Jadavpur student Ragging Death : जादवपुर यूनिवर्सिटी रैंगिंग केस में छात्र की मौत से पहले यौन उत्पीड़न भी हुआ था, जांच समिति रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
Jadavpur student death: जादवपुर विश्वविद्यालय हॉस्टल रैगिंग केस में छात्र की मौत मामले में जांच समिति का बड़ा खुलासा.
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Kolkata Jadavpur student Ragging Death Case : कोलकाता के जादवपुर यूनिवर्सिटी (Jadavpur University) में रैंगिंग से छात्र की हुई मौत में बड़ा खुलासा हुआ है. जांच में पता चला है कि छात्र के साथ पूरी प्लानिंग के साथ बेहद ही खतरनाक तरीके से रैंगिंग हुई थी. इस दौरान उसे सेक्सुअली असॉल्ट भी किया गया था. ये खुलासा जांच के लिए बनी एक समिति ने अपनी रिपोर्ट में किया है. क्या है पूरा मामला. क्या सामने आया है उस जांच रिपोर्ट में. आइए जानते हैं..
17 साल का छात्र रैंगिंग के दौरान बालकनी से गिरकर मरा था
PTI की रिपोर्ट के अनुसार, यादवपुर विश्वविद्यालय (JU) के छात्रावास में रैगिंग के बाद एक छात्र की मौत की परिस्थितियों की जांच के लिए गठित की गयी समिति इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि छात्र को भयावह रैगिंग के लिए पूर्व नियोजित तरीके से अलग-थलग कर दिया गया था और संभवत: उसका यौन शोषण भी किया गया। अधिकारियों को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में समिति ने कहा कि छात्र की मृत्यु की दो संभावनाएं हैं - 'उकसाने वाली घटना का मामला और हत्या का मामला'। विश्वविद्यालय में 17 वर्षीय छात्र नौ अगस्त को छात्रावास में कथित तौर पर अवैध रूप से रह रहे पूर्व छात्रों द्वारा रैगिंग के दौरान छात्रावास की दूसरी मंजिल की बालकनी से गिर गया था। नादिया जिले के छात्र की अगले दिन अस्पताल में मौत हो गई थी। छात्रावास का दौरा करने वाले जांच समिति के सदस्यों ने वहां मौजूद अधिकारियों से बातचीत भी की। समिति ने हालांकि अपनी रिपोर्ट में छात्र के छात्रावास की दूसरी मंजिल से गिरने के सही कारणों की पुष्टि नहीं की है।
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रैंगिंग और मौत मामले में 13 हुए थे अरेस्ट
Ragging News : इस घटना के सिलसिले में वर्तमान और पूर्व छात्रों सहित कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘‘ ऐसा प्रतीत होता है कि छात्र को पूर्व नियोजित तरीके से अन्य छात्रों से अलग किया गया और उसके साथ गंभीर रूप से रैगिंग की गयी। उस समय अन्य छात्र छात्रावास की आम सभा की बैठक में भाग लेने के चलते पीड़ित छात्र से दूर थे। ’’ जांच समिति के मुताबिक घटना की उस शाम बांग्ला विभाग के स्नातक के प्रथम वर्ष के छात्र के साथ कई चरणों में रैगिंग की गई। शाम लगभग 6.30 बजे, मुख्य आरोपियों में से एक पीड़ित छात्र को छह-सात अन्य छात्रों के साथ एक कमरे में ले गया जहां उन्हें बगल के पुलिस क्वार्टर में रहने वाली महिलाओं के लिए ''बेहद आपत्तिजनक, कामुक और अपमानजनक शब्दों को चिल्लाने के लिए मजबूर किया गया''। आरोपियों के आदेशों का पालन करने के लिए बाध्य होने के बाद, छात्र फूट-फूट कर रोने लगा।
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रात 9 से 11 बजे तक हुई थी रैंगिंग
Crime News : इसके बाद रैगिंग का अगला सत्र रात नौ बजे से 10.45 बजे के बीच दूसरे कमरे में हुआ, जहां छात्र को बांग्ला विभाग के एक विद्वान के खिलाफ लिखे गए शिकायत पत्र में अपने हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया। यह शिकायत पत्र डीन को संबोधित था। इस मौके पर लगभग 12-15 छात्र मौजूद थे। जांच समिति की रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित छात्र को छोड़कर, अन्य छात्रों को छात्रावास की आम सभा (जीबी) की बैठक में भाग लेने के लिए कहा गया, जो रात लगभग 11 बजे ए-1 ब्लॉक से सटे खेल के मैदान में आयोजित की गई थी। जांच समिति के सामने गवाही देने वाले छात्रों में से एक ने कहा कि जब जीबी की बैठक चल रही थी, तो पीड़ित छात्र को दो अन्य छात्रों के साथ दूसरी मंजिल की लॉबी में खड़ा हुआ देखा गया था।
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गवाही देने वालों ने समिति को बताया कि रात 11.30 बजे ए-2 ब्लॉक की दूसरी मंजिल से किसी के जोर से चिल्लाने (मदद के लिए) की आवाज सुनी थी। चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे उनमें से एक छात्र ने बताया कि उसने पीड़ित छात्र को नग्न अवस्था में भागते देखा था और जब वह एक कमरे में घुसने की कोशिश कर रहा था, तो दो-तीन सीनियर छात्रों ने उसे बाहर खींच लिया। इसके बाद पीड़ित छात्र दूसरी मंजिल ए-2 ब्लॉक के गलियारे में फिर से दौड़ने लगा। जांच समिति का कहना है कि संभवत: छात्र का गंभीर रूप से यौन शोषण भी किया गया। जांच समिति ने कहा, ‘‘ बड़ी संख्या में लोगों ने पीड़ित छात्र को ए-2 ब्लॉक से सटी सड़क पर नग्न अवस्था में पड़ा हुआ पाया। उस समय छात्र की नाक, कान और मुंह से और संभवतः सिर के पिछले हिस्से से काफी खून बह रहा था। छात्रों ने पीड़ित के शरीर के निचले हिस्से को 'गमछा' (पारंपरिक सूती तौलिया) से ढक दिया और उसे अस्पताल ले गए जहां उसकी मौत हो गई। ’’
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