सऊदी अरब ने सुन्नी मुसलमानों के सबसे बड़े संगठन कहे जाने वाले तब्लीगी जमात पर बैन लगाने का फैसला ले लिया है. आतंकवाद का सबसे बड़ा द्वार बताते हुए वहां की सरकार ने तब्लीगी जमात पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है.
क्या है ‘तब्लीगी जमात’ जिस पर सऊदी अरब ने बैन लगाया और बताया आतंकवाद का सबसे बड़ा Entry Gate
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12 Dec 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:10 PM)
सरकार ने स्पष्ट आदेश जारी करते हुए कहा है कि अब से शुक्रवार की नमाज के दौरान लोगों को तब्लीगी जमात से मिलने की जरूरत नहीं है, उनके साथ किसी भी तरह का संपर्क रखना अनिवार्य नहीं रहेगा.
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सरकार के मुताबिक ये संगठन समाज के लिहाज से खतरनाक है और देश में आतंकवाद के द्वार खोलने के दमखम रखता है. इसी वजह से सरकार ने तमाम मस्जिदों से भी अपील की है कि उनके द्वारा लोगों को जागरूक किया जाए, बताया जाए कि तब्लीगी जमात क्यों और कैसे समाज के लिए खतरनाक है.
सऊदी सरकार ये भी मानती है कि अगर लोगों के बीच तब्लीगी जमात के गलत काम पहुंचाएं जाएंगे, उन्हें लगातार इसकी जानकारी दी जाएगी, ऐसी परिस्थिति में तब्लीगी की अहमियत समाज में कम हो जाएगी. अब क्योंकि सऊदी अरब में मुस्लिम संख्या काफी है, ऐसे में तब्लीगी जमात के लिए ये फैसला एक बड़ा झटका साबित हो सकता है.
जानकारी के लिए बता दें कि ये वहीं तब्लीगी जमात है जिसको लेकर पिछले साल भारत में काफी बवाल देखने को मिला था. कहा गया था देश में कोरोना की पहली लहर के दौरान तब्लीगी जमात ने खतरे को ज्यादा बढ़ा दिया था. वो सब बवाल तो भारत में रहा, लेकिन अब तब्लीगी पर सबसे बड़ा एक्शन सऊदी अरब ने ले लिया है. सीधे बैन लगाकार कई देशों को कड़ा संदेश दे दिया गया है.
क्या है तब्लीगी जमात?
तब्लीगी जमात सुन्नी मुसलमानों का सबसे बड़ाा संगठन है. भारत में इसकी शुरुआत 1926 में हुई थी. मौलाना मुहम्मद इलियास ने इस संगठन की नींव रखी थी. इस संगठन का काम इस्लाम को लेकर धार्मिक उपदेश देना है. तब्लीगी जमात के संस्थापक मुहम्मद इलियास कांधलवी इसे एक ऐसा संगठन बनाना चाहते थे, जो कुरान के फरमान के अनुसार भलाई और बुराई पर रोक लगाए. कई बार इस संगठन पर भड़काऊ बयान देने के भी आरोप भी लग चुके हैं.
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