मुंबई शहर के बेबस बुजुर्ग
मुंबई पुलिस ने सीनियर सिटीजन को दी ये गुड न्यूज़, सुरक्षा के लिए उठाया ये नया क़दम
मुंबई पुलिस बनेगी बुजुर्गों की लाठी, हिफ़ाज़त के लिए ऐसा होगा सुरक्षा कवच, बुजुर्गों की हिफ़ाज़त के लिए मुंबई पुलिस की नई मुहिम, MISSION SENIOR CITIZEN, LATEST MUMBAI CRIME POLICE LATEST CRIME NEWS
ADVERTISEMENT
11 Mar 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:15 PM)
Latest Mumbai Crime: मुंबई वो शहर है जहां जिंदगी की रफ़्तार किसी और शहर के मुकाबले काफी तेज़ है। कहा भी यही जाता है कि ये शहर आधे वक़्त सड़क और सफ़र में बिताता है। लेकिन जिंदगी की शाम के नज़दीक आकर खड़े हुए बुजुर्गों को इस तेज़ रफ़्तार दौड़ते हुए शहर में ज्यादातर वक़्त अकेले ही बिताना पड़ता है। ऐसे में उन्हें किसी और के मुकाबले ज़िंदगी की दुश्वारियों का ज़्यादा सामना करना पड़ता है।
ADVERTISEMENT
हालात से परेशान या हालात के शिकंजे में आकर कई लोगों को रोजी रोटी कमाने के सिलसिले में शहर से दूर भी जाने को मजबूर होना पड़ता है, लिहाजा वो तो चले जाते हैं लेकिन पीछे रह जाती है उनकी सबसे बड़ी मजबूरी और उनकी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी, यानी घर में रहने वाले उनके बुजुर्ग माता पिता।
बुजुर्गों को सुरक्षा कवच
Mumbai Crime News: ऐसे में मुंबई पुलिस ने एक अभियान चलाने का इरादा किया है इसके तहत पुलिस मुंबई शहर में रहने वाले तमाम बुजुर्गों को एक ऐसा सुरक्षा कवच देने जा रही है जिसके तहत घर में अकेले रहने वाले बुजुर्गों को कम से कम अपराध का सामना न करना पड़े। क्योंकि कई बार देखा गया है कि घर के बुजुर्ग किसी अपराध का शिकार हो जाते हैं जिससे जान और माल दोनों का नुकसान होता है।
हाल ही में मुंबई पुलिस की कमान संभालने वाले पुलिस कमिश्नर संजय पांडे ने ये आदेश जारी करते हुए कहा है कि शहर में तमाम बुजुर्गों की एक पूरी लिस्ट तैयार की जाए और उनके लिए सुरक्षा का पुख़्ता बंदोबस्त किया जाए। पुलिस कमिश्नर संजय पांडे ने इस मिशन के लिए कुछ गाइडलाइंस जारी की हैं।
पुलिसवालों के कंधे पर नई ज़िम्मेदारी
Mumbai Crime News in Hindi: पुलिस की नई गाइडलाइंस के मुताबिक
- पुलिस की बीट सबसे पहले इलाक़े में रहने वाले बुजुर्गों की एक लिस्ट तैयार करके चौकी को सूचना देगी।
- बुजुर्गों की लिस्ट सिर्फ इलाके की पुलिस चौकी के अलावा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भी दी जाएगी।
- बुजुर्गों के घरों में एक रजिस्टर भी रखा जाएगा
- हर हफ़्ते पुलिस के लोग बुजुर्ग से मुलाक़ात करेंगे और उनका हाल चाल पूछेंगे।
- अगर घर में बुजुर्ग महिला है तो उसके लिए बाक़ायदा महिला पुलिस अधिकारी नियुक्त होगी
- हर मुलाक़ात की बाक़ायदा रिपोर्टिंग की जाएगी और उसमें विस्तार से सारी बातें लिखी जाएंगी इसके अलावा पुलिस कर्मी को रिपोर्टिंग के बाद अपने दस्तख़त भी करने होंगे।
मुमकिन है कि पुलिस की ये नई मुहिम कुछ रंग दिखाएगी और मुंबई के बुजुर्गों को कुछ राहत तो देगी।
ADVERTISEMENT