श्रीलंका में भड़की ग़ुस्से की आग, शूट एंड साइट के ऑर्डर, हीरो से विलेन बन गए महिंद्रा राजपक्षे
श्रीलंका में सांसदों के पीछे उग्र भीड़, मंत्री को गाड़ी समेत झील में फेंका, श्रीलंका में हिंसा की तस्वीरें, Sri Lanka troops rescue ex-PM houses torched in deadly night of unrest Crime News In Hindi
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Latest News : सोशल मीडिया पर श्रीलंका की जो तस्वीरें नज़र आ रही हैं वो बेहद डरावनी हैं। ट्वीटर श्रीलंका में हो रहे बवाल की तस्वीरों से भरा पड़ा है। और हरेक तस्वीर अपने साथ कम से कम सौ अफ़साने समेटे हुए है। कहीं भीड़ श्रीलंका के सांसदों को घेरकर पीट रही है तो किसी तस्वीर में किसी सांसद का शव पड़ा हुआ है।
कहीं पुलिस वालों को भीड़ अपने गुस्से का शिकार बनाती दिख रही है तो किसी तस्वीर में आग के पास ब्रेड को उस आग में भूनते हुए उग्र प्रदर्शनकारी दिखाई पड़ रहे हैं। आलम ये है कि श्रीलंका में हालात को काबू करने के लिए अब राष्ट्रपति की तरफ से शूट एंड साइट के ऑर्डर जारी कर दिए गए हैं।
हर गुज़रते पल के साथ भारत के तलहटी पर बसे श्रीलंका के हालत बद से बदतर होते जा रहे हैं। आर्थिक संकट की वजह से श्रीलंका के हालात अब गृह युद्ध की तरफ तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। लोग अपनी मांगों और परेशानियों के पोस्टर बैनर लिए सड़कों पर बेलगाम घूम रहे हैं।
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News Of Sri Lanka: मिडिया से जो रिपोर्ट मिल रही हैं वो और भी ज़्यादा डरावनी हैं। तेज़ी से बिगड़ती हालत के बाद श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया और अंडरग्राउंड हो गए। श्रीलंका के लोग महिंद्रा राजपक्षे को बाहर निकालने की मांग को लेकर सड़कों पर उत्पात मचाते घूम रहे हैं।
इसी बीच खबर ये सामने आई है कि पूर्व प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे और उनके पूरे परिवार ने पूर्वी श्रीलंका के एक नौसेना के बेस में पनाह ले रखी है। उन्हें नेवी के हेलिकॉप्टर से ही उन्हें नेवल बेस तक पहुँचाया गया था। महिंद्रा राजपक्षे के अचानक इस तरह से ग़ायब होने के बाद से श्रीलंका में प्रदर्शनकारी बुरी तरह से भड़के हुए हैं। आलम ये है कि लोगों ने पूर्व प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे के घर समेत पांच सांसदों के घरों में जमकर तोड़फोड़ की और वहां सामान को आग के हवाले कर दिया। महिंद्र राजपक्षे के जलते हुए घर की तस्वीर सोमवार से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
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Sri Lanka Unrest News: समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक़ सोमवार को श्रीलंका के उग्र प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे के सरकारी आवास टेम्पल ट्री का मुख्य द्वार तोड़कर तहस नहस कर दिया और वहां खड़े एक ट्रक में आग लगा दी। इसके अलावा सोमवार को ही हंबनटोटा में महिंद्रा राजपक्षे के पुश्तैनी घर को भी आग से जलाकर राख कर दिया।
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इसीबीच राजधानी कोलंबो से एक और हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई। पूर्व मंत्री जॉनसन फर्नांडो को भीड़ ने सड़क पर घेर लिया। और पूर्व मंत्री को कार समेत ही झील में फेंक दिया। समाचार एजेंसी की खबर कहती है कि अब तक श्रीलंका की उग्र भीड़ 12 से ज़्यादा मंत्रियों के घर फूंक चुकी है जबकि तमाम मंत्रियों के ख़िलाफ़ जहां तहां गुस्सा निकाल रही है। बताया जा रहा है कि अब तक श्रीलंका की हिंसा में आठ लोगों को मौत के घाट उतारे जाने की ख़बर है।
खबर तो ये भी है कि प्रधानमंत्री आवास पर जिस वक़्त भीड़ अपना उग्र प्रदर्शन कर रही थी उस समय वहां गोली बारी हुई थी। राजधानी कोलंबो से लेकर श्रीलंका के अलग अलग हिस्सों में भीड़ बेकाबू होती जा रही है। लोग सड़कों पर निकलकर लूटपाट तोड़फोड़ और आगज़नी कर रहे हैं। कई जगह पुलिस को भीड़ को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
Unrest In sri Lanka: इस बीच श्रीलंका के विपक्षी नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे को गिरफ़्तार करने की मांग कर रहे हैं। श्रीलंका को 1996 का विश्व क्रिकेट का चैंपियन बनाने वाले कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने श्रीलंका में हो रही हिंसा और प्रधानमंत्री आवास पर हुई आगजनी के लिए श्रीलंका की पोडुजाना पेरामुना पार्टी यानी SLPP को ज़िम्मेदार माना है। रणतुंगा का मानना है कि इस पार्टी ने ही हिंसक भीड़ को इकट्ठा किया और उसे भड़काया है।
इसी बीच श्रीलंका के सांसद अमरकीर्ति अथुरकोरला की मौत की ख़बर ने सनसनी फैला दिया। असल में चश्मदीदों के मुताबिक सांसद अमरकीर्ति ने प्रदर्शनकारियों की भीड़ पर फायरिंग कर दी थी, और फायरिंग के बाद उसी बिल्डिंग में छिप गए थे। लेकिन जल्दी ही भीड़ के हत्थे चढ़ गए।
पिछले कुछ अरसे से श्रीलंका से वहां के बिगड़े आर्थिक हालात की ख़बरें सामने आ रही थीं। तेजी से ख़राब होते हालात की वजह से श्रीलंका के आम लोगों ने वहां की नेशनल एसेंबली के सामने जमकर उत्पात मचाया था और हिंसात्मक प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन के बाद ही श्रीलंका में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने देश में इमरजेंसी लगाने का ऐलान किया था। एक महीने के भीतर ये दूसरा मौका था जब श्रीलंका में इमरजेंसी लगाई गई थी।
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