया गया है। क्योंकि ऐसी घटनाओं में जितनी मदद की जाए कम है। सभी परिवारों के लिए मेरी प्रार्थना है। साथ ही घायलों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी, चाहे वह भुवनेश्वर हो, कटक या एम्स अस्पताल। इस घटना में रेल आयुक्त के साथ पुलिस की टीमें सभी रूट कॉस के पास जाएंगी और जांच करेंगी। मुआवजे की राशि भी बीती रात तय कर दी गई है। लेकिन हमारी पहला फोकस घायलों का इलाज ही होगा। वहीं, मरम्मत के लिए मशीनों से काम तुरंत शुरू किया जाएगा। फिलहाल, पूरा फोकस बचाव और इलाज पर है।
Note - ये खबर क्राइम तक पर internship कर रही तृषा वर्मा ने लिखी है।
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