सीएम योगी की पुलिस ने पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले के 55 गुनहगारों को भेजा जेल, 55वां आरोपी डॉक्टर ट्रंक बॉक्स स्पेशलिस्ट गिरफ्तार

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फाइल फोटो
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UP Paper Leak: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले में पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने शनिवार को एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया। शनिवार को एसटीएफ द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, बिहार के डॉ. शुभम मंडल को एसटीएफ की मेरठ इकाई ने पकड़ा है। बयान में कहा गया, 'मंडल उस आरोपी गिरोह का हिस्सा था जिसने अहमदाबाद के एक गोदाम में रखे परीक्षा प्रश्नपत्र को लीक किया था।' मंडल को मेरठ की एसटीएफ इकाई ने बुलाया था और पूछताछ के बाद उसने उसे गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी पुलिस द्वारा तीन साजिशकर्ताओं की गिरफ्तारी की घोषणा के एक दिन बाद हुई, जो प्रश्नपत्रों की ढुलाई करने वाली कंपनी के पूर्व कर्मचारी थे। 

55वीं आरोपी डॉक्टर गिरफ्तार 

तीनों ने कंपनी के कुछ मौजूदा कर्मचारियों के साथ मिलकर फरवरी के पहले सप्ताह में उत्तर प्रदेश भर्ती के प्रश्नपत्र को लीक करने के काम को अंजाम दिया था। पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान पाया गया कि प्रश्न पत्र तब लीक हुआ था जब इसे एक प्रिंटिंग प्रेस से ‘स्ट्रॉन्ग रूम’ में ले जाया जा रहा था और इसे गुजरात के अहमदाबाद में एक गोदाम में रखा गया था। पुलिस के अनुसार मंडल सरकारी भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का हिस्सा था। पुलिस के मुताबिक इस मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या अब 55 हो गयी है। राज्य में 17 और 18 फरवरी को आयोजित कांस्टेबल भर्ती की परीक्षा रद्द करनी पड़ी क्योंकि प्रश्न पत्र लीक हो गया था।  

गैंग सरगना को पेपर भेजने वाला डा0 शुभम मण्डल गिरफ्तार

दोनों तिथियों पर पूरे उत्तर प्रदेश में 48 लाख से अधिक उम्मीदवार परीक्षा के लिए उपस्थित हुए थे। इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने जांच और दोबारा परीक्षा के आदेश दिए थे और बाद में रेणुका मिश्रा को उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। इस मामले में मेरठ में दर्ज प्राथमिकी में मंडल का नाम जोड़ा जाएगा। यूपी एसटीएफ के मुताबिक डा0 शुभम मण्डल ने 2021 में नालंदा मेडिकल कालेज एमबीबीएस किया है। वर्तमान में संविदा पर पीएचसी बरारी जनपद कटिहार बिहार में बतौर चिकित्सक नियुक्त है। डा0 शुभम मण्डल के बचपन का साथी बिटटू पटना मेडिकल कालेज से वर्ष-2021 में एमएमबीएस किया है। 

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नालंदा मेडिकल कालेज एमबीबीएस 

वर्ष-2017 में डा0 शुभम मण्डल और बिटटू नीट के पेपर लीक मामले में थाना पत्रकार नगर पटना बिहार से जेल गये थे। बिटटू ने डा0 शुभम मण्डल को बताया था कि जिस ट्रंक बॉक्स में प्रतियोगी परीक्षा का पेपन रखा जाता है उसे वह बड़ी सफाई से खोल देता हैं।  बिटटू ने डा0 शुभम से अपने दोस्त रवि अत्री निवासी नोएडा था से मुलाकात कराया और बताया कि यह भी प्रतियोगिता परीक्षाओं का पेपर लीक कराता है, यदि कभी किसी काम की जरूरत पडे तो इससे सम्पर्क करना तुम्हे भी कुछ फायदा हो जायेगा। जिसके बाद रवि और शुभम आपस में बात करते रहे। 

नीट के पेपर लीक मामले में गया था जेल

डा0 शुभम मण्डल को रवि अत्री ने फोन किया और कहा कि यू0पी0 पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर आने वाला है, जिसे आउट कराना है। बिटटू से ट्रंक बॉक्स खोलना सीख लो और जैसे ही मुझे पेपर की सूचना मिलेगी बताऊॅगा। यदि ट्रंक बॉक्स खोलना सीख लिए तो आपको बहुत पैसा मिलेगा।  बीती 5 फरवरी 2024 को रवि अत्री ने डा0 शुभम मण्डल के फोन किया और बोला कि अहमदाबाद में एक पेपर आया है जिसका सिर्फ पेपर बॉक्स खोलकर पेपर निकालना है, जिसके लिये 5 लाख रूपये दूंगा। इस बात पर डा0 शुभम मण्डल तैयार हो गया और उसी दिन रवि अत्री ने पटना से अहमदाबाद की फ्लाईट टिकट बुक करके बुला लिया। 

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पेपर वाले ट्रंक बॉक्स खोलने का स्पेशलिस्ट

अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उसे लेने के लिये रवि अत्री, अभिषेक शुक्ला, राजीव नयन मिश्रा  आये। वहां से कार द्वारा टीसीआई कम्पनी खेडा, अहमदाबाद रात्रि में 11ः30 बजे पहुॅचे जहॉ टीसीआई कम्पनी में काम करने वाले 02 व्यक्ति रोहित पाण्डेय, शिवम गिरि मिले। रवि अत्री के कहने पर राजीव नयन मिश्रा ने डा0 शुभम मण्डल को अपना मोबाईल फोन दिया तथा कहा कि रोहित पाण्डेय व शिवम गिरि के साथ टीसीआई कम्पनी के अन्दर जाकर वहां पर रखे ट्रंक बॉक्स को खोलकर उसमें रखे पेपर निकालकर उनका फोटो इस मोबाईल में खीच लेना।  

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डब्बा खोलने की कीमत 5 लाख रूपये 

डा0 शुभम मण्डल को शिवम गिरि व रोहित पाण्डेय टीसीआई कम्पनी में खिड़की से (सीसीटीवी कैमरों की नजर से बचाते हुये) ट्रंक बॉक्स रखे स्थान पर ले गये। वहां से दो ट्रंक बॉक्स को उठाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाकर डा0 शुभम मण्डल ने पेचकश, प्लास व सूजे की मदद से पीछे से खोलकर उनमें रखे दो कोड का पेपर निकालकर पैकेट को ब्लेड से काटकर पेपर निकाला तथा राजीव नयन द्वारा दिये गये मोबाइल फोन में उन दोनों कोड के पेपर की फोटो खीच लिया। पेपर पुनः पैकेट में रखकर पारदर्शी टेप से चिपकाकर ट्रंक बॉक्स में रखकर बॉक्स को पीछे से बन्द कर उसी स्थान पर रख दिये और बाहर आया तथा राजीव नयन मिश्रा का फोन उसे वापस कर दिया। 

पटना से अहमदाबाद फ्लाईट से पहुंचा 

अभिषेक शुक्ला, राजीव नयन मिश्रा व रवि अत्री दशमेश होटल नाना चिलोडा, नरोडा अहमदाबाद आ गये और डा0 शुभम मण्डल 6 फरवरी को 2024 को फ्लाईट से पटना बिहार आ गया। रवि अत्री ने डा0 शुभम मण्डल से यह भी कहा था कि अभी दो कोड का पेपर और बाकी है जैसे ही आपको बुलाये तुरन्त आ जाना। रवि अत्री ने 08 फरवरी को डा0 शुभम मण्डल को फोन कर अहमदाबाद आने को कहा तथा फ्लाईट का टिकट भेजा। जिस पर शुभम शाम को फ्लाईट पकडकर पटना से अहमदाबाद रात्रि करीब 09ः30 बजे पहुॅच गया और पूर्व की भॉति इस बार भी उन्हीं लोगों के साथ मिलकर उसी तरीके से बाक्स खोलकर पेपर निकलाकर राजीव के मोबाइल में फोटो खीचकर मोबाइल उसे वापस कर दिया। 

पेचकस, प्लास व सूजे की मदद से खोला बॉक्स

चौथे कोड के पेपर आउट कराने के चक्कर में डा0 शुभम मण्डल 09 फरवरी को भी अहमदाबाद में रूका, लेकिन उस दिन पेपर नही आ सका था। जिसके बाद डा0 शुभम मण्डल 10 फरवरी को फ्लाईट से पटना आ गया था। 19 फरवरी 2024 को डा0 शुभम मण्डल ने रवि अत्री को फोन किया कि उ0प्र0 पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर हो गया है, उसे उसके 15 लाख रूपये चाहिए। इस पर रवि अत्री ने कहा कि पेपर लीक हो गया है, अगर पेपर कैसिंल ना हुआ तो आपको आपके रूपये मिल जायेगे। कुछ दिन बाद परीक्षा कैसिंल की खबर सुनकर डा0 शुभम मण्डल ने रवि अत्री को फोन किया लेकिन रवि अत्री ने फोन रिसीव नहीं किया।

(PTI)

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