...जब फूट-फूट कर रोया था बेंगलुरु महालक्ष्मी मर्डर केस का आरोपी मुक्ति रंजन, अपने किए पर था पछतावा,  लेकिन घटना के वक्त हो गया था 'पागल', शरीर के इतने टुकड़े इसलिए किए?

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...जब फूट-फूट कर रोया था बेंगलुरु महालक्ष्मी मर्डर केस का आरोपी मुक्ति रंजन, अपने किए पर था पछतावा,  लेकिन घटना के वक्त हो गया था 'पागल', शरीर के इतने टुकड़े इसलिए किए?
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Bengaluru Mahalakshmi Murder Case: बेंगलुरु में महालक्ष्मी के मर्डर के आरोपी मुक्ति रंजन को अपने किए पर पछतावा था। वो फूट-फूट कर रोया था। ये खुलासा उसकी मां ने किया है। उनका कहना है कि जब मुक्ति रंजन ओडिशा अपने घर आया था तो शुरुआत में वो थोड़ा गुमसुम था। जब उसकी मां ने इसके पीछे की वजह पूछी तो उसने कोई जवाब नहीं दिया। उसके दिमाग में ये बार-बार आ रहा था कि उसने इतनी बेरहमी से क्यों महालक्ष्मी को मारा? कई दिन बीत गए, लेकिन मुक्ति रंजन घर में ज्यादा बात नहीं करता था। इसके बाद ये खबर मीडिया में चलने लगी।

आरोपी ने रोते हुए खुदकुशी से कुछ घंटे पहले अपनी मां को सारी सच्चाई बता दी थी। ये सुनकर उसकी मां भी हैरान हो गयी थी। आरोपी मुक्ति रंजन ने कहा था -  मैं महालक्ष्मी से प्यार करता था, लेकिन वो मुझे फंसाना चाहती थी। वो मुझे किडनैपिंग केस में फंसाने की धमकी देती थी। आरोपी ने कहा था कि महालक्ष्मी उसे ताने मारती थी। डराती थी। इसी वजह से उसने इस हत्याकांड को अंजाम दे डाला। आरोपी ने हद से ज्यादा परेशान होकर उसकी न सिर्फ हत्या की, बल्कि शरीर के इतने टुकड़े कर दिए। 

पुलिस दावा कर रही है कि हत्यारा महालक्ष्मी के साथ रिलेशनशिप में था। मुक्तिरंजन की लाश पुलिस को ओडिशा के भद्रक जिले के धुसुरी में पेड़ से लटकी मिली है। पता चला है कि मुक्तिरंजन और महालक्ष्मी एक कपड़े की दुकान में काम करते थे। यहां दोनों की मुलाकात हुई और वे दोस्त बन गए। महालक्ष्मी कथित तौर पर मुक्ति रंजन पर शादी करने का दबाव बना रही थी। दोनों की बीच इस मुद्दे पर लगातार बहस होती थी। इसके बाद आरोपी ने उसकी हत्या कर दी। 

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पुलिस के मुताबिक - आरोपी के छोटे भाई से खुलासा किया कि महालक्ष्मी की हत्या के बाद मुक्तिरंजन अपने किराये के घर लौटा। उसने भाई के सामने हत्या की बात कबूल की और कहा कि वह अब शहर में नहीं रह सकता और पैतृक स्थान जा रहा है।

ओडिशा के गांव में मिली थी लोकेशन

पुलिस ने कहा - 'कॉल रिकॉर्ड की मदद से कातिल की पहचान की गई। उसके मोबाइल की लोकेशन शुरू में पश्चिम बंगाल में पाया गया, लेकिन बाद में उसने इसे बंद कर दिया। हालांकि, बाद में उसकी लोकेशन ओडिशा के एक गांव में मिली। हमने उसे पकड़ने के लिए अपनी टीमें भेजीं। मुक्तिरंजन ने ओडिशा में जगह बदलीं।'  बुधवार सुबह खबर आई कि उसने खुदकुशी कर ली है। 

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हेमंत और अशरफ से की थी पुलिस ने पूछताछ

जांच में ये बात सामने आई है कि महिला की हेमंत नाम के शख्स से शादी हुई थी, लेकिन पति-पत्नी में विवाद की वजह से महालक्ष्मी अलग रहने लगी थी। पिछले पांच महीनों से वो किराए पर रह रही थी। पता चला है कि उसकी अशरफ नाम के शख्स से नजदीकियां हो गई थी, लेकिन पुलिस ने इस सिलसिले में दोनों यानी हेमंत और अशरफ से पूछताछ कर ली है। पुलिस को शुरुआती तौर पर ऐसा लगता है कि दोनों कातिल नहीं है। 

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कैसे पता चला मामले का?

इस मामले का पता बीते 21 सिंतबर को चला, जब बेंगलुरु के कमरे से बदबू आई। महालक्ष्मी व्यालीकवल इलाके में किराये के मकान में अकेली रह रही थी। आसपास के लोगों ने घर के मालिक को फोन किया। जब परिजन पहुंचे और कमरे का गेट खुलवाया तो सभी हैरान रह गए क्योंकि कमरे में चारों ओर खून के साथ बॉडी के छोटे-छोटे टुकड़े फैले हुए थे। चेक किया तो फ्रिज के अंदर शव को अलग-अलग हिस्सों में काटकर लाश रखी गई थी। 

क्या बताया महालक्ष्मी की मां और बहन ने?

महालक्ष्मी की मां और बहन ने पूछताछ के बाद बताया कि साल 2019 तक परिवार नेपाल में ही रहता था। उसी साल महालक्ष्मी की शादी हेमंत दास के नाम के एक नेपाली लड़के से हुई थी। शादी के बाद दोनों नेपाल से बेंगलुरु पहुंचे। यहां हेमंत एक मोबाइल शॉप पर काम करने लगा, जबकि महालक्ष्मी को एक बड़े मॉल के ब्यूटी शॉप में बतौर सेल्स वूमेन टीम लीडर की नौकरी मिल गई। दोनों बेंगलुरु के नीला मंगला इलाके में किराये के घर में रहने लगे। दोनों की एक बेटी हुई। साल 2023 तक उनकी जिंदगी में सब कुछ ठीक था। बाद में उसके पति को महालक्ष्मी के अफेयर के बारे में पता चला। इसके बाद दोनों अलग हो गए। बेटी हेमंत दास के साथ रहती है, जबकि महालक्ष्मी पांच महीने से व्यालीकवल इलाके में किराये के मकान में अकेली रह रही थी। 15 दिनों में वो एक बार अपनी बेटी से मिलने हेमंत के घर जाया करती थी। पुलिस ने उसकी कॉल डिटेल रिकॉर्ड भी चेक किया है। फोन से आखिरी कॉल 2 सिंतबर को हुई थी। 

क्या कहा ओडिशा पुलिस ने?

ओडिशा पुलिस ने कहा - हमारी जांच में ये बात सामने आई है कि मुक्ति रंजन करीब तीन साल बाद ओडिशा में अपने घर पहुंचा था। मुक्ति रंजन रात में अपनी मां के सामने फूट-फूटकर रोया और कहा कि मैंने महालक्ष्मी को मार दिया है। मां के सामने हत्या की बात कबूल करने के बाद बुधवार सुबह 5 बजे उसने सुसाइड कर लिया। महालक्ष्मी मर्डर केस की जांच के मामले में बेंगलुरु पुलिस ने ओडिशा पुलिस से संपर्क किया। मुक्ति का सुसाइड नोट और मौका-ए-वारदात से बरामद लैपटॉप और बाकी सामान पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। 
 

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