MY STORY: मैं कार से उतरने वाली थी तभी जबरदस्ती उसने मेरा मुंह पकड़ लिया और जोर से KISS किया था
MY STORY: ये कहानी है जब एक रात मेरे साथ कुछ ऐसा हुआ (Sexual Harassment) कि मुझे सोचने समझने में कई दिन लगे कि वो मेरे साथ इस तरह की हरकत कैसे कर सकता है.
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MY STORY: ये कहानी नहीं ये वो हिस्सा है मेरी जिंदगी का जो मुझे सोने नहीं देती है. ना सिर्फ सोना बल्कि किसी पर मुझे भरोसा करने से भी रोक देती है. बस यही कहती है कि किस पर करूं भरोसा. हो सकता है ये बातें मेरी आपलोगों को छोटी लगे लेकिन मेरे लिए इंसानियत से भरोसा उठ जाने जैसा है. मैं सभी महिलाओं, लड़कियों से ये कहना चाहती हूं कि आप किसी से कम नहीं हो, आप सबसे ऊपर हो, आपकी इज्जत आपके लिए सबसे ऊपर होनी चाहिए.
मैं ये लिखने में काफी डरी हुई हूं. मेरा हाथ कांप रहे हैं पर अगर मैं ये नहीं लिखती तो शायद मैं जिंदगी भर पछतावे के साथ जीती रहती. लेकिन मेरी जिंदगी की सबसे अजीब कहानी है जिसे मैं लिखकर और आपसे शेयर करके शायद आने वाले दिनों में खुद को हल्का महससू करूं. ये कहानी है मार्च 2021 की.
जब मैं पिस्टल शूटिंग (Pistol Shooting) के लिए प्रेक्टिस करने जाया करती थी. मुझे स्पोर्ट्स बहुत पसंद है और इससे मेरा स्ट्रेस भी रीलीज हो जाता है. इससे मैं अपने गोल्स पर भी फोकस कर पाती हूं. मेरे गुस्से को कंट्रोल करने में ये मेरी हेल्प भी करता है. वो कहते है ना कि जब गुस्सा आए तो ऐसी जगह ध्यान लगाओं जहां मन शांत हो जाए. तो मैं वही करने लगी और सोचा कि कुछ नया किया जाए. तो मैं नोएडा जाया करती थी, जहां मैंने एक एकेडमी में पिस्टल शूटिंग प्रेक्टिस करने का सोचा. तो मैंने वहां एडमिशन ले लिया और अचानक एक शाम मैं जब प्रेक्टिस करके फ्री हुई तो मैंने देखा, कि मेरे एकेडमी के मालिक ने मुझे एक इशारा किया कि अपना वाट्सएप चेक करो.
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मेरी कहानी: दरअसल, करीब 4-5 महीने पहले मैंने एकेडमी (Pistol shooting Academy) के मालिक को एडमिशन के लिए फोन किया था. फिर अचानक से मेरा दोस्तों के साथ घूमने का प्लान बना. उस दौरान भी वो मुझे कॉल करता था और मुझसे पूछता था कि मैं कब आऊंगी और एकेडमी कबसे ज्वाइन करोगी. मेरे लिए ये सब एकदम आम बात थी क्योंकि मुझे लगा कि वो एक अच्छा इंसान है. फिर आखिरकार मैंने घूमने के बाद एकेडमी (Pistol Academy) ज्वाइन कर ली.
सब कुछ ठीक चल रहा था हम लोग आमतौर पर एक दूसरे से बात कर लिया करते थे. मैं एक सोशल इंसान हूं तो मुझे लोगों से बात करने में कोई झिझक नहीं होती है. उससे बात करने में भी मुझे कोई दिक्कत नहीं हुई और लगा कि वो एक अच्छा इंसान है. मुझे लोगों से मिलना काफी पसंद है, उनको जानना, उनसे कुछ ना कुछ सीखना मुझे अच्छा लगता है. मैं हर उम्र के लोगों में घुल-मिल जाती हूं.
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जब मैं अपने कॉलेज में थी तो इवेंट कवर किया करती थी. मुझे याद है वो सबसे बड़ा पल था मेरे लिए जब मुझे फ्रांस (France) में काम करने का मौका मिला था. मुझे फ्रेंच सरकार (French Government) ने वहां इवेंट का एंबेसडर (Event Ambassador) बनाया था. वो मेरे लिए बड़े गर्व की बात थी क्योंकि मैं भारत की तरफ से गई थी. मुझे ज्यूरी मेंबर के तौर पर चुना गया था.
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My Story: तो बात करें उस वक्त की जब मैं ऐसे दौर से गुजरी कि मुझे समझ नहीं आ रहा था कि कैसे ये सब हैंडल करू. तो एक दिन मेने अपना फोन हाथ में उठाया तो व्हाट्सएप (Whatsapp Chat) चेक किया तो देखा कि उसने मुझे लिखा था कि "आज पार्टी करने चलें?" मेने उस बात को ज्यादा आगे ना बढ़ाते हुए कहा कि मेरी ऑफिस मीटिंग है तो जाना थोड़ा मुश्किल होगा और मेने केब बुक कर ली है जो कि आती ही होगी. उसने मुझे तुरंत सीढ़ी के ऊपर आने को कहा जहां पर एग्जिट गेट था, और मुझे फोर्स करने लगा बाहर चलने के लिए. वो मुझे बोलता कि बस एक घंटे की बात है और खाना खाकर तुम चली जाना. उसने जबरदस्ती मेरी कैब कैंसल करदी. फिर उसके इतने ज्यादा फोर्स करने पर मैं चली गई उसकी कार में बैठे और निकल गए.
उसने फिर अपने घर से कुछ दूर पहले गाड़ी रोक दी मुझे कुछ अजीब लगा पर उसे कपड़े बदलने जाना था. वो गया और तैयार होकर आया. फिर हम आसपास ही एक अच्छी जगह गए और खाना खाया और 1-2 ड्रिंक पी ली. फिर मुझे लगा कि अब जाना चाहिए तो मैं अपनी कैब बुक करने लगी. इतने ही वो मुझे बोलने लगा कि रात ज्यादा हो गई है मैं तुम्हें घर छोड़ दूंगा. सब सही रहा और उसने मुझे मेरे घर छोड़ा और हमने एक दूसरे को गले लगा कर गुडबाय किया.
Meri Kahani : बस वही वो पल था जो मुझे आज भी ठीक से सोने नहीं देता है. वो पल मुझे जब भी याद आता है तो मुझे घिन आने लगती है. उस पल जैसे मैं कार से उतरने वाली थी तभी उसने मेरा मुंह जबरदस्ती पकड़ लिया और मुझे जोर से पकड़ कर KISS कर लिया. पहले उसने मुझे गाल पर किस किया और उसके बाद उसने बिना मेरी सहमती के मेरे लिप्स को किस किया. उस वक्त जो मेरे दिमाग में चल रहा था वो ये कि मैं इस कार से जल्द से जल्द बाहर निकल कर भाग जाऊ. मुझे बस यहीं एक चिंता थी उस वक्त की मेरे साथ कुछ और ना हो जाए, मैं बस घर भाग जाना चाहती थी. घर जाने के बाद कई घंटों तक मैं यहीं सोचती रही कि ये मेरे साथ कैसे और क्यों हुआ.
कहानी यहां खत्म नहीं होती है...असली कहानी तो अब शुरू होती है,
कई बार सोचने के बाद मैंने उसे मैसेज किया और पूछा कि तुमने मुझे KISS क्यों किया, तुम्हें इसकी इजाजत किसने दी. उसका जवाब सुनकर मैं हैरान हो गई, उसने कहा कि 'मैंने कब तुम्हें KISS किया, चलो सो जाओ कल बात करते हैं, मुझे अभी नीनी (नींद) आ रही है'. उस वक्त मैंने देखा कि उसके वो सारे मैसेज डिलीट कर दिए जिसमें उसने मुझे अपने साथ बाहर जाने के लिए पूछा था. जब मैंने इस बारे में पूछा तो बोला कि मैंने तो कुछ नहीं किया तुमने ही किया होगा डिलीट. मैंने सोच लिया था कि सुबह फोन करके मैं इससे बात करूंगी.
मेरे फोन में रिकॉर्डिंग (Phone Recordings) का फीचर नहीं था इसलिए मैंने मेरी मां के फोन से कॉल की ताकि आगे के लिए मेरे पास सबूत हो. लेकिन वो चालाक कम नहीं था उसने फोन पर बात करने से मना कर दिया. उस दिन हमारी कोई बात नहीं हो पाई. फिर तीन दिन बाद मैंने उसे कॉल किया लेकिन उसने इस बात से इनकार कर दिया कि उसने मुझे KISS किया था.
My Story: अब इसके बाद उसने मेरे पास कोई चॉइस नहीं छोड़ी सिवाए इसके कि मुझे अब पुलिस में शिकायत लिखवानी होगी. यहीं नहीं मैं उसकी पत्नी को भी उसकी हरकत के बारे में बताऊंगी, जी हां वो इंसान शादीशुदा था. उसने मुझे उल्टा ब्लेम किया कि मैं उसे फंसाना चाह रही हूं. उसने मुझसे एकेडमी फीस वापस लेने को भी कह दिया. ये पूरी की पूरी बातचीत गर्म होती चली गई, लेकिन मैंने सारी बाते दूसरे फोन से रिकॉर्ड करली थी. फिर मैंने अचानक देखा कि मुझे एकेडमी के व्हाट्सएप ग्रुप से हटा दिया गया है.
जबसे ये मेरे साथ हुआ है मेरा किसी भी काम में मन और ध्यान नहीं लग पा रहा था. मैं शायद सबको बता देने का दम रखती थी पर मेरे पास कोई सबूत ही नहीं था. लेकिन कहना आसान था पर मैं अपने घरवालों को बताने से डर रही थी और पुलिस में रिपोर्ट लिखाने से भी डर रही थी.
मेरी सिर्फ मां है इसलिए शायद मैं उसको तकलीफ नहीं देना चाहती थी. वो ज्यादातर बीमार रहती है तो मुझे उनकी चिंता लगी रहती है. और क्योंकि एफआईआर एक बड़ा ही लंबा प्रोसेस होता है. अपनी मां से छुपाकर मैं कबतक पुलिस स्टेशन जाती रहूंगी और हो सकता है इस तरह की चीजों में फसकर मैं अपनी जॉब नहीं गंवाना चाहती थी.
मेरे मन में यही सवाल आने लगा था कि कही मेने ये बात मुंह से निकाली तो मेरी नौकरी ना चली जाए, कहीं मेरे साथ कुछ गलत ना हो जाए. पर मैं ये भी नहीं चाहती थी कि वो इंसान बच जाए जिसने मेरे साथ इतना गलत किया. मैं कोई उसके खिलाफ कोई कदम उठाना चाहती थी. मैंने नेशनल कमिशन फॉर वुमन (NCW) में कंप्लेंट की जिससे मुझे मदद की उम्मीद थी. शायद मुझे ये डर था कि मेरी कोई गलती नहीं थी पर शायद मुझे ही गलत ठहराया जाएगा. पर मेरे अंदर का वो गुस्सा कि जो इंसान मेरे साथ कर रहा है उसने किसी और के साथ भी ऐसा किया होगा और शायद किसी दूसरी लड़की को भी शिकार बनाएगा और ऐसा मैं होने नहीं देना चाहती थी.
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