बहन को तोहफे में ढाई साल का बच्चा देने की सनक, रावण ने बहन की सूनी गोद भरने के लिए उठाया ये खौफ़नाक क़दम
Haryana Crime: भाई धर्मपाल बहन की बेऔलादी और ये दुख देखकर बहुत दुखी रहता था। एक रोज़ धर्मपाल ने बहन की गोद आबाद करने का फैसला किया।
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Gurugram Crime: औलाद ना होने का ग़म क्या होता है ये किसी बेऔलाद से पूछो। औलाद ना होने की खलिश क्या होती है ये उस औरत से पूछो जिसकी गोद में हमेशा हमेशा के लिए वीरान ही रह गई है। यहां एक हम बात एक भाई की कर रहे हैं जो अपनी बहन की गोद आबाद होते देखना चाहता था।
औलाद ना होने का ये ग़म
दरअसल गुरुग्रान के गढ़ी में रहने वाले धर्मपाल ने बड़े अरमानो से अपनी बहन की शादी की थी। हर महिला की तरह बहन का भी अरमान था कि उसकी गोद भी आबाद हो। उसके घर में भी किलकारियों की गूंज सुनाई दे। शादी के कई साल गुज़र जाने के बाद भी धर्मपाल की बहन को कोई संतान नहीं हुई।
गोद भरने के लिए उठाया ये खौफ़नाक क़दम
भाई धर्मपाल बहन की बेऔलादी और ये दुख देखकर बहुत दुखी रहता था। एक रोज़ धर्मपाल ने बहन की गोद आबाद करने का फैसला किया। जी हां धर्मपाल उर्फ रावण ने अपनी निःसंतान बहन के लिए बच्चे का अपहरण करने की साजिश रची।भाई धर्मपाल उर्फ बिट्टू उर्फ रावण (45) ने 26 फरवरी को राम विहार कॉलोनी इलाके से ढाई साल के बच्चे का अपहरण कर लिया था।
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तोहफे में ढाई साल का बच्चा
किडनैपिंग के बाद धर्मपाल ढाई साल के बच्चे को बहन की आगोश में सौंपना चाहता था लेकिन धर्मपाल की बहन ने ये चोरी का बच्चा लेने से इनकार कर दिया। बहन के इनकार के बाद धर्मपाल बच्चे को अपने घर ले गया और उसकी देखभाल करने लगा।
पुलिस ने बच्चे को सही सलामत किया बरामद
इधर पुलिस बच्चे के मां बाप की शिकायत पर गायब बच्चे की तलाश में जुटी थी। सीसीटीवी और मुखिबरों की मदद से पुलिस टीम ने अपहरण के एक दिन बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी और गुरुग्राम पुलिस ने मंगलवार को गढ़ी गांव में धर्मपाल के घर से बच्चे को बरामद कर लिया और उसे उसके माता-पिता को सौंप दिया। बच्चा चोरी के इल्जाम में धर्मपाल को गिरफ्तार किया गया है।
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