Shraddha Case : श्रद्धा वालकर मर्डर केस में पुलिस को मिले अहम सबूत!
Shraddha Murder Case : श्रद्धा वालकर मर्डर में पुलिस को सबूत के तौर पर काफी कुछ मिल चुका है जिसके सहारे केस की बुनियाद तो ढंग से रखी ही जा सकती है। For more on Mehrauli Murder Case visit CrimeTak.in
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वरुण सिन्हा,अरविंद ओझा और चिराग गोठी की रिपोर्ट
Shraddha Walker Case : श्रद्धा वालकर मर्डर में पुलिस को सबूत के तौर पर काफी कुछ मिल चुका है जिसके सहारे केस की बुनियाद तो ढंग से रखी ही जा सकती है। दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा की एक अंगूठी भी बरामद की है। ये अंगूठी आफताब की नई गर्लफ्रेंड से मिली है।
श्रद्धा की हत्या के बाद आफताब ने डेटिंग एप पर जिस लड़की को दोस्त बनाया था। उसका खुलासा तो आफताब ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान दे ही दिया लेकिन पुलिस ने जब उस गर्लफ्रेंड तक पहुँची तो बात और भी ज़्यादा खुलती चली गई। वो अंगूठी अब दिल्ली पुलिस के लिए चमत्कारी भी साबित हो सकती है। शायद यही दिल्ली पुलिस की इस मामले में अब तक की बड़ी कामयाबी भी है। आरोपी आफताब ने श्रद्धा की हत्या गला दबाकर की थी। फिर एक क्राइम सीरीज डेक्टर के जरिए उसे शव को टुकड़े टुकड़े कर ठिकाने लगाने का आइडिया आया।
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Delhi Crime News: सूत्रों के मुताबिक आफताब ने श्रद्धा की बॉडी काटने में कई हथियारों का प्रयोग किया था। उनमें से एक आरी बरामद करने का दावा पुलिस की तरफ से किया गया है।
जांच में दिल्ली पुलिस को क्या क्या मिला?
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अभी तक दिल्ली पुलिस को आफ़ताब की निशानदेही पर 13 हड्डियां और जबड़ा मिला है। आफताब के फ्लैट के बाथरूम और किचन के अलावा CFSL को बैडरूम से भी खून के धब्बों के निशान मिले हैं। जंगल और आफताब के फ्लैट से दिल्ली पुलिस ने कुछ हथियार बरामद किए है। शक है कि इनका इस्तेमाल की बॉडी को काटने में किया गया। किस हथियार से काटा ये सीएफएसएल रिपोर्ट के बाद में पता लगेगा, लेकिन दिल्ली पुलिस के पास कोई चश्मदीद नहीं है ये इस केस में सबसे बड़ी दिक्कत है।
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हिमाचल में आफताब से मिले बद्री की भूमिका भी पुलिस को संदिग्ध नहीं लग रही है उसने बस इन्हें ये फ्लैट दिलवाया था। दिल्ली पुलिस ने गूगल pay, pay tm, bumble dating app, facebook, इंस्टाग्राम समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को चिट्ठी लिखकर आफ़ताब के एकाउंट्स की डिटेल्स मांगी थी।
Mehrauli Murder Case: पुलिस के सामने एक परेशानी ये भी है कि आफताब बहुत ज्यादा आत्मविश्वास से भरा हुआ लगता है, बिना कोई घबराहट के दिखाए पूछे गए सवालों का फौरन जवाब देता है। अब पुलिस को आफताब के पॉलीग्राफ और नारको टेस्ट के नतीजो का इंतजार है। जाहिर है कि आफताब का कबूलनामा इकलौता ऐसा सबूत है जो कत्ल की गवाही दे रहा है, मगर पुलिस को अभी बहुत काम करना है। इस केस को सज़ा के अंजाम तक पहुँचाने के लिए।
आफताब चालाक नहीं, बल्कि नौसिखिया अपराधी!ADVERTISEMENT