पंजाब की डाकू हसीना : 8.49 करोड़ की डकैती, 5 महीने की साजिश फिर 10 रुपये की फ्रूटी के चक्कर में ऐसे हुई गिरफ्तार
Daku Hasina Mandeep Kaur Story : लुधियाना में 8.49 करोड़ रुपये कैश लूट मामले में खुलासा. डाकू हसीना मनदीप कौर गिरफ्तार. 5 महीने में रची थी साजिश. 10 रुपये की फ्रूटी के चक्कर में अरेस्ट.
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Punjab Daku Hasina : पंजाब के लुधियाना में साढ़े 8 करोड़ रुपये से भरे कैश वैन की डकैती (Ludhiana Cash Van Robbery) मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पंजाब पुलिस ने इस घटना की मास्टरमाइंड डाकू हसीना मनदीप कौर (Daku Hasina Mandeep Kaur) और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया है. साढ़े 8 करोड़ रुपये लूट मामले की मास्टरमाइंड को महज 10 रुपये की फ्रूटी का लालच देकर पंजाब पुलिस ने बेहद ही खास तरीके से दबोच लिया. असल में ये डाकू हसीना करोड़ों की लूट की खुशी में अपने पति के साथ हेमकुंड साहिब में मत्था टेकने पहुंची थी. यहां आने की जानकारी मिलने पर पंजाब पुलिस उत्तरांखड के चमोली स्थित हेमकुंड साहिब में ही उसकी पहचान करने के लिए फ्री में फ्रूटी बांटने लगी. सादे ड्रेस में पुलिस ने काफी संख्या में आए श्रद्धालुओं में से आसानी से डाकू हसीना को पहचानकर उसे दबोच लिया जब वो फ्री में फ्रूटी लेने पहुंची. फ्रूटी हाथ में लेते ही उसने चेहरे से दुपट्टा हटाया और पुलिस ने तुरंत पहचान लिया. आखिर ये पूरी घटना क्या है और कैसे पकड़ी गई इसकी मास्टरमाइंड डाकू हसीना. आइए जानते हैं पंजाब की डाकू हसीना मनदीप कौर की गिरफ्तारी की पूरी कहानी.
ऐसे हुई थी साढ़े 8 करोड़ कैश वैन डकैती
Ludhiana Cash Van Robbery : लुधियाना के राजगुरू नगर में एटीएम में कैश जमा करने वाली एजेंसी CMS का कार्यालय है. 9 जून की आधी रात में 8 से 9 बदमाश हथियार लेकर इस कार्यालय में घुस आए. उस समय सीएमएस ऑफिस में दो सुरक्षाकर्मी और कुछ स्टाफ तैनात थे. बदमाशों ने सभी को बंदूक दिखाकर जान से मारने की धमकी दी और सभी को एक कमरे में बंद कर दिया. ऑफिस के सभी कर्मचारियों और सिक्योरिटी गार्डों के फोन को छीनकर उसे तोड़ दिए. इसके बाद वहां लगे सेंसर की तारें काट दी. जिससे वहां की घटना को लेकर कोई अलर्ट बाहर नहीं जा सके. इसके बाद इन बदमाशों ने करीब 8.49 करोड़ रुपये कैश को एक कैशवैन में डालकर उसे लेकर भाग निकले थे.
इस घटना की जानकारी मिलने पर पंजाब पुलिस ने जांच शुरू की थी. उस समय पता चला कि घटना के अगले दिन यानी 10 जून को लुधियाना के मुल्लापुर दाखा में वो कैश वैन बरामद हो गई. इस जगह पर ये कैश वैन लावारिस हालत में मिली. लेकिन एक भी रूपया कैश नहीं मिला था. यानी लूटे गए साढ़े 8 करोड़ रुपये गायब थे. अब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. इस मामले की जांच में पता चला कि बदमाशों में एक शख्स कैश जमा करने वाली एजेंसी का पुराना कर्मचारी रह चुका है. उसे ट्रेस करते हुए पुलिस ने पहले 5 बदमाशों को गिरफ्तार किया. इनसे पूछताछ में पता चला कि इस पूरी वारदात की मास्टरमाइंड तो मनदीप कौर है. जिसे वे डाकू हसीना भी कहते हैं.
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लूट की साजिश में कौन-कौन थे
पुलिस की जांच में पता चला कि इस वारदात में कुल 10 लोग शामिल थे. पिछले 5 महीने से इस डकैती को अंजाम देने की साजिश तैयार हो रही थी. पूरी साजिश खुद डाकू हसीना मनदीप कौर कर रही थी. इसमें डाकू हसीना के लिए मुखबिरी का काम मनजिंदर मनी कर रहा था. ये वही शख्स है जो पहले CMS कंपनी में काम करता था. उसे कंपनी के अंदर की पूरी जानकारी थी. ये पता था कि किस दिन एजेंसी में सबसे ज्यादा कैश होता है. कितने बजे रात में कम सिक्योरिटी होती है. सेंसर का तार कहां है. इस तरह 5 महीने से चल रही साजिश को अंजाम देने के लिए इन्होंने रेकी भी की और फिर एक गैंग तैयार कर लिया. 9 जून यानी शुक्रवार का दिन डकैती के लिए इसीलिए चुना ताकि उन्हें ज्यादा से ज्यादा कैश मिल सके. इसके बाद 8 से 10 बदमाशों ने मिलकर पूरी वारदात को अंजाम दिया और कैश वैन को लूटने के बाद कुछ दूर जाकर पूरे कैश को दूसरी गाड़ी में लेकर फरार हो गए थे.
डकैती के पैसों से रील्स बना इंस्टाग्राम पर डाले थे डाकू हसीना के साथी ने
पुलिस की जांच में पता चला कि डाकू हसीना मनदीप कौर का खास मनजिंदर मनी इंस्टाग्राम पर भी एक्टीव था. उसने साढ़े 8 करोड़ की डकैती के बाद इंस्टाग्राम पर नोटों की रील डाली थी. जिसमें 500 रुपये के नए नोटों की गडि्डयां कार के डैशबोर्ड पर रखी थी. इसे देखकर भी पुलिस को यकीन हो गया था कि मनजिंदर मनी पूरी घटना में शामिल है. क्योंकि यही पहले कैश एजेंसी में काम करता था. सीएमएस में कार्य कर चुके मनजिंदर सिंह मनी के बारे में पहले पुलिस को सुराग मिला था. जिसके बाद पंजाब पुलिस ने कुल 5 लोगों की गिरफ्तारी की थी. इनसे पूछताछ के बाद मनजीत कौर और उसके पति की तलाश शुरू हुई थी. इसके लिए पुलिस ने एक जाल बिछाया. क्योंकि किसी क्रिमिनल का कोई रिकॉर्ड नहीं था. असल में मनजीत कौर उर्फ डाकू हसीना ने 5 महीने की तैयारी के दौरान सभी आरोपियों को कुछ समय में ही अमीर बनने का सपना दिखाया था. उसी के लिए सभी डकैती को अंजाम देने के लिए तैयार हो गए थे.
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ऑपरेशन ‘चलो रानी मधुमक्खी पकड़ते हैं’ में पकड़ी गई डाकू हसीना
लुधियान में साढ़े 8 करोड़ की डकैती मामले की जांच के लिए पुलिस ने एक ऑपरेशन का तैयार किया. उसका नाम रखा ‘चलो रानी मधुमक्खी को पकड़ते हैं’. इसी के तहत एक पुलिस टीम दिन रात इसी काम में जुट गई. और फिर 60 घंटे के भीतर ही डकैती करने वाले गैंग के मास्टरमाइंड समेत 9 आरोपियों को पकड़कर खुलासा कर दिया. अभी भी 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना बाकी है. पुलिस ने बताया कि डकैती की मास्टरमाइंड मनदीप कौर इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देकर बहुत खुश थी. लेकिन उसे नहीं पता था कि एक छोटी सी गलती उसपर भारी पड़ेगी. मनदीप कौर अपने पति जसविंदर सिंह के साथ तीर्थ यात्रा पर निकल गई थी. कहा जा रहा है कि वो खुशी में कई तीर्थयात्रा पर गई थी. इसके साथ ही वो नेपाल भी भागने की फिराक में थी. लेकिन पुलिस की चौकसी और नोटिस जारी किए जाने की वजह से वो नहीं भाग सकी थी. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ और सर्विलांस के जरिए पुलिस को यह पता लगा कि मनदीप कौर अपने पति के साथ तीर्थ यात्रा पर है. ये पता चला कि वो उत्तराखंड के चमोली स्थित हेमकुंड साहिब मत्था टेकने पहुंची है. इसलिए पंजाब पुलिस वहां पहुंच गई. अब काफी संख्या में श्रद्धालु थे. इसलिए पुलिस ने जानबूझ कर एक प्लान बनाया. पुलिस ने सादे ड्रेस में फ्री में फ्रूटी देने का ऐलान किया. अब वहां आए श्रद्धालु फ्रूटी लेने आने लगे. उसी दौरान मनदीप कौर भी अपने चेहरे से दुपट्टा हटाकर फ्रूटी लेने पहुंची तभी उसे अरेस्ट कर लिया गया. उसके साथ मनदीप के पति को भी पुलिस ने दबोच लिया.
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Note : ये खबर क्राइम तक में INTERNSHIP कर रही आरजु शर्मा ने लिखी है।
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