सुल्तानपुर केस में एक आरोपी अनुज प्रताप सिंह को 'मिट्टी में मिलाया', यूपी पुलिस ने किया एनकाउंटर, अब तक 2 फुल और 4 हाफ एनकाउंटर! 

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सुल्तानपुर केस में एक आरोपी अनुज प्रताप सिंह को 'मिट्टी में मिलाया', यूपी पुलिस ने किया एनकाउंटर, अब तक 2 फुल और 4 हाफ एनकाउंटर! 
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न्यूज़ हाइलाइट्स

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सुल्तानपुर लूट केस

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आरोपी अनुज की उन्नाव में हुई थी लोकेशन ट्रैक

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कुल 11 बदमाशों की गिरफ्तारी

Sultanpur News: यूपी के सुल्तानपुर में ज्वेलर्स की दुकान पर डकैती डालने वाला अनुज प्रताप सिंह का यूपी पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है। उसकी मौत हो गई है। इस मामले में यूपी पुलिस अभी तक कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार या एनकाउंटर कर चुकी है। इस घटना को 14 बदमाशों ने अंजाम दिया था।

आरोपी अनुज की उन्नाव में हुई थी लोकेशन ट्रैक

इस बीच उन्नाव के अचलगंज में उसकी लोकेशन ट्रैक हो गई, जहां आज तड़के एनकाउंटर में वो मारा गया। इससे पहले उसे घेर लिया गया। उसने पुलिस पर गोलियां चलाई, जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाई। इसमें अनुज ढेर हो गया। हालांकि, इस बीच अनुज का साथी बच निकला। अनुज प्रताप सिंह अमेठी के मोहनगंज थाने के जनापुर का रहने वाला था। अनुज सुल्तानपुर डकैती गैंग का सरगना बताए जा रहे विपिन सिंह का सबसे करीबी गुर्गा था। विपिन भी अमेठी का ही रहने वाला है। डकैती कांड के बाद उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। 

सफेद शर्ट पहने अनुज ने ही शोरूम के अंदर बैठे दुकानदार भरत सोनी और उनके बेटे को पिस्तौल तानकर धमकाया था। लूट के बाद माल ले जाने के लिए सबसे बड़ा बैग अनुज ने ही अपनी बाइक पर रखा था। 

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इससे पहले 5 सिंतबर को आरोपी मंगेश यादव का भी पुलिस ने एनकाउंटर कर ढेर कर दिया था। एक और आरोपी अजय यादव उर्फ डीएम का यूपी पुलिस ने 20 सिंतबर को एनकाउंटर किया था। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी अजय यादव के पास से 4 किलो चांदी बरामद की गई थी। उस पर 1 लाख रुपये का इनाम रखा गया था। 

कब और कैसे हुई थी वारदात?

28 अगस्त को सुलतानपुर के नगर कोतवाली के चौक इलाके में भरत जी सोनी नाम के सर्राफा व्यवसाय के यहां दिनदहाड़े दो बाइक पर पहुंचे पांच बदमाशों ने करोड़ों के जेवरात और नगदी लूट ली थी। इस घटना के बाद पुलिस ने इस सिलसिले में मुख्य आरोपी मंगेश यादव का एनकाउंटर कर दिया था, जब कि तीन आरोपी एनकाउंटर के बाद पकड़े गए थे। एक अन्य आरोपी विपिन ने सरेंडर कर दिया था। 

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पुलिस ने डकैती डालने वाले आरोपियों के नामों के साथ सीसीटीवी वीडियो और तस्वीरें भी जारी की थी। पुलिस के मुताबिक- 28 अगस्त को सुल्तान पुर में ज्वेलरी की दुकान में जो लूट हुई थी, उस दौरान मौके पर पांच आरोपी थे। इनके नाम अंकित, अरबाज, मंगेश यादव, अनुज प्रताप सिंह और फुरकान ने दुकान में घुसकर डकैती डाली थी। पुलिस ने बताया था कि मंगेश यादव हेलमेट पहन कर घुसा था। सबसे पहले दुकान के अंदर सफेद गमछा और सफेद शर्ट में अनुज प्रताप सिंह पहुंचा था। एनकाउंटर में मारा गया मंगेश हेलमेट पहनकर तीसरे नंबर पर घुसा था और पिस्टल तानकर अंदर मौजूद लोगों को धमका रहा था। पुलिस ने बताया कि आरोपी फुरकान ब्लैक हेलमेट में पिस्टल लगाकर घुसा था और आरोपी अंकित यादव डकैती का माल बैग में भर रहा था। वारदात को अंजाम देने के बाद लूटे गए माल और बदमाशों ने भागने के लिए त्रिभुवन कोरी की बोलेरो का इंतजाम किया था। सीसीटीवी में त्रिभुवन वारदात से पहले अपनी बोलेरो में एक पेट्रोल पंप पर तेल भरवाते हुए देखा गया था। यूपी पुलिस ने त्रिभुवन का बोलेरो गाड़ी में तेल डलवाते हुए सीसीटीवी जारी किया था। 

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28 अगस्त को घटना के बाद 1 सितंबर को सुल्तानपुर पुलिस ने एनकाउंटर के बाद त्रिभुवन कोरी, सचिन सिंह और पुष्पेंद्र सिंह को घायल कर गिरफ्तार कर लिया था। विपिन ने बाद में सरेंडर किया था। यानी इस मामले में अभी चार आरोपी पकड़े गए हैं, जब कि मंगेश को पुलिस ने मार गिराया था। 

एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया था कि 28 अगस्त को विपिन सिंह के गैंग ने करोड़ों की लूट की थी। ये गैंग इससे पहले भी लखनऊ और सूरत में घटना को अंजाम दे चुका है। घटना से पहले गैंग ने रैकी की थी। जांच में पता चला कि आरोपियों ने 2 मोटरसाइकिल जौनपुर से चोरी की थी, जिसमें मंगेश यादव की भूमिका थी। अभियुक्तों की गिरफ्तारी से बाद उनके पास से 2. 633 किलो सोना 15.26 ग्राम चांदी और 45700 नगदी बरामद हो चुकी है। इस घटना में लूट के लिए 2 मोटरसाइकिल चोरी करने में भूमिका थी और भागने के लिए बोलेरो का इस्तेमाल किया गया। सर्विलांस के आधार पर मैप किया गया और साक्ष्य जुटाए गए।

इस घटना के आरोपी विपिन सिंह ने 13 और 15 तारीख को रेकी की थी। इस वारदात को दो समूहों में अपराधी पहुंचे थे। इसके अलावा विपिन सिंह, विनय शुक्ला, अरविंद, विवेक और दुर्गेश यह लोग दुकान के आसपास घेराबंदी किए हुए थे ताकि कोई समस्या होगी तो यह लोग फायर कर सके पुलिस से बचा सके।

मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद 11 सितंबर को सुल्तानपुर पुलिस ने विवेक सिंह, विनय शुक्ला, अरविंद यादव और दुर्गेश सिंह को गिरफ्तार किया था। इस तरह इस मामले में 11 आरोपी अरेस्ट हो चुके हैं।

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