बिट्टू बजरंगी की एंट्री के साथ ही मामला हुआ पेंचीदा, सुनाया हिंसा का पूरा किस्सा

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बिट्टू बजरंगी की एंट्री के साथ ही मामला हुआ पेंचीदा, सुनाया हिंसा का पूरा किस्सा
नूंह की हिंसा में अब हुई बिट्टू बजरंगी की एंट्री
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Haryana Bittu Bajrangi Entry: हरियाणा में जो कुछ भी हुआ, उसको लेकर अब सरकारों के बीच भी हलचल पैदा होने लगी है और सोच विचार का नया सिलसिला शुरू हो गया है। गरज ये कि जैसे भी हो ये मामला शांत हो और सब कुछ कानून के हाथ में सुरक्षित हो जाए। वैसे जब से हरियाणा का हिंसा में बिट्टू बजरंगी की एंट्री हुई है तब से मामला और भी ज़्यादा पेंचीदा हो गया है।  इस मामले में भी बिट्टू बजरंगी ने एंट्री मारी और नूंह के नेताओं पर माहौल खराब करने का आरोप लगाया. 

नूंह की हिंसा में बिट्टू बजरंगी की एंट्री

मेवात की हिंसा के दो विलेन

मेवात के नूंह को हिंसा की आग में झुलसाने में जिन दो लोगों को एक विलेन की तरह पुकारा जा रहा है उनमें एक नाम तो मोनू मानेसर का है, जबकि दूसरा नाम है बिट्टू बजरंगी का। और कहा जा रहा है कि इन्हीं के भड़काऊ वीडियो ने सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक बवाल मचा दिया है। बताया यही गया है कि इनके दोनों वीडियो यहां शुरू हुई हिंसा के पहले के हैं। 

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

सोशल मीडिया पर मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी के वीडियो भी वायरल हो गए हैं। अब यहां गौर करने वाली बात ये है कि इस पूरे किस्से के सबसे बड़े विलेन के तौर पर उभरकर सामने आए बिट्टू बजरंगी ने नूंह के लोगों को जमकर कोसा और उन्हें गालियां भी सुनाईं। 

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जरा बिट्टू बजरंगी की वायरल हो रही बातों पर गौर कीजिए, 

‘ ये बोलेंगे कि बताया नहीं कि हम ससुराल आए और मुलाकात नहीं हुई, फूल माला तैयार रखना, जीजा आ रहे हैं, बिलकुल 150 गाड़ियां हैं’। 

आजतक ने ढूंढ़ निकाला बिट्टू बजरंगी को

इसी बीच आजतक की टीम ने बिट्टू बजरंगी को ढूंढ़ निकाला और उससे बातचीत भी की। जब बिट्टू से कहा गया कि नूंह में हिंसा फैलाने के सिलसिले में उनका नाम लिया जा रहा है, तो बिट्टू बजरंगी ने अपने ऊपर लगे तमाम इल्जामों को ठुकराते हुए इसे अपने खिलाफ साजिश बताया। इतना ही नहीं बिट्टू ने तो सीधे सीधे पुलिसवालों को ही नूंह की हिंसा के लिए कसूरवार ठहरा दिया। 

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बिट्टू बजरंगी ने सुनाया हिंसा का पूरा किस्सा

सारे फसाद की जड़ में पुलिस

बिट्टू ने उलटा तर्क ये दिया कि अगर उसके कहने से दंगा भड़का तो दूसरा पक्ष कैसे हथियारों से लैस था। लिहाजा इस सारे किए धरे के लिए कोई और नहीं पुलिस जिम्मेदार है।  उधर मोनू मानेसर पहले ही इस मामले में पल्ला झाड़कर किनारे खड़ा हो गया। हालांकि मोनू मानेसर के वीडियो ने भी नूंह की आग में घी का काम किया है। ऐसा बताया जा रहा है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि नासिर और जुनैद की हत्या के बाद से ही लोगों के मन में गुस्सा पहले से ही था। बिट्टू बजरंगी ने आजतक से बातचीत में ये बात जरूर कही है कि जुलूस में लोगों के पास तलवारें और बंदूकें थी। लेकिन उसने ये बात भी जोड़ दी कि तलवारें धार्मिक अनुष्ठानों के लिए थी जबकि बंदूकें के लाइसेंस दिए गए थे। 

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बिट्टू ने सुनाया यात्रा का पूरा हाल

इसी बीच बिट्टू बजरंगी ने आजतक के साथ बातचीत करते हुए जो खुलासे किए वो भी कम हैरतअंगेज नहीं हैं। अपनी बात रखते हुए बिट्टू बजरंगी ने एक बात कही कि ब्रजमंडल यात्रा के दौरान कुछ लोग तलवार लेकर पहुँचे थे ये बात सही है, लेकिन वो तलवारें सिर्फ पूजा और अनुष्ठान के लिए थीं। हर साल शोभा यात्रा निकलती है और हर साल तलवारों की पूजा की जाती है। बिट्टू बजरंगी ने ये बात साफ तौर पर कही कि यात्रा नूंह के नल्हड़ महादेव मंदिर तक और वहां से दूसरे इलाकों में जाने का कार्यक्रम बनाया गया था। और इस यात्रा में महिलाएं और बच्चों के साथ साथ बुजुर्ग लोग भी शामिल होते हैं। 

ऐसे शुरू हुआ फसाद

हमने मंदिर में पूजा करने के बाद कीर्तन किए और फिर वहां से वापस जाने के लिए उसी रास्ते से जाने लगे। कारें वापस हो रहीं थीं लेकिन हम लोग मुश्किल से आधा किलोमीटर तक ही गए होंगे, उपद्रवियों ने कारों में आग लगा दी। बिट्टू ने कहा कि सड़क के किनारे एक छोटी सी मस्जिद थी जिसके पास 200 -250 लोग खड़े थे और उनके पास हथियार थे...वो लोग खुले आम फायरिंग कर रहे थे। बिट्टू बजरंगी ने बताया कि उसके बाद यात्रा में शामिल लोगों ने यू टर्न ले लिया और वापस मंदिर में जाने का फैसला किया। हम सभी को लगा कि हमारे लिए यही ठीक रहेगा क्योंकि हम सब लोग अपने लिए नहीं लेकिन यात्रा में शामिल महिलाओं और बच्चों के लिए डर गए थे। हमें मणिपुर याद आ गया था। 

बिट्टू बजरंगी ने बताया कि तलवारें पूजा के लिए थी

पूजा के लिए थीं तलवारें

बिट्टू बजरंगी ने यात्रा में शामिल लोगों के पास हथियार होने के सवाल पर कहा कि यात्रा में शामिल कुछ लोगों के पास तलवारें थीं और कुछ लोगों के पास बंदूकें भी थीं, लेकिन सभी बंदूकें लाइसेंसी थीं...और तलवारों का इस्तेमाल तो पूजा के लिए किया जाता है। ये वो तलवारें थीं जिन्हें शादी ब्याह में इस्तेमाल करते हैं...सब दिखावटी...इनका इस्तेमाल किसी को काटने या हत्या करने के लिए नहीं था। 

धमकी के जवाब में जारी किया वीडियो

बिट्टू बजरंगी से जब वायरल वीडियो के बारे में पूछा गया तो उसने टका सा जवाब देते हुए कहा कि उसने सिर्फ उन लोगों को जवाब दिया जो उसे धमकी दे रहे थे। कितने हैरत की बात है कि बिट्टू बजरंगी का जो वीडियो वायरल हो रहे हैं उनमें से एक वीडियो में बिट्टू बजरंगी भगवा कपड़ों में नज़र आ रहा है और बैकग्राउंड में गाना बज रहा है, गोली पे गोली चलेगी...बाप तो बाप रहेगा’।

बुलडोजर चलना चाहिए

इसके बाद बिट्टू बजरंगी ने योगी के बुलडोजर मॉडल की वकालत करते हुए कहा कि हरियाणा की सरकार भी उपद्रवियों के खिलाफ बुलडोजर का एक्शन होना चाहिए। इन्हें तो एनकाउंटर में मारना चाहिए। 

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