ये तालिबानी लड़ाका 10 साल तक नागपुर में रहा, पुलिस ने किया था डिपोर्ट, ऐसे सामने आया सच
मशीन गन के साथ एक अफगान व्यक्ति की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, जिसके बारे में माना जा रहा है कि वह तालिबान का लड़ाका है। पुलिस के मुताबिक वह 10 साल तक भारत में रहा था।
ADVERTISEMENT
नागपुर से योगेश पांडे की रिपोर्ट
अफ़ग़ानिस्तान से सोशल मीडिया पर आए एक लड़ाके की फोटो का कनेक्शन इंडिया के नागपुर से है. दरअसल, ये लड़ाका नागपुर में पिछले 10 सालों से रह रहा था. हैरानी की बात ये है कि नागपुर पुलिस ने इसे गिरफ्तार भी किया था. लेकिन इसे अभी हाल में ही 23 जून 2021 को इंडिया से अफ़ग़ानिस्तान डिपोर्ट कर दिया गया. था.
दरअसल, सोशल मीडिया में तालिबान के एक लड़ाके की एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है. ये तस्वीर नूर मोहम्मद उर्फ़ अब्दुल हक की है. बताया जा रहा है कि ये शख्स तालिबानी संगठन से जुड़ा हुआ है. नागपुर के कई लोगों और संगठनों ने इसके खिलाफ शिकायत की थी. जिसके बाद नागपुर पुलिस ने नूर मोहम्मद को 16 जून 2021 को गिरफ्तार किया था.
ADVERTISEMENT
नूर मोहम्मद के शरीर पर मिले थे गोलियों के निशान
पुलिस की जांच में पता चला था कि नूर मोहम्मद के शरीर में गोलियों के कई निशान हैं. उसके पास से पुलिस को तालिबानी संगठन से जुड़े कई वीडियो भी मिले थे. कई दिनों की जांच के बाद नागपुर पुलिस ने 23 जून 2021 को अफगानिस्तान के दूतावास में संपर्क किया था. इसके बाद उसे यहां से अफ़ग़ानिस्तान के लिए डिपोर्ट कर दिया गया था.
ADVERTISEMENT
जून में नागपुर से भेजे जाने के करीब 2 महीने बाद अब जो तस्वीर सामने आई है, उससे साफ हो गया है कि नूर मोहम्मद उर्फ़ अब्दुल हक तालिबानी संगठन से ताल्लुक रखता है. उसका असली चहेरा सामने आ गया है. इस तस्वीर में उसके हाथ में एलएमजी मशीन गन है. साथ में ही उसकी कई बुलेट भी हैं.
ADVERTISEMENT
अभी कुछ भी कह पाना मुश्किल : पुलिस
इस फोटो के वायरल होने के बाद केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी ने नागपुर पुलिस के खुफिया विभाग को इसकी जानकारी दी है. हालांकि, पुलिस इस पर कुछ भी कहने से साफ मना कर रही है. नागपुर पुलिस के स्पेशल ब्रांच के डीसीपी बसवराज ने कहा कि उनके विभाग के पास ऐसी कोई भी टेक्नॉलजी नहीं है जिससे ये पता लगाया जा सके कि ये तस्वीर नूर मोहम्मद उर्फ अब्दुल हक की ही है. सोशल मीडिया पर ऐसी फोटो आ रही हैं लेकिन उनमें कितनी सच्चाई है. ये अभी कहना सही नहीं होगा.
तालिबान की तानाशाही : गवर्नर सलीमा मजारी को बंधक बनाया तो इधर महिला न्यूज़ एंकर को नौकरी से हटायाएंकर न्यूज पढ़ रही थी और बीच बुलेटिन में मोबाइल पर आ गया तालिबान के आतंकी की कॉल Afghanistan News : टोक्यो पैरालिंपिक में अफ़ग़ान टीम नहीं होगी शामिल, पहली बार दो महिला खिलाड़ियों के हाथ में थी कमानADVERTISEMENT