''हिंसा ने मेरा घर, मेरा सपना सब कुछ छीन लिया'', मणिपुर हिंसा को लेकर छलका इस स्टार खिलाड़ी का दर्द
मणिपुर हिंसा में राष्ट्रीय फुटबॉलर चिंगलेनसाना सिंह का घर जलकर खाक हो गया. चिंगलेनसाना पिछले कुछ दिनों से अपने घर पर बात करने की कोशिश कर रहे हैं
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Manipur Violence Story: भारत का पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर (manipur) लगभग 3 महीने से जातीय हिंसा की चपेट में है. इसके तहत कुकी और मैतेई (Meitei) समुदाय के बीच बड़ी मात्रा में हिंसक झड़पें हो रही हैं. 3 मई को शुरू हुई हिंसा ने मणिपुर के लोगों की जिंदगी पूरी तरह से बर्बाद कर दी है. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में 150 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है, जबकि हजारों लोग घायल हो गए हैं. बड़े पैमाने पर तोड़फोड़, आगजनी और बवाल से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है.
छलका स्टार खिलाड़ी का दर्द
Indian footballer Chinglensana Singh: भारतीय फुटबॉलर चिंगलेनसाना सिंह कोझिकोड में मई की एक उमस भरी शाम जब मैदान से ड्रेसिंग रूम लौटे तो उन्होंने देखा कि उनके फोन पर बहुत सारे ‘मैसेज’ और ‘मिस्ड कॉल’ थीं. चिंगलेनसाना ने तुरंत वापस फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. हिंसाग्रस्त मणिपुर के इस सेंटर बैक को हालांकि जल्द ही पता चल गया कि राज्य में तीन मई को शुरू हुई हिंसा में वह अपना लगभग सब कुछ खो चुका है.
जल गई चिंगलेनसाना की जिंदगी भर की कमाई
तीन मई को ही यह फुटबॉलर कोझिकोड में मोहन बागान के खिलाफ एएफस कप प्ले ऑफ (एशियाई महाद्वीपीय टूर्नामेंट) में हैदराबाद एफसी का प्रतिनिधित्व कर रहा था. चूरचंदपुर जिले के खुमुजामा लेकेई के रहने वाले चिंगलेनसाना ने पीटीआई से कहा, 'इसने हमारे से सब कुछ छीन लिया, हमने जो भी कमाया था, हमारे पास जो भी था.' उन्होंने कहा, 'मैंने खबर सुनी कि हमारा घर जला दिया गया है और इसके बाद चूरचंदपुर में मैंने जो फुटबॉल टर्फ बनाई थी उसे जला दिया गया. यह दिल तोड़ने वाला था.''
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सिंह ने आगे कहा कि, सौभाग्य से मेरा परिवार हिंसा से बच गया और सभी को राहत केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया. कुछ दिनों की कोशिश के बाद जब चिंगलेनसाना अपनी मां से संपर्क करने में कामयाब रहा, तो उसने फोन के पीछे से गोलियों की आवाज सुनी. उसी वक्त उन्होंने अपने घर जाने का फैसला किया.
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