Delhi Crime News: बहन से थे रिश्ते तो भाई ने बहन के आशिक को दी खौफनाक मौत

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Delhi Crime News: बहन से थे रिश्ते तो भाई ने बहन के आशिक को दी खौफनाक मौत
भाई ने बहन के आशिक को मार डाला
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Delhi Murder News: दिल्ली के बाबा हरदास नगर में कत्ल के सनसनीखेज मामले में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने हत्या के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने हिमांशु डागर, धीरज, अंशुल और साहिल को गिरफ्तार किया है। इन सभी आरोपियों ने मिलकर दिल्ली के रहनवे वाले 23 साल के बंटी को मौत के घाट उतार दिया था। बंटी दिल्ली के नजफगढ़ का रहने वाला था। दरअसल 4 फरवरी को दिल्ली पुलिस को खबर मिली थी कि मित्राऊं इलाके में खून से लथपथ एक लाश पड़ी है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को मौका ए वारदात से शराब की बोतलें, शीशे, पत्थर व लोहे की रॉड के अलावा कुछ दवाइयां भी मिलीं। हत्या करने के बाद कातिलों ने युवक के चेहरे को बुरी तरह बिगाड़ दिया था ताकि शिनाख्त ना हो सके। जांच शुरु हुई तो सीसीटीटी में पुलिस को चार लोग नजर आए। मृतक भी एक सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दिया। 

दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर रविंद्र यादव ने बताया कि मृतक की पहचान बंटी के तौर पर हुई। 23 साल का बंटी दिल्ली के गोपाल नगर नजफगढ़ का रहने वाला था। शव के बांह पर एक टैटू था। वह पूर्व में चोरी के मामलों में संलिप्त पाया गया था। मृतक के डोजियर की भी जांच की गई तो कन्फर्म हो गया कि शव बंटी का ही था। परिजनों से पूछताछ के बाद पता चला कि मृतक कुछ लोगों के साथ शराब पीने गया था। तकनीकी पूछताछ से आरोपियों की पहचान हिमांशु डागर, धीरज तूर, अंशुल अंतिल और साहिल के रूप में हुई। क्राइम ब्रांच की टीम ने तकनीकी सर्विलांस के आधार पर हरिद्वार में जाल बिछाया लेकिन वहां आरोपी नहीं मिले। टीम ने वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो पता चला कि आरोपी वहां से कहीं फरार हो चुके थे। आगे की तकनीकी निगरानी पर टीम ने गढ़ गंगा, हापुड़, उ.प्र. में जाकर जाल बिछाया और चारों आरोपियों को वहीं से दबोच लिया। 

आरोपियों ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि मृतक बंटी आरोपी व्यक्तियों का दोस्त था और मुख्य आरोपी हिमांशु की बहन का मृतक बंटी से प्रेम प्रसंग था। हिमांशु को यह बिल्कुल पसंद नहीं था और वह इस रिश्ते को हमेशा के लिए खत्म करना चाहता था। हिमांशु के मामा दिपालपुर गांव, सोनीपत, हरियाणा में थे और वह कुछ वर्षों से वहीं रह रहे हैं। धीरज और अंशुल एक ही गाँव यानी दीपालपुर के हैं और साहिल पड़ोस के गाँव का रहने वाला है। इन चारों ने मिलकर बंटी की हत्या की साजिश रची। इसी मकसद से 02 फरवरी 2023 को हिमांशु ने अपना मोबाइल फोन 10,000 रुपये में बेच दिया। 7000 और उसका सिम कार्ड नष्ट कर दिया। 03 फरवरी 2023 को चारों आरोपी साहिल की मोटर साइकिल पर नजफगढ़, दिल्ली के लिए रवाना हुए। लेकिन देर रात होने के कारण बंटी ने फोन नहीं उठाया। आरोपी ने मृतक बंटी के भाई अमित को भी फोन किया। लेकिन उन्होंने भी उनका फोन नहीं उठाया। इसके बाद  आरोपी व्यक्ति अपने दोस्त गौरव उर्फ ​​गोरा निवासी हरियाणा के पास 03 फरवरी 2023 की दरम्यानी रात गए और वहीं उसके घर पर रुके।

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आरोपी व्यक्ति घटना के दिन यानी 04 फरवरी 2023 को अपने दोस्त गौरव उर्फ ​​गोरा की साइकिल लेकर नजफगढ़ चले गए। धीरज और साहिल ने नजफगढ़ में बालाजी टेलीकॉम में अपने मोबाइल फोन भी रुपये में बेचे। 12000 / - और उनके सिम कार्ड नष्ट कर दिए ताकि उनका पता न चल सके। लगभग 07:30 बजे, उन्होंने एक चाय विक्रेता का मोबाइल फोन उधार लिया और मृतक बंटी को फोन किया। वे मृतक को शराब पिलाने का झांसा देकर अपने साथ ले गए। 

ये सभी एक ही मोटर साइकिल पर थे और उन्होंने ढांसा बॉर्डर से शराब खरीदी थी। इसके बाद मित्राऊं क्षेत्र के खेतों में जाकर सबने शराब पी। कुछ समय बाद, योजना के अनुसार, उन्होंने मृतक के साथ बहस और झगड़ा किया और लाठी डंडों व पत्थरों से कुचलकर बंटी को मार डाला। पहले आरोपियों ने बंटी को शराब की टूटी बोतल से वार कर घायल कर दिया। चेहरे पर पत्थर मारकर चेहरा बिगाड़ दिया। बंटी की हत्या करने के बाद उन्होंने उसके मोबाइल फोन की जांच की और उसकी प्रेमिका के बारे में पुष्टि करने के लिए उसके मैसेज पढ़े। वे मौके से निकल गए और मृतक का मोबाइल फोन सुरहेड़ा मोड़ पर फेंक कर पानीपत, हरियाणा पहुंच गए।

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आरोपियों की एक मोटरसाइकिल गुलशन ढाबे पर खड़ी थी और वे एक बस लेकर हरिद्वार पहुंचे इस विश्वास के साथ कि वे अपने पाप धो सकते हैं और उनका अपराध अनसुलझा रहेगा। हरिद्वार में स्नान करने के बाद, वे 05 फरवरी 2023 की शाम को वापस दीपालपुर, सोनीपत, हरियाणा आ गए। उन्होंने गुलशन ढाबे पर रात का भोजन किया और गढ़ गंगा, हापुड़, यूपी के लिए रवाना हुए और वहाँ से उन्हें क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ लिया। गिरफ्तारी से पहले वे बार-बार ठिकाना बदल रहे थे।

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