THE ROLEX KILLER
SUNDAY SPECIAL: समुद्र में हज़ारो फीट नीचे डूबी घड़ी ने, कैसे खोला दिया क़त्ल का राज़! THE ROLEX KILLER
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14 Nov 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:09 PM)
एक लाश जिसे समुद्र में डूब हुए दो हफ्ते का वक्त बीत चुका हो और पहचान के नाम पर उसके हाथ में केवल एक घड़ी थी जिसने ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा कर दिया। कनाडा के रहने वाले अल्बर्ट का धंधा अच्छा चल रहा था। उसकी शादी हो चुकी थी और तीन बच्चे थे।
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उसने एक बुककीपिंग कंपनी की शुरुआत करी थी जल्द ही उसकी कंपनी की छह ब्रांच हो गई और उसकी कंपनी में दो दर्जन कर्मचारी काम करते थे। लेकिन अल्बर्ट के धंधे की हकीकत कुछ और ही थी।
उसने करोड़ों रुपये का घोटाला किया था। उस पर धोखाधड़ी और चोरी के कई मुकदमें दर्ज थे। 1990 में कनाडा में कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए वो यूरोप भाग गया। भागते वक्त वो अपने साथ अपनी मंझली बेटी को भी ले गया। यूरोप से होते हुए वो इंग्लैंड पहुंच गया और अपनी पहचान बदलकर डेविड बन गया। वो लोगों को अपनी बेटी को अपनी पत्नी बताता था।
इंग्लैंड में आने के बाद अल्बर्ट डेविड तो बन गया लेकिन उसके पास रोजगार पाने के लिए इंग्लैंड का कोई सरकारी पहचान पत्र उसे नहीं मिल पा रहा था। इसी बीच उसकी मुलाकात कनाडा के ही रहने वाले एक शख्स रोनाल्ड से हुई।
रोनाल्ड टीवी रिपेयरिंग का काम करता था। अल्बर्ट ने रोनाल्ड के टीवी रिपेयरिंग के धंधे में पैसा लगाया और इस धंधे में पार्टनर बन गया।
रोनाल्ड हमेशा अल्बर्ट को बोलता था कि उसे कनाडा की बहुत याद आती है। अल्बर्ट ने रोनाल्ड को कहा कि वो कनाडा जा सकता है और वो उसका टीवी रिपेयरिंग का धंधा संभाल लेगा और उसमें से होने वाले प्रोफिट के कुछ पैसे भी उसे दे देगा। हालांकि इसके लिए अल्बर्ट ने रोनाल्ड के सामने एक शर्ट रख दी।
उसने रोनाल्ड को कहा कि वो जाने से पहले अपना ड्राइविंग लाइसेंस, जन्म प्रमाण पत्र और उसके साइन की एक स्टैंप दे दे ताकि उसके पीछे उसे काम करने में कोई परेशानी ना हो। अल्बर्ट की बात सुनकर रोनाल्ड राजी हो गया और उसने अल्बर्ट को वो सारे दस्तावेज दे दिए जो उसने मांगे थे। इसके बाद एल्बर्ट डेविड से रोनाल्ड बन गया। साल 1992 में रोनाल्ड इंग्लैंड से कनाडा पहुंच गया।
इंग्लैंड में अल्बर्ट रोनाल्ड बन चुका था और उसका काम भी ठीक चल रहा था। साल 1995 में रोनाल्ड कनाडा से दोबारा इंग्लैंड आ गया। उसके वापस आने से अल्बर्ट पर एक बार फिर पहचान का संकट पड़ गया। 20 जुलाई 1996 को अल्बर्ट रोनाल्ड को लेकर फिशिंग ट्रिप पर गया। समुद्र में काफी अंदर पहुंचने के बाद अल्बर्ट ने रोनाल्ड के सिर पर भारी चीज से वार किया।
सिर पर हुए वार की वजह से रोनाल्ड बेहोश हो गया। अल्बर्ट ने रोनाल्ड के साथ काफी वजन बांधने के बाद उसे समुद्र में फेंक दिया। रोनाल्ड को समुद्र में फेंकने के बाद अल्बर्ट वापस आ गया एक बार फिर उसे रोनाल्ड की पहचान मिल गई थी और अल्बर्ट को लग रहा था कि इस बार मिली पहचान उसके लिए परमानेंट है।
ऐसे मिली लाश
रोनाल्ड को समुद्र में फेंकने के बाद अल्बर्ट को लग रहा था कि अब उसकी लाश किसी को नहीं मिलेगी और रोनाल्ड का कत्ल एक राज़ बनकर रह जाएगा। हालांकि किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, दो हफ्ते बाद रोनाल्ड की लाश मछुआरों को मिल गई। लाश बुरी तरह से सड़ चुकी थी। रोनाल्ड की पहचान के सारे दस्तावेज पहले से ही अल्बर्ट के पास थे। हां एक पहचान और सुराग को अल्बर्ट रोनाल्ड से जुदा करना भूल गया था। वो थी एक घड़ी, एक रोलेक्स की घड़ी।
रोलेक्स ने खोला क़त्ल का राज़
दुनिया भर में अपनी घड़ियों के लिए मशहूर रोलेक्स के लिए उसका हर कस्टमर खास होता है। इंसान की नब्ज से चलने वाली ये घड़िया बेहद महंगी होती हैं। कंपनी अपने कस्टमर के बारे में सब कुछ पता रखती है। जब भी घड़ी सर्विस के लिए आती है तो उस पर एक खासतौर का निशान लगाया जाता है।
पुलिस ने उस घड़ी से लाश की पहचान करना शुरु किया। हर रोलेक्स घड़ी का एक सीरियल नंबर होता है जिसमें उसको खरीदने वाले की जानकारी होती है। पुलिस ने इस घड़ी के सीरियल नंबर कंपनी में देकर इसको खरीदने वाले के बारे में जानकारी मांगी। कंपनी ने बताया ये घड़ी रोनाल्ड नाम के आदमी ने खरीदी थी। कंपनी के पास रोनाल्ड की और भी कई जानकारियां थीं।
रोलेक्स घड़ी की खास बात ये भी है कि ये घड़ी हाथ की नब्ज से चलती है और अगर नब्ज बंद होती है तो उसका वक्त और तारीख घड़ी की स्क्रीन पर रहती है। इसकी बैटरी दो दिन तक चलती है लिहाजा जब पुलिस को घड़ी मिली तो उसे ये मालूम चल गया कि रोनाल्ड का कत्ल का वक्त और तारीख क्या थी। अब पुलिस ने रोनाल्ड के बारे में पता किया तो मालूम चला रोनाल्ड तो जिंदा है।
रोनाल्ड केस की तफ्तीश करते-करते पुलिस अल्बर्ट तक पहुंच गई जो रोनाल्ड की पहचान चुराकर बैठा था। पुलिस ने जब अल्बर्ट से सवाल जवाब किए तो वो उनका जवाब नहीं दे पाया और पुलिस ने अल्बर्ट को गिरफ्तार कर लिया। पूरी दुनिया में अल्बर्ट को The Rolex Killer के नाम से जाना जाता है
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