नसरल्लाह-सफीद्दीन की तरह खात्मा ना कर दे इजरायल... इसलिए ईरान में छुप गया नया हिजबुल्लाह चीफ नईम कासिम

Israeli army: हिज़बुल्लाह, जो इजरायल के खिलाफ संघर्ष में हमेशा आगे रहा है, अब सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है। इजरायली एयर स्ट्राइक में हिज़बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के बाद, लेबनान में तनाव और डर का माहौल है।

नईम कासिम

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• 10:39 AM • 05 Nov 2024

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Israeli army: हिज़बुल्लाह, जो इजरायल के खिलाफ संघर्ष में हमेशा आगे रहा है, अब सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है। इजरायली एयर स्ट्राइक में हिज़बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के बाद, लेबनान में तनाव और डर का माहौल है। नसरल्लाह के बाद उसके ममेरे भाई सफीद्दीन की भी मौत इजरायली हमले में हो गई, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। अब, हिज़बुल्लाह के नए प्रमुख नईम कासिम की ताजपोशी से पहले ही वह गायब हो गए हैं और ईरान में शरण ले ली है। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि कासिम के मारे जाने का खतरा था और इजरायली हमलों से बचने के लिए ईरान ने उसे निकालने का आदेश दिया था।

हिज़बुल्लाह, जो लेबनान में ईरान द्वारा समर्थित शिया इस्लामी राजनीतिक पार्टी और अर्धसैनिक संगठन है, 1992 से हसन नसरल्लाह के नेतृत्व में था। हाल ही में 27 सितंबर को इजरायली एयर स्ट्राइक में नसरल्लाह की मौत हो गई थी। इसके बाद, हिज़बुल्लाह के नए प्रमुख के रूप में हसन नसरल्लाह के ममेरे भाई हाशेम सैफीद्दीन का नाम सामने आया था, लेकिन इजरायल ने उसे भी एयर स्ट्राइक में मार डाला था। इजरायली प्रधानमंत्री ने स्वयं सैफीद्दीन की मौत की पुष्टि की थी।

सैफीद्दीन को हिज़बुल्लाह की जिहाद काउंसिल ने नसरल्लाह का उत्तराधिकारी नियुक्त किया था और वह संगठन के वित्तीय और प्रशासनिक मामलों की देखरेख कर रहे थे। इसके बाद, हिज़बुल्लाह ने 32 दिन बाद नईम कासिम को अपना नया प्रमुख घोषित किया था, जो अब तक संगठन में डिप्टी चीफ थे और नसरल्लाह की मौत के बाद लेबनान की जनता से भी संपर्क कर चुके थे।

खबरों के अनुसार, कासिम को ताजपोशी के ऐलान से पहले ही ईरान भेज दिया गया था। 5 अक्टूबर को उसे ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची के विमान से तेहरान भेजा गया। कासिम का यह कदम इजरायली हमलों से अपनी जान बचाने के लिए था। 

नईम कासिम हिज़बुल्लाह में तीन दशकों से नसरल्लाह के डिप्टी के रूप में काम कर रहे थे। वह 1980 के दशक के शुरुआती दिनों में हिज़बुल्लाह के संस्थापक सदस्य थे और 1991 में उन्हें डिप्टी चीफ के रूप में नियुक्त किया गया था। हिज़बुल्लाह ने यह भी सुनिश्चित किया है कि नसरल्लाह की नीतियों का पालन जारी रहेगा, जब तक संगठन को पूरी तरह से जीत नहीं मिल जाती।

हसन नसरल्लाह की मौत इजरायली एयर स्ट्राइक में एक सीक्रेट बंकर में हुई थी। हमले के दौरान बंकर को तबाह कर दिया गया और नसरल्लाह की जहरीले धुएं में दम घुटने से मौत हो गई। बंकर को निशाना बनाते हुए इजरायल ने 80-85 बंकर बस्टर बम गिराए थे, जो जमीन के नीचे गहरे अड्डों को भी नष्ट करने में सक्षम होते हैं। इन बमों के प्रभाव से 30 फीट गहरा गड्ढा बन गया था।

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