ओडिशा : विसरा रिपोर्ट में संकेत, डूबने से हुई पूर्व सहायक जिलाधिकारी सुष्मिता मिंज की मौत
Odisha Crime News: ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में राउरकेला की पूर्व सहायक जिलाधिकारी सुष्मिता मिंज की विसरा रिपोर्ट से संकेत मिला है कि पूर्व अधिकारी की मौत डूबने से हुई।
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Odisha Crime News: ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में राउरकेला की पूर्व सहायक जिलाधिकारी सुष्मिता मिंज की विसरा रिपोर्ट से संकेत मिला है कि पूर्व अधिकारी की मौत डूबने से हुई जबकि मिंज के परिवार का आरोप है कि उनकी हत्या की गई है। रिपोर्ट के बारे में राउरकेला के पुलिस अधीक्षक मित्रभानू महापात्रा ने बताया, ''हमें उनकी (सुष्मिता) विसरा रिपोर्ट प्राप्त हुई है और हम उसकी जांच कर रहे हैं। रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि मौत डूबने की वजह से हुई है।''
सेंसरी पार्क के तालाब में मिली लाश
मिंज का शव 19 सितंबर को राउरकेला स्टील प्लांट के कॉर्पोरेट कार्यालय के सामने सेंसरी पार्क के तालाब में तैरता हुआ पाया गया था। इस पार्क को शहर के सबसे व्यस्त रहने वाले स्थानों में से एक के रूप में जाना जाता है और हैरानी की बात यह है कि किसी ने भी सुष्मिता को यहां प्रवेश करते हुए नहीं देखा। स्थानीय लोगों ने उनका शव देखा और पुलिस को सूचना दी। घटना के बाद सुष्मिता के भाई संदीप ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और आरोप लगाया कि मिंज की हत्या की गई है। संदीप ने मौत के लिए उदितनगर थाने की सहायक उप निपीक्षक ऐलिस नरमा लुगुन सहित पांच सरकारी अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है।
मौत डूबने की वजह से हुई या हत्या
बाद में, लुगुन की भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास करते हुए मौत हो गई थी। मानवाधिकार संरक्षण प्रकोष्ठ की पुलिस उपाधीक्षक बनिता माझी मामले की जांच कर रही हैं। कई आदिवासी संगठनों और विभिन्न राजनीतिक दलों के स्थानीय नेताओं ने मिंज मामले में न्याय की मांग करते हुए आंदोलन किया था। बिर्मित्रपुर के पूर्व विधायक जॉर्ज टिर्की ने कहा, ''मैं इस रिपोर्ट को नहीं मानता। यह हत्या का मामला है। मिंज के परिवार के सदस्य मामले की सीबीआई जांच की मांग करने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने को तैयार हैं।''
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(PTI)
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