रोंगटे खड़े कर देने वाली है तिहाड़ जेल में टिल्लू ताजपुरिया के कत्ल की एफआईआर, कत्ल के चश्मदीद की आंखों-देखी पढ़िए
Delhi Tihar Murder: टिल्लू ताजपुरिया के कत्ल की पूरी कहानी एफआईआर की शक्ल में सामने आई है, चश्मदीद रोहित उर्फ राहुल ने कत्ल की पूरी कहानी तहरीर में बयान की है।
ADVERTISEMENT
Delhi Tihar Murder Shocking: रोहित ने बताया कि वो दिल्ली की तिहाड़ जेल नंबर 8 के वार्ड नम्बर 5 में के सेल नम्बर 7 में बंद हूँ जबकि टिल्लू सेल नम्बर 8 में बंद था। रोहित ने एफआईआर में लिखवाया कि वार्ड के ही B ब्लाक में गोगी गैंग के मेम्बर रियाज गैंडा, राजेश उर्फ करमवीर, योगेश उर्फ टुडा और दीपक उर्फ तीतर बंद थे। ये चारों टिल्लू भाई से रंजिश रखते थे और गोगी के मर्डर के लिए टिल्लू भाई को जिम्मेवार मानते थे।
रोहित के मुताबिक…
“तारीख 2 मई को सुबह करीब 6 बजे गिनती खुल चुकी थी और हम सब लोग बैरक में ही थे टिल्लू भाई बाहर बरामदे में घूम रहे थे और मै अपने cell में ही था तभी टिल्लू भाई भागते हुए मेरे सेल में आये और मुझे बोला की जल्दी दरवाजा बंद कर लोग चाकू लेके मारने आ रहे है। मै तुरंत उठा और मैने और टिल्लू भाई ने सेल का ग्रिल वाला दरवाजा बंद करने की कोशिश की इतने में ही दरवाज़े के बाहर योगेश उर्फ टुंडा और दीपक तीतर आ गए और वो दरवाजे में धक्का मारके खोलने की कोशिश करने लगे। हमने दरवाज़ा पकड़ के रोकने की कोशिश की तो तो योगेश टुंडा और दीपक तीतर ने हमारे ऊपर ग्रिल बाहर से ही चाकुओं से वार करने शुरू कर दिए। इतने मे ही पीछे से रियाज भी आ गया, वो टिल्लू भाई को कह रहा था की आज तेरा काम ही ख़तम कर देंगे।
ADVERTISEMENT
रोहित ने लिखित बयान में बताया है कि…
मैने टिल्लू को बचाने की काफी कोशिश की थी- मैंने रोकने की कोशिश की तो राजेश और रियाज ने कहा की अगर बीच में आएगा तो तू भी साथ ही मरेगा और जान से मारने की नियत से मुझपे चाकू से वार किये जो मैने हाथ अड़ा कर अपना बचाव किया, जिससे मेरे हाथ में चाकू लग गए। दीपक, योगेश और रियाज ने खीच के सेल का दरवाया खोल लिया, दरवाजा खुलते ही राजेश योगेश रियाज़ और दीपक मेरी सेल के अन्दर घुस गए और टिल्लू भाई को चाकू मारते हुए बाहर खीच कर ले गए और बाहर उन चारो ने टिल्लू भाई के ऊपर ताबड़तोड़ चाकुओं से वार करना शुरू कर दिया, टिल्लू ने बचने की कोशिश की तो योगेश टुंडा ने उसे पकड़ कर गिरा लिया लिया और दीपक और रियाज़ को चिल्लाकर कहा की मारो साले को आज वचना नहीं चाहिए। जिसके बाद दीपक, रियाज़ और योगेश ने टिल्लू भाई के पेट, छाती गर्दन आदि के ऊपर ताबड़तोड़ चाकू से वार किये।
जिसने भी टिल्लू ताजपुरिया को बचाने की कोशिश की उसे जान से मारने की धमकी दी गयी- मैंने और अन्य कैदियों ने टिल्लू को बचाने की कोशिश की तो राजेश ने हमें भी चाकू दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। कुछ देर में जेल का स्टाफ भी वहाँ आ गया और बड़ी मुश्किल से staff ने उन्हें हटाया।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
जो बाद में मैंने देखा की उपरोक्त चारो लोग B ब्लाक जो की फर्स्ट floor पर है की ग्रिल का सरिया तोड़कर, उसके रास्ते ग्रिल में चादर बांधकर नीचे A ब्लाक में उतरे थे और नीचे आकर अन्य सेल का दरवाजा भी बाहर से बंद कर दिया था, जिससे कोई टिल्लू भाई को बचा न सके। बाद में स्टाफ टिल्लू भाई और मुझको लेकर DDU hospital आ गया। हॉस्पिटल में ही मुझे पता चला की टिल्लू भाई की DDU हॉस्पिटल में मौत हो गयी है।
ADVERTISEMENT