Shraddha Murder : हत्या कर गूगल पर सर्च किया था काटने का तरीका, इस डेटिंग ऐप से श्रद्धा से मिला था आफताब
Delhi Shraddha Murder : मुंबई में श्रद्धा (Shraddha and Aftab Murder) और आफताब की मुलाकात एक डेटिंग ऐप से हुई थी. मर्डर कर गूगल पर (Murder Google) सर्च किया था काटने का तरीका.
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Aftab Shraddha Murder : प्यार, लिव-इन रिलेशनशिप और फरेब में कत्ल की इस सनसनीखेज कहानी की परतें खुलने लगीं हैं. श्रद्धा और आफताब के रिश्तों की शुरुआत एक डेटिंग ऐप से हुई थी. वो साल था 2018. बंबल (Bumble Dating App) डेटिंग ऐप से दोनों की मुलाकात हुई. 2019 से दोनों लिव-इन में रहने लगे थे. अब इस हत्याकांड को लेकर पुलिस के सामने आफताब अमीन पूनावाला (Aftab Amin Poonawalla) ने सनसनीखेज खुलासा किया है. उसने बताया कि हत्या के बाद खून साफ करने का तरीका जानने के लिए उसने गूगल पर सर्च किया था. ये भी पता लगाया गया था कि इंसान के शरीर को आसानी से कैसे कई टुकड़ों में काटा जा सकता है. कैसे हाथ और पैर को ज्वाइंट से आसानी से अलग किया जा सकता है. ये सारी जानकारी तब मिली जब दिल्ली पुलिस ने आफताब के मोबाइल की डिटेल खंगाली. इंटरनेट की सर्च हिस्ट्री से सारी जानकारी मिली है.
श्रद्धा की हत्या की असली वजह क्या है?
Delhi Shraddha Murder : पुलिस की जांच में पता चला है कि दोनों के बीच में काफी समय से झगड़ा होता था. इस बीच दोनों को एक दूसरे पर शक भी होने लगा था. आफताब को लगता था कि श्रद्धा का कोई दूसरा करीबी दोस्त बन चुका है. वहीं, श्रद्धा का भी दावा था कि आफताब की पसंद अब कोई और है. इस बात को लेकर मर्डर से कुछ महीने पहले दोनों कई हिल स्टेशन भी गए थे.
हिमाचल प्रदेश में कई दिनों तक घूमने के बाद दोनों दिल्ली में रहने का प्लान बनाया था. इसके बाद दोनों 8 मई को दिल्ली आ गए थे. 15 मई को दोनों ने छतरपुर में किराए का कमरा लिया था. इसी में 18 मई को दोनों के बीच झगड़ा हुआ. लड़ाई के दौरान दोनों में झगड़ा बढ़ा तो श्रद्धा शोर मचाने लगी. तभी आफताब ने उसका मुंह बंद कर दिया और गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद उसके शव को बाथरूम में रख दिया था.
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इसके बाद वो शव को ठिकाने लगाने के लिए गूगल पर काफी सर्च किए. उसने सर्च किया कि कैसे किसी इंसान के शरीर को कई टुकड़ों में आसानी से अलग किया जा सकता है. इसके बाद उसने अगले दिन मार्केट से आरी और फ्रिज खरीदकर ले आया. फिर उसने श्रद्धा के शरीर को 35 टुकड़ों में काटा. और उसे फ्रिज में रख दिया.
अब रोजाना फ्रिज से कुछ टुकड़ों को निकालकर पॉलिथीन में पैक करता था और फिर महरौली के जंगलों में फेंक आता था. पुलिस की पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही से श्रद्धा के शरीर के करीब 13 टुकड़े मिल चके हैं. ये हड्डियां काफी दूरदूर मिल रहे हैं.
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कई लड़कियों से करीबी संबंध में था आफताब
जांच में पता चला है कि श्रद्धा की हत्या के 18 दिनों तक वो लाश के टुकड़ो को रात के 2 बजे एक बैग में डालकर उसे पीठ पर टांगता था और फिर अलग-अलग जगहों पर जाकर फेंक देता था. इस पूरी घटना को अंजाम देने के लिए उसने डेक्स्टर (Dexter Crime Web Series) वेब सीरीज भी देखी थी. यहीं से उसने हत्या करने का आइडिया लिया था.
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पुलिस की जांच में ये भी पता चला है कि आफताब के और भी कई लड़कियों से नजदीकी संपर्क थे. जिसकी वजह से उसकी श्रद्धा से लड़ाई होती थी. इसलिए हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के बाद वो दूसरी लड़की के साथ कमरे पर आने लगा था. ऐसे में इस बात की आशंका है कि कहीं आफताब ने साजिश के तहत श्रद्धा को दिल्ली लाकर उसकी हत्या तो नहीं की. एक तरह से देखा जाए तो उसकी ये साजिश 6 महीने तक सफल भी रही.
Delhi Murder Case : श्रद्धा मर्डर इस कहानी की शुरुआत होती है मुंबई के एक कॉल सेंटर से. साल 2018. उस समय श्रद्धा 25 साल की और आफताब अमीन 27 साल का था. दोनों मुंबई के मलाड के एक ही कॉल सेंटर में नौकरी करते थे. दोनों की दोस्ती हुई. फिर प्यार करने लगे. श्रद्धा के माता-पिता दोनों साल 2016 से ही अलग रह रहे थे. मां के साथ श्रद्धा और उसका भाई रहता था. पिता अलग अपनी मां के साथ रहते थे. श्रद्धा से आफताब ने इमोशनल दोस्ती की. फिर दोनों ने एक साल में तय किया कि लिव-इन में रहेंगे. साल 2019 से दोनों लिव इन में रहने लगते हैं. इसके लिए मलाड में ही किराए का एक कमरा ले लिया. इधर, मां ने विरोध जताया. तब श्रद्धा ने कहा था कि....
मैं 25 साल की हो गई हूं और मुझे मेरे फैसले लेने का पूरा अधिकार है. मुझे आफताब अमीन पूनावाला के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहना है. मैं आज से आपकी बेटी नहीं समझो.
ये बात कहकर ही श्रद्धा अपने घर से सामान लेकर जाने लगी थी. माता-पिता दोनों ने काफी उसे समझाया था. लेकिन वो नहीं मानी. दोनों एक साथ लिव-इन में रहने लगे. इधर, मां-बाप परेशान. खुद की बेटी खोज खबर उसके वॉट्सऐप स्टेटस. फेसबुक और इंस्टाग्राम से अपडेट लेते थे.
इस तरह एक साल का वक्त निकला. श्रद्धा की मां सुमन परेशान रहने लगी. और आखिरकार 23 जनवरी 2020 को सुमन की मौत हो गई. सुमन की मौत पर 4 साल पहले से अलग रहने वाले उनके पति और एक साल से लिव-इन में रहने वाली बेटी श्रद्धा भी आखिरी बार वहां पहुंचे थे. पर बात नहीं हुई. फिर सुमन की मौत के करीब 15 दिनों बाद बेटी से पिता की फोन पर बात हुई थी. तब उसने बताया था कि आफताब उसे परेशान करता था. इसका विरोध करने पर आफताब ने माफी मांग ली थी. जिसके बाद श्रद्धा फिर से उसी के साथ रहने पर राजी हो गई थी.
कत्ल करने के लिए मुंबई से दिल्ली आया
Mumbai Delhi Murder Mystery : पुलिस की पूछताछ में पता चला कि 8 मई 2022 को मुंबई से दोनों दिल्ली आए थे. पहली बार दोनों पहाड़गंज के होटल में रुके थे. इसके बाद सैजदुल्लाजाब के हॉस्टल में रुके थे. फिर कुछ दिनों तक दोस्त के साथ रहे थे. इसके बाद गूगल से लोकेशन तलाशते हुए छतरपुर में किराए का फ्लैट लिया था. यहां आने के 10 दिनों बाद ही आफताब ने श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या कर दी. इसके बाद लाश को कमरे में ही 24 घंटे तक रखे रहा.
अब वो लाश को ठिकाने लगाना चाहता था. लेकिन लाश को कैसे बाहर ले जाता. दिल्ली में आफताब के पास कार भी नहीं थी. अकेले लाश को कैसे ठिकाने कैसे लगाता. इसलिए सोचा कि अब उसे कई टुकड़ों में काटकर ठिकाने लगाया जाए. अब ऐसा करने के लिए उसने अपने पुराने फूड ब्लॉगर वाला तरीका चुना. मार्केट में जाकर पहले आरी खरीदी. फिर 300 लीटर वाला एक फ्रिज ले आया. साथ में कई रूम फ्रेशनर भी ले आया.
ये सबकुछ लाकर उसने कमरे में बाथरूम में लाश को रखकर आरी से कई टुकड़े काटे. हाथ और पैर को दर्जनों टुकड़ों में काटा. फिर उसे प्लास्टिक में पैककर फ्रिज में रखा. रूम फ्रेशनर को बार-बार कमरे में डालता था. ताकि कमरे से बदबू ना आए. इस तरह उसने 18 दिनों तक यानी 5 जून तक श्रद्धा के 35 टुकड़ों में लाश को ठिकाने लगाते रहा. यहां से वो बैग में डालकर उसके शव को टुकड़ों को रोजाना रात में महरौली के जंगल से लेकर अलग-अलग इलाकों में फेंकता रहा. जब तक उसने फ्रिज में लाश रखी रही उस दौरान तक ये जोमैटो से ऑनलाइन खाना मंगाकर उसी फ्रिज में रखता था. उसी में से निकालकर खाना भी खाता था. और श्रद्धा की लाश के टुकड़े भी रखता था.
ऐसे हुआ था श्रद्धा के पिता को शक
Crime Story in Hindi : इस बीच पिछले कई महीनों से पिता की बेटी से कोई बात नहीं हो रही थी. उसका फोटो भी अपडेट नहीं हो रहा था. ना वॉट्सऐप पर और ना ही फेसबुक पर. इन अपडेट से एक पिता अपनी बेटी की खोज खबर लेते थे. लेकिन ऐसा नहीं होने से अपने बेटे से फोन पर पूछा. बेटे ने एक श्रद्धा के एक कॉमन फ्रेंड का नंबर दिया. उस पर बात हुई. उसने भी बताया कि पिछले दो महीने से फोन पर बात नहीं हुई. तब शक और बढ़ गया. ये शक हुआ कि कहीं ना कहीं और कुछ ना कुछ मेरी बेटी के साथ गलत तो हुआ है.
इसके बाद पहले मुंबई में गुमशुदगी की शिकायत की. फिर 8 नवंबर को दिल्ली में आकर कंप्लेंट दी. जिसके बाद सर्विलांस की मदद से पुलिस ने केस का खुलासा किया. क्योंकि 19 मई से ही श्रद्धा का फोन बंद था. पिता का दावा है कि श्रद्धा बार-बार आफताब से शादी करने के लिए कहती थी. लेकिन वो सिर्फ फायदा उठाना चाहता था. इसलिए उसने मर्डर कर दिया. इसके बाद उसी कमरे में रहा. कॉल सेंटर में नौकरी भी करने लगा था. और दूसरी लड़की से भी प्यार करने लगा था. उसे कमरे पर भी पिछले कुछ महीने से ला रहा था. लेकिन कभी भी किसी को शक नहीं हुआ.
कौन है आफताब अमीन पूनावाला?
Who is Aftab Amin Poonawalla : आफताब अमीन पूनावाला मुंबई का रहने वाला है. वो बढ़िया शेफ है. इसने मुंबई के एक नामी कॉलेज एलएस रहेजा से बैचलर इन मैनेजमेंट स्टडीज किया है. इसे फूड ब्लॉगिंग का शौक है. इसने खुद का फूड ब्लॉगर वेबसाइट बनाया है. जिसका नाम है हंगरी छोकरो.
इसके सोशल मीडिया प्रोफाइल देखने से भी कई चौंकाने वाली बात सामने आई है. आफताब के सोशल मीडिया प्रोफाइल से पता चला कि आफताब ने LGBTQ community, Acid Victim, Women Rights का सोशल मीडिया पर समर्थन करता था. दीपावली पर पटाखों की जगह अपने अंदर के अंहकार को जलाने की बात करता था.
आफताब ने 28 जनवरी 2015 को अपनी फेसबुक की DP में LGBTQ community को सपोर्ट करने वाला फोटो लगा रखा था. वहीं 29 अक्टूबर 2015 को दीपावली पर पटाखों की जगह अपने अंदर के अंहकार को जलाने की बात करने वाली पोस्ट को शेयर किया था. पुलिस इस एंगल से भी पुलिस जांच कर रही है कि कहीं ओपन रिलेशनशिप और गे लेस्बियन की वजह भी हत्या की वजह तो नहीं है.
श्रद्धा मर्डर की पूरी कहानीADVERTISEMENT