Delhi Mehrauli Murder: दिल्ली में किसने काटी लड़की की बोटी-बोटी ! 'तंदूर कांड' याद आया!
Mehrauli Murder Case : दिल्ली के महरौली में हुई 26 साल की श्रद्धा की हत्या को लेकर कई खुलासे हुए है। आरोपी ने शव के कई टुकडे़े किए, उन्हें फ्रिज में रखा और फिर धीरे-धीरे करके शव को ठिकाने लगाता रहा।
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Delhi Mehrauli Murder : दिल्ली के महरौली में हुई 26 साल की श्रद्धा की हत्या को लेकर कई खुलासे हुए है। आरोपी ने न केवल उसकी हत्या की, बल्कि शव के 35 से ज्यादा टुकडे़े किए, उन्हें फ्रिज में रखा और फिर धीरे-धीरे करके शव को ठिकाने लगाता रहा।
पहले प्यार, लिव इन रिलेशनशीप, फिर हत्या : आफताब ने श्रद्धा की हत्या करने का इरादा कैसे बना लिया था ? आईए इससे पहले बताते हैं कि वो कौन कौन सी परिस्थितियां थी, जिसकी वजह से आफताब अब श्रद्धा के साथ नहीं रहना चाहता था। दोनों एक दूसरे को तकरीबन 2 सालों से जानते थे। दोनों की मुलाकात मुंबई में हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच प्यार होने लगा और फिर दोनों लिव इन रिलेश्नशीप में रहने लगे। 26 साल की श्रद्धा वाकर मुंबई के मलाड इलाके में स्थित मल्टीनेशनल कंपनी के काल सेंटर में काम करती थीं। आफताब भी यहीं पर काम करता था।
ऐसा क्या हुआ मई के महीने में : जब दोनों के घरों में इस रिश्ते के बारे में पता चला तो श्रद्धा का परिवार इसके लिए तैयार नहीं था। एक बड़ी वजह थी कि आफताब मुस्लिम लड़का था और श्रद्धा हिंदू। लेकिन दोनों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। वो अपने प्यार के आगे घरवालों की सुनने के लिए तैयार नहीं थे, लिहाजा दोनों ने मुंबई छोड़ने का फैसला किया। कुछ दिन दोनों हरिद्वार, हिमाचल से लेकर कई जगहों पर घूमते रहे, लेकिन आखिकार दिल्ली के महरौली इलाके में आकर बस गए। और इसके बाद शुरू हुआ असली ड्रामा। दोनों की छोटी-छोटी बातों पर अक्सर लड़ाई होती रहती थी। मई महीने में तो दोनों की अक्सर लड़ाई हुई। आखिरकार इस बात से गुस्साएं आफताब ने उसे मारने की प्लानिंग ही रच डाली। मौका पाकर उसने श्रद्धा की गला दबा दिया।
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आफताब को ये डर था कि वो पकड़ा न जाए : उसने श्रद्धा को मार तो दिया था, लेकिन अब वो डर रहा था। उसे डर था कि किसी तरह बाडी को यहां से हटा दे। अब शव को हटाए तो हटाए कैसे ? आरोपी ने बताया कि उसने पास कोई वाहन नहीं था, ऐसे में बाडी को किसी दूसरे के वाहन में तो लेकर जाता नहीं। दूसरी वजह थी कि लाश को वो कैसे उठा कर वाहन में रखेगा ? लिहाजा उसके दिमाग में एक तरकीब आई कि क्यों न बाडी के टुकड़े कर दिए जाए ताकि धीरे धीरे करके उसे फेंक दिया जाए और किसी को शक भी न हो।
जब चापर से किए शरीर के टुकडे़- टुकड़े : उसने बाडी को बाथरूम में घसीटा। वहां उसने चापर से शरीर का एक एक अंग काटना शुरू किया। ऐसा करते हुए बाथरूम खूनमखून हो गया। बाथरूम में बदबू आने लगी, इसलिए उसने रूम फ्रेशनर का इस्तेमाल किया। साथ साथ कुछ टुकड़े एक बैग में रख लिए और बाकी टुकड़ों को अच्छे से धो कर फ्रिज में रख दिया ताकि बदबू न आए। शरीर के टुकड़ों को आरोपी ने पालीथीन में रखा था।
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करीब डेढ़ महीनों तक करता रहा लाश के टुकड़े : आरोपी उसी फ्रिज से रोजाना पानी, दूध और अन्य चीजों को सेवन करता था। वो करीब डेढ़ महीनों तक लाश के टुकडे़ करता रहा और उसे ठिकाने लगाता रहा। क्या आरोपी को फ्रिज से खाना निकाल कर खाने में अजीब नहीं लगता था ? दूसरा, क्या आरोपी को ये डर नहीं सता रहा था कि वो पकड़ा न जाए ?
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महरौली के जंगल में फेंके टुकड़े : आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने महरौली के जंगलों में ज्यादातर टुकड़े फेंके। उसने लाश के 15 से 20 टुकड़े किए। हाथ, पैर के कई टुकड़े किए। वो मौके देख कर घर से निकलता था और शरीर के टुकडे़ जंगल में और दूसरी जगहों पर फेंक कर आता था। यहां ये भी सवाल है कि ऐसा वो तकरीबन रोजाना कर रहा था और किसी को शक क्यों नहीं हुआ ?
एक और लड़की आती थी आफताब के फ्लैट पर : जांच में पता चला है कि एक लड़की फ्लैट में श्रद्धा की मौत के बाद आना शुरू हुई थी। आफताब की इससे काफी नजदीकियां होने लगी थी। लेकिन यहां ये भी सवाल उठता है कि क्या उसे भी इस बात की भनक नहीं हुई कि घर में फ्रिज में लाश रखी हुई है।
आफताब घर को बंद करके कही दूसरी जगह रहने लगा : जांच में ये बात सामने आई है कि जुलाई के अंत तक शरीर के सारे टुकड़ों को ठिकाने लगाने के बाद उसने कमरा बदल लिया था। अब वो दूसरी जगह पर रहने लगा था।
परिवार को हुआ शक : हालांकि श्रद्धा की अपने परिवार वालों से बात नहीं होती थी, लेकिन फिर भी उसके परिवार वाले को उसके बारे में सोशल मीडिया से अपटेड मिलता रहता था। लेकिन दो-तीन महीनों से ऐसा नहीं हो रहा था। लिहाजा उसके श्रद्धा के पिता को शक हुआ। उन्हें ये तो पता था कि श्रद्धा दिल्ली में महरौली में रह रही है, लेकिन उन्हें उसके घर का पता नहीं मालूम था। काफी मशक्कत के बाद श्रद्धा के पिता विकास मदान वाकर ने घर का पता खोज निकाला, लेकिन महरौली के फ्लैट पर ताला लगा था। पता चला कि ये कमरा तो कई दिनों सें बंद है और किरायदार अब कहीं और रहता है।
जब महरौली थाने में हुआ मुकदमा दर्ज : 8 नवंबर को आखिकार उसके पिता ने महरौली थाने में मुकदमा दर्ज करवाया और फिर पुलिस ने आरोपी को टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर अरेस्ट कर लिया।
आफताब ने किया खुलासा : आफताब ने पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया की दोनों के बीच शादी को लेकर अक्सर झगड़े होते थे। श्रद्धा उस पर शादी का दबाव बनाती थी इसलिए उसने श्रद्धा की हत्या की और चापर से लाश के टुकड़े-टुकड़े करके दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में ठिकाने लगाए। मई महीने में ही श्रद्धा की हत्या हो चुकी है। पुलिस ने आरोपी आफताब से पूछताछ के बाद कुछ हड्डियां जंगल से बरामद की हैं। फिलहाल आरोपी आफताब को पुलिस कस्टडी में लेकर पूछताछ की जा रही है।
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