दिल्ली के डीसीपी ऑफिस में लगा बागेश्वर धाम का दिव्य दरबार, देखिए Exclusive Video
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Bageshwar Dham Exclusive: डीसीपी ऑफिस में बागेश्वर धाम के दिव्य दरबार की एक्सक्लूसिव वीडियो देखिए, सूत्रों का दावा है कि पुलिस अधिकारियों ने अपने भविष्य के बारे में बाबा से खूब सवाल पूछे।
Bageshwar Dham Exclusive: डीसीपी ऑफिस में बागेश्वर धाम के दिव्य दरबार की एक्सक्लूसिव वीडियो देखिए, सूत्रों का दावा है कि पुलिस अधिकारियों ने अपने भविष्य के बारे में बाबा से खूब सवाल पूछे।
दिल्ली से अमरजीत सिंह की रिपोर्ट
Bageshwar Dham Exclusive: बाबा बागेश्वर धाम सरकार को राजधानी दिल्ली में अपार प्यार मिल रहा है। आलम यह है कि दिल्ली पुलिस भी खुद को उनकी भक्ति से अपने आप को रोक नहीं पाई। शुक्रवार आईपी एक्सटेंशन में चल रही हनुमंत कथा के समापन के बाद पुलिस अधिकारी बाबा की मेजबानी के लिए उन्हें डीसीपी ईस्ट के ऑफिस में आने का निमंत्रण दिया और बाबा ने पुलिस का निमंत्रण स्वीकार कर लिया।
पुलिस के बड़े अधिकारियों ने किए दर्शन
फिर क्या था पुलिसवाले बाबा को डीसीपी ऑफिस ले गए। भक्तों की तरह ही ऑफिस में कार्यरत स्टाफ ने हाथ जोड़कर उनका स्वागत किया और कुछ देर बाद उन्हें विदा किया। बाबा के लिए कॉन्फ्रेंस रूम में बैठने की इंतजाम किया गया जहां जॉइंट कमिश्नर रैंक के अधिकारियों के अलावा, डीसीपी, एडिशनल डीसीपी, इंस्पेक्टर्स के अलावा कई पुलिसकर्मी मौजूद रहे।
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अधिकारियों ने अपने भविष्य के बारे में पूछा
पुलिस सूत्र ने बताया कि रात कथा समाप्त होने के बाद पुलिस अधिकारी बाबा को डीसीपी ऑफिस लेकर पहुंचे थे। बाबा ने करीब एक घंटे तक डीसीपी ऑफिस में पुलिस वालों पर अपनी कृपा बनाए रखी। पहले तो वरिष्ठ अधिकारी ही उस रूम में मौजूद थे। परिचय से बातचीत शुरू हुई। अधिकारियों ने अपना परिचय दिया। कुछ देर बातचीत होने के बाद अधिकारियों ने घुमा-फिराकर अपने भविष्य के बारे में इच्छा जाहिर करने लगे। इसके बाद बाबा ने उन्हें कुछ-कुछ बताया। ईको-1 और ईको-2 यानी डीसीपी ईस्ट व अडिशनल डीसीपी ईस्ट ने फोटोग्राफी या विडियोग्राफी ना करने के सख्त निर्देश दिए थे। मगर फिर कुछ लोगों ने फोटोग्राफी व विडियोग्राफी कर ही ली। इसमें पुलिसकर्मी बाबा के वहां से गुजरते के दौरान हाथ जोड़े खड़े दिख रहे हैं।
अधिकारी भक्तों के रूप में बाबा के आगे नतमस्तक
माना जा रहा है कि पंडाल में अधिक भीड़ होने के कारण अधिकारी बाबा से मिल नहीं पाए थे। और पंडाल में पहले सभी वरिष्ठ अधिकारी थे और जब बाबा डीसीपी ऑफिस पहुंचे तो सभी अधिकारी भक्तों के रूप में बाबा के आगे नतमस्तक होते दिखे इस कारण कथा समाप्त होने के बाद उन्हें डीसीपी ऑफिस ले जाया गया था, जिससे कुछ पल फुर्सत के बाबा के साथ बिताए जा सकें। फिलहाल इस मामले पर डीसीपी ईस्ट अमृता गुगलोथ को फोन कर जानना चाहा कि बाबा को डीसीपी क्यों लाया गया था लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आया।
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