ग्रेटर नोएडा पुलिस ने दबोच लिया शातिर 'हनीट्रैप' गैंग, हुस्न के चारे में ऐसे फंसा लेते थे शिकार
हनीट्रैप गैंग का पर्दाफ़ाश, ग्रेटर नोएडा में फैला था हुस्न का जाल, जल निगम के अधिकारी को पकड़ा तो उलटी पड़ी चाल, महिला समेत तीन गिरफ़्तार Greater Noida Honey Trap Gang Arrested
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Latest Crime Report: ग्रेटर नोएडा की पुलिस ने ऐसे शातिरों को दबोचा है, जो हसीन चारा फेंककर लूटपाट का ऐसा जाल बिछाते थे कि कोई भी उस जाल बचकर निकल नहीं पाता था। एक बार शिकार फंसा नहीं कि लूटखसोटा का ऐसा सिलसिला शुरू होता था कि शातिरों की तो पौ बारह हो जाती थी लेकिन शिकार घुटघुटकर जीने को मजबूर हो जाता था।
पुलिस ने जब इन शातिरों को पकड़ा तो एक महिला समेत तीन लोग हाथ लगे। असल में वो महिला ही उन शातिरों का चारा होती थी, जिसके ज़रिए वो लोग हनीट्रैप का जाल बिछाते थे।
दरअसल हनीट्रैप का एक शिकार बने थे जल निगम के एक अधिकारी। जिन्हें अपने जाल में फंसाकर उन शातिरों ने 280000 रूपये वसूल लिए थे। लेकिन जल अधिकारी ने इन शातिरों से हार मानने के बजाए उन्हें सबक सिखाने का इरादा किया और पुलिस के पास वो शिकायत पहुँचा दी जिसकी शायद पुलिस को भी तलाश थी। उस शिकायत के मिलते ही पुलिस ने भी अपना जाल बिछाया और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
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Greater Noida Police :दरअसल बीते 8 फरवरी को आरोपी महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक प्लान बनाया। उसने पीड़ित के नंबर पर कॉल करके उसे मिलने के लिए परी चौक के पास बुलाया। उसके बाद वो लड़की पीड़ित के साथ गाड़ी में बैठ कर मथुरा चली गई। मथुरा से वापस आने के बाद रात में देरी की बात कहकर पीड़ित के साथ ही एक ओयो होटल में चली गई। लेकिन इस दौरान उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पीड़ित के कई वीडियो भी बना लिए थे।
वीडियो बनाने के बाद आरोपियों ने पीड़ित के साथ मारपीट की और उसे डरा धमका कर वापस मथुरा पहुंच गए। इस दौरान आरोपी महिला का एक फर्जी पति सामने आया। अब यहां से सौदेबाज़ी यानी शातिरों के हिसाब से लूटपाट का सिलसिला शुरू हुआ। दबाव बनाकर पीड़ित से 15 लाख में सौदा तय हुआ। जिसमें से 2 लाख और 85 हज़ार एटीएम और पेटीएम के जरिए बदमाशों ने वसूल लिए।
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Honey Trap News: पीड़ित से 2 लाख 85 हज़ार लेने के बाद आरोपी महिला अपने साथियों के साथ मिलकर पीड़ित को लगातार बाकी के 12 लाख देने का दबाव बनाने। और पैसा न देने के एवज में उसे रेप केस में फंसाने की धमकी देते रहे।
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इसी बीच ग्रेटर नोएडा के बीटा 2 थाना के इंचार्ज अनिल राजपूत को महकमें के आला अधिकारियों ने एक केस की तफ़्तीश का ज़िम्मा सौंपा। शिकायत एक महिला की थी जिसने अपने साथ बलात्कार होने की बात कही थी। लेकिन पुलिस अफसर अनिल राजपूत की तफ़्तीश में ये बात खुल गई कि मामला तो हनीट्रैप का है।और जब और गहराई से तफ्तीश हुई तो पता चला कि पैसों की ख़ातिर महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर जलनिगम के अधिकारी को अपना शिकार बनाया है।
पुलिस ने तब अपनी कार्रवाई की और महिला समेत तीन लोगों को तो गिरफ़्तार कर लिया लेकिन इस पूरे चकरम का मास्टरमाइंड देवेंद्र चौधरी समेत तीन और आरोपी फरार हो गए। पुलिस अब बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है।
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