Sidhu Moosewala : सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर के पीछे ISI के K-2 मिशन का तर्क क्यों आ रहा?

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Sidhu Moosewala : सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर के पीछे ISI के K-2 मिशन का तर्क क्यों आ रहा?
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Sidhu Moosewala Murder Inside Story : पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose wala) की हत्या (Murder) के पीछे क्या ISI का भी हाथ हो सकता है? क्या इसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का K-2 मिशन यानी कश्मीर-खालिस्तान (Kashmir-Khalistan) हो सकता है? या फिर ये सिर्फ गैंगवॉर (Gangwar in Punjab) का नतीजा है. पूरी एनालिसिस CRIME TAK की स्पेशल स्टोरी से समझिए...

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या सिर्फ किसी रंजिश और टशन का नतीजा है. या फिर इसके पीछे कोई गहरी साजिश है. वो साजिश जिसके तार सिर्फ देश के अंदर नहीं है. बल्कि विदेश से भी है. क्या ये सिर्फ गैंगवॉर है या कुछ और?

आखिर इतनी सटीक मुखबिरी. फिर विदेशी गन से ताबड़तोड़ हमला. वो AN-94 जो रशियन मेड है. इंडिया में ना आर्मी और ना ही पुलिस के पास है. फिर ये हथियार इंडिया में कैसे पहुंच सकता है. ये हथियार अभी भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी ISI के पास ही है. इस वजह से भी इसके पीछे भी गहरी साजिश नजर आती है.

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इस साजिश की एक बानगी को समझने के लिए पहले इन आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं. पंजाब में इसी साल जनवरी से मार्च तक यानी सिर्फ 100 दिनों के भीतर कुल 158 कत्ल (Murder) हुए. इसी बीच में 14 मार्च की शाम को पंजाब के जालंधर में एक इंटरनेशनल खिलाड़ी संदीप नंगल की हत्या हुई. ताबड़तोड़ इन पर 20 गोलियां बरसाईं गईं थी.

इस हत्या में भी गैंगस्टर पकड़े गए. जिसे कनाडा में बैठे स्नोवर ढिल्लो के हाथों मरवाने का दावा किया गया. यानी इसका तार भी कनाडा से जुड़ा. इस घटना में जिस मुख्य गैंगस्टर सिमरनजीत सिंह उर्फ ​​जुझार सिंह उर्फ ​​गैंगस्टर को पकड़ा गया.

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वो जहां छुपा था वहां से 18 जिंदा गोला-बारूद और 12 बोर की राइफलें बरामद हुईं. इसके बाद पंजाब में एक और प्लेयर की हत्या होती है. फिर पंजाब के मोहाली इंटेलिजेंस दफ्तर में धमाका होता है. आखिर पंजाब में इतना सबुकछ और बड़े पैमाने पर होने की वजह क्या है.

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इस बारे में इंटेलिजेंस के एक सीनियर अधिकारी का दावा है कि भले ही ये हत्याएं गैंगस्टर कर रहे हैं. भले ही ये हत्याएं गैंगस्टर एक दूसरे से दुश्मनी में निकाल रहे हैं. लेकिन सवाल ये है कि आखिर इनके पास इतनी बड़ी मात्रा में हथियार कैसे आ रहे हैं. इनके निशाने पर पिछले कुछ महीने से सेलिब्रिटीज ही क्यों हैं? इसे लेकर दावा किया जा रहा है कि इसमें कहीं ना कहीं ISI समर्थन है. इसके पीछे K-2 मिशन है.

What is K-2 Mission : पाकिस्तानी इंटेलिजेंस एजेंसी ISI के K2 मिशन का मतलब है कश्मीर (Kashmir) और खालिस्तान (Khalistan). यानी कश्मीर में आतंकी गतिविधियों के साथ खालिस्तान को भी जिंदा रखना. वैसे भी पाकिस्तान से कश्मीर और पंजाब दोनों सटे हुए बॉर्डर हैं.

लिहाजा, आसानी से यहां जो चाहे वो करा सकते हैं. इससे पहले, साल 2020 में ही पाकिस्तान के इशारे पर पंजा साहिब की परिक्रमा के दौरान सिख चरमपंथियों की तरफ से 'सिख रेफरेंडम 2020' (Sikh Referendum) के झंडे लहराने की बात सामने आई थी. इस मामले में NIA यानी National Investigation Agency ने 9 दिसंबर 2020 को 16 सदस्यों पर एफआईआर भी दर्ज की थी.

इंटेलिजेंस से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) इस मिशन यानी K2 पर इसलिए भी फोकस कर रही है कि अब कश्मीर में उनकी कोशिशें नाकाम हो रही हैं. ऐसे में अब खालिस्तान मूवमेंट की बुझ चुकी चिंगारी को फिर से भड़काने की कोशिश है.

पिछले साल सितंबर से दिसंबर 2021 तक पंजाब में 6 बम ब्लास्ट हुए. टारगेट किलिंग और करोड़ो रुपये की ड्रग तस्करी के मामले आए. इसी साल 100 दिनों के भीतर कुल 158 हत्याएं हुईं. 14 मार्च को इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह नंगल (kabaddi player sandeep singh murder) का मर्डर हुआ.

खुफिया एजेंसियों के अनुसार, पंजाब में इस वक्त 1 दर्जन से ज्यादा गैंग सक्रिय हैं. जिनमें से 6 से ज्यादा गैंग लीडर तो विदेश में हैं. ये अब फंडिंग और हथियार के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में हैं.

अब इसका सबसे बड़ा उदाहरण है हरविंदर सिंह रिंदा. ये आतंकियों के संपर्क में है. इसका काम आतंक को बढ़ाने के लिए युवाओं का ब्रेनवॉश करना है. अब इसके लिए ऐसे युवा चाहिए जो कट्टर हों और कुछ भी करने को तैयार हों.

अब इसके लिए पंजाब में गन कल्चर और सोशल मीडिया पर टशनबाजी करने युवा सबसे बेहतर हैं. अब ये युवा किसी न किसी गैंग से जुड़े हैं. कोई लॉरेंस बिश्नोई गैंग तो कोई बंबिहा गैंग. ऐसे 70 से ज्यादा एक्टिव गैंग्स हैं. और 500 से ज्यादा गैंगस्टर गुर्गे. अब इनके जरिए और भी युवाओं को जोड़कर सेलिब्रिटीज को निशाना बनाया जा रहा है. रिंदा खुद कई दर्जन युवा गैंगस्टर को जोड़कर अपना नेटवर्क चला रहा है.

कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब इंटेलिजेंस ने सुरक्षा एजेंसियों और सतर्कता विभाग को हाल में एक बड़ा इनपुट दिया है. उसके अनुसार, पंजाब के ऐसे 6 गैंगस्टर हैं जो किसी ना किसी रूप में पाकिस्तानी ISI के संपर्क में हैं.

इनमें से 3 अमेरिका, जर्मनी और कनाडा में हैं जबकि 2 पाकिस्तान और एक बेल्जियम में है. यहीं से ये साजिश रच रहे हैं. इनके जरिए ही आधुनिक हथियार से लेकर ड्रग्स और गोला-बारूद तक पंजाब में पहुंचाएं जा रहे हैं.

सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस को ऐसे समझिए : अब पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के केस को समझिए. इस केस में कनाडा में मौजूद गोल्डी बरार का नाम सामने आ चुका है. गोल्डी कनाडा में है. इसे गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई का दायां हाथ कहा जाता है. अब लॉरेंस बिश्नोई जेल में रहकर ही नए-नए युवा गैंगस्टर को जोड़ता है और उनका संपर्क गोल्डी बरार से कराता है.

असल में ये सबकुछ ऐसे चल रहा है. या तो फोन के जरिए या फिर जेल में आए युवा बदमाशों को पहले ट्रेनिंग देते हैं. इसके बाद उसे जेल से जमानत दिलाने में मदद कराते हैं. फिर वही बदमाश जेल से बाहर निकलकर फोन के जरिए गोल्डी बरार से संपर्क करता है. और फिर गोल्डी पूरी साजिश को समझाकर उन्हें हथियार से लेकर जरूरी जानकारी मुहैया कराता है. फिर टारगेट को फिक्स कर उसे अंजाम दिया जाता है.

सिद्धू मूसेवाला केस में भी इसी नेटवर्क के जरिए हत्या को अंजाम दिए जाने का अंदेशा जताया जा रहा है . जिसे लेकर तमाम इंटेलिजेंस अधिकारी जुटे हुए हैं. पर अभी तक इस बात की कोई पुष्टि नहीं हो पाई है.

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